Saturday, December 3, 2022

“अनुगूंज” कार्यक्रम 4 एवं 5 दिसम्बर को

Saturday 3rd December 2022 at 18:38 IST

मुख्यमंत्री 5 को अनुगूँज के धनक कार्यक्रम में होंगे मुख्य अतिथि

*स्कूल शिक्षा मंत्री श्री परमार 4 दिसम्बर को अनुगूँज का करेंगे शुभारंभ

भोपाल: शनिवार 03 दिसम्बर 2022: (मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो)::

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ''कला से समृध्द शिक्षा'' के अंतर्गत मध्यप्रदेश में प्रतिवर्ष होने वाले शासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों के सांस्कृतिक कार्यक्रम ''अनुगूँज'' का आयोजन 4 और 5 दिसम्बर को किया जायेगा। स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार 4 दिसंबर को शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान इस कार्यक्रम में 5 दिसम्बर को समापन संध्या में मुख्य अतिथि होंगे। 

''अनुगूँज'' का यह चतुर्थ कार्यक्रम शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय, भोपाल में किया जा रहा है, जिसमें मध्यप्रदेश के शासकीय विद्यालयों के लगभग 700 से अधिक विद्यार्थी राज्य स्तर पर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।

''अनुगूँज'' मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग का वैश्विक शिक्षा प्रणाली STEAM (साइंस, टैक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, आर्टस और मैथेमेटिक्स) की दिशा में ''कला से समृध्द शिक्षा'' का अभिनव कार्यक्रम है। अब अनुगूँज के कार्यक्रम अन्य संभागों में भी किये जा रहे हैं। इन संभागों की कुछ मोहक प्रस्तुतियॉं राजधानी भोपाल के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में भी शामिल हैं। 

विद्यार्थियों द्वारा पहले दिन अनुगूँज कि 'रंगकार' कार्यक्रम में नाट्य प्रस्तुतियों के साथ ही माइम और बैले नृत्य नाटिका का मंचन किया जाएगा। वहीं दूसरे दिन 'धनक' में वाद्य यन्त्र, गीत संगीत की जुगलबंदी, भारत के विविध शास्त्रीय नृत्य फ्यूज़न और वेस्टर्न नृत्य आदि की मनमोहक प्रस्तुतियाँ होंगी। अनुगूँज के ''सृजन'' भाग में माटीकला, फोटोग्राफी और चित्रकला कार्यशालाओं में विद्यार्थियों द्वारा सृजित कलाकृति की प्रदर्शनी में बच्चों की सहज अभिव्यक्ति और उनकी कलात्मक अभिरूचियों को प्रदर्शित किया जाएगा। 

केन्द्र सरकार द्वारा परिकल्पित ''एक भारत–श्रेष्ठ भारत'' कार्यक्रम में सांस्कृतिक आदान – प्रदान के लिए मध्यप्रदेश को उत्तर पूर्वी राज्यों, मणिपुर एवं नागालैंड के साथ समूहबद्ध किया गया है, जिससे अंतर्राज्यीय संस्कृति, कलाओं एवं शैलियों को जानने का अवसर मिले। इस तारतम्य में अनुगूँज 2022 में इन राज्यों की सांस्कृतिक झलक भी दिखाई देगी।  

अनुगूँज में होने वाले सभी कार्यक्रमों का मंच संचालन एवं कार्यक्रमों की व्यवस्थाओं का दायित्व शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय शिवाजी नगर भोपाल के छात्र-छात्राओं द्वारा किया जाएगा।             राजेश दाहिमा

Tuesday, October 4, 2022

उज्जैन का प्राचीन वैभव "श्री महाकाल लोक" में होगा अवतरित

Tuesday 4th October 2022 at 14:22 PM IST

जनसंपर्क संचालनालय की विशेष फीचर श्रृंखला

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 11 अक्टूबर को प्रथम चरण लोकार्पण करेंगे 


भोपाल: 4 अक्टूबर 2022, (मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो)::

भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली, प्राचीन काल-गणना, ज्योतिष, संस्कृति का केन्द्र, महाकवि कालिदास एवं सम्राट विक्रमादित्य की गौरवशाली नगरी का प्राचीन वैभव अब नए स्वरूप "श्री महाकाल लोक" में अवतरित होने जा रहा है। पौराणिक नगरी उज्जैन के वैभव, परंपराओं, धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक महत्व को पूरी तरह ध्यान में रखते हुए राज्य शासन ने श्री महाकाल क्षेत्र के समग्र विकास के लिए प्रभावी विकास योजना बनाई, जो मूर्तरूप ले रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 11 अक्टूबर को गरिमामय समारोह में योजना के प्रथम चरण के कार्यों का लोकार्पण करने उज्जैन आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सिंहस्थ-2016 में उज्जैन में विश्व स्तरीय अधो-संरचना का विकास किया गया था। अब ‘’बनारस कॉरिडोर’’ की तर्ज पर "महाकाल लोक" बनाया जा रहा है। योजना के प्रथम चरण में भगवान श्री महाकालेश्वर के आँगन में छोटे एवं बड़े रूद्र सागर, हरसिद्धि मन्दिर, चार धाम मन्दिर, विक्रम टीला आदि का विकास किया गया है। दूसरे चरण में महाराजवाड़ा परिसर का विकास किया जायेगा, जिसमें ऐतिहासिक महाराजवाड़ा भवन का हैरिटेज के रूप में पुनर्पयोग, कुंभ संग्रहालय के रूप में पुराने अवशेषों का समावेश एवं इस परिसर का महाकाल मन्दिर परिसर से एकीकरण होगा।

श्री महाकाल लोक का प्रथम चरण, जिसे तकनीकी रूप से ‘’मृदा प्रोजेक्ट-1’’ कहा जाता है, पूर्ण हो चुका है। प्रथम चरण के कार्यों का 11 अक्टूबर को लोकार्पण के बाद इसे आम श्रद्धालुओं के लिये खोल दिया जायेगा। प्रथम चरण के कार्यों के खुलते ही हरि फाटक ब्रिज की चौथी भुजा से आकर श्रद्धालु जैसे ही त्रिवेणी संग्रहालय पहुँचेंगे, उन्हें बाबा श्री महाकाल के अलौकिक दर्शन होंगे।

"श्री महाकाल लोक" क्षेत्र विकास परियोजना की अनुमानित लागत 800 करोड़ रूपये है, जिसमें प्रथम चरण में 350 करोड़ रूपये से महाकाल प्लाजा, महाकाल कॉरिडोर, मिड-वे झोन, महाकाल थीम पार्क, घाट एवं डैक एरिया, नूतन स्कूल कॉम्पलेक्स और गणेश स्कूल कॉम्पलेक्स का कार्य पूर्ण हो चुका है। महाकाल कॉरिडोर के प्रथम घटक में पैदल चलने के लिए उपयुक्त 200 मीटर लम्बा मार्ग बनाया गया है। इसमें 25 फीट ऊँची एवं 500 मीटर लम्बी म्युरल वॉल बनाई गई है। साथ ही 108 शिव स्तंभ, शिव की विभिन्न मुद्राओं सहित निर्मित हो चुके हैं, जो अलग ही छटा बिखेर रहे हैं। लोटस पोंड, ओपन एयर थिएटर तथा लेक फ्रंट एरिया और ई-रिक्शा एवं आकस्मिक वाहनों के लिए मार्ग भी  बनाए गए हैं। बड़े  रूद्र सागर की झील में स्वच्छ पानी भरा गया है। साथ ही यह सुनिश्चित किया गया है कि पानी स्वच्छ ही रहे।

महाकाल थीम पार्क में भगवान श्री महाकालेश्वर की कथाओं से युक्त म्यूरल वॉल, सप्त सागर के लिए डैक एरिया एवं उसके नीचे शॉपिंग और बैठक क्षेत्र सुविधाएँ विकसित की गई हैं। इसी तरह त्रिवेणी संग्रहालय के समीप कार, बस और दोपहिया वाहन की मल्टीलेवल पार्किंग बन चुकी है। इस क्षेत्र में धर्मशाला एवं अन्न क्षेत्र भी बनाये जा रहे हैं। रोड क्रॉसिंग के जरिये पदयात्रियों की कनेक्टिविटी विकसित की गई है। मिड-वे झोन में पूजन सामग्री की दुकानें, फूड कोर्ट, लेक व्यू रेस्टोरेंट, लेक फ्रंट डेवलपमेंट, जन-सुविधाएँ और टॉवर सहित निगरानी एवं नियंत्रण केन्द्र की स्थापना भी की गई है। सुगम मन्दिर पहुँच मार्ग के तहत त्रिवेणी संग्रहालय से हरसिद्धि मार्ग, भगत सिंह मार्ग, हरि फाटक ब्रिज से महाकाल चौराहा, बेगमबाग रोड, सरस्वती शिशु मन्दिर के समानांतर मार्ग, महाकाल चौराहे से महाकाल मन्दिर, महाकाल थाना से बड़ा गणेश नया मार्ग, बड़ा गणेश मन्दिर रोड, नृसिंह घाट के समानांतर नूतन स्कूल तक नवीन मार्ग, हरसिद्धि मन्दिर से भगतसिंह मार्ग को चौड़ा किया गया है और नये मार्ग बनाये गये हैं।

मृदा प्रोजेक्ट दूसरा चरण

श्री महाकाल लोक क्षेत्र विकास योजना के दूसरे चरण ‘’मृदा प्रोजेक्ट-2’’ में महाराजवाड़ा परिसर का विकास किया जायेगा। इस चरण के कार्य वर्ष 2023-24 में पूर्ण होंगे। इसमें ऐतिहासिक महाराजवाड़ा भवन का हैरिटेज के रूप में पुनर्पयोग, पुराने अवशेषों का समावेश कर भवन का आंशिक उपयोग कुंभ संग्रहालय के रूप में करते हुए इस परिसर का महाकाल मन्दिर परिसर से एकीकरण किया जायेगा। स्थानीय कला एवं संस्कृति को दर्शाते हुए सांस्कृतिक हाट का निर्माण होगा। रामघाट फसाड ट्रीटमेंट के घटक में रामघाट की ओर जाने वाले पैदल मार्ग का कायाकल्प, फेरी एवं ठेला व्यवसाइयों के लिये अलग व्यवस्था, वास्तुकलात्मक तत्वों के प्रयोग द्वारा गलियों का सौन्दर्यीकरण तथा रामघाट पर सिंहस्थ थीम आधारित डायनेमिक लाइट शो किया जायेगा। पार्किंग, धर्मशाला, प्रवचन हॉल एवं अन्न क्षेत्र का भी निर्माण किया जा रहा है। दूसरे चरण में महाराजवाड़ा, रूद्र सागर जीर्णोद्धार, छोटा रूद्र सागर लेक फ्रंट, रामघाट का सौन्दर्यीकरण, पार्किंग एवं पर्यटन सूचना केन्द्र, हरि फाटक पुल को चौड़ा करना एवं रेलवे अण्डरपास तथा रूद्र सागर पर पैदल पुल, महाकाल द्वार, बेगमबाग मार्ग का विकास, रूद्र सागर पश्चिमी मार्ग तथा महाकाल पहुँच मार्ग का उन्नयन किया जायेगा।

इसमें छोटा रूद्र सागर लेक फ्रंट विकास योजना में लैंडस्केपिंग सहित मनोरंजन केन्द्र, वैदिक वाटिका एवं योग केन्द्र, मंत्रध्वनि स्थल एवं पार्किंग का विकास होगा। पार्किंग सूचना केन्द्र एवं विक्रय केन्द्र का विकास किया जायेगा। रूद्र सागर जीर्णोद्धार योजना में स्लज को हटाते हुए रूद्र सागर लेक की डीसिल्टिंग की जायेगी। रूद्र सागर को शिप्रा नदी से जोड़ा जायेगा। हरि फाटक ओवर ब्रिज की चारों भुजाओं को चौड़ा किया जायेगा और जयसिंहपुरा के समीप रेलवे अण्डरपास बनाया जायेगा।

श्री महाकालेश्वर थाने के पास स्थित महाकाल द्वार का संरक्षण किया जायेगा और यहाँ हेरिटेज कॉरिडोर विकसित होगा। इसी तरह बेगमबाग क्षेत्र का विकास एवं सौन्दर्यीकरण भी होगा। रूद्र सागर पर 210 मीटर लम्बा पैदल पुल बनाया जायेगा, जो पीएचई की पानी की टंकी से महाकाल थीम पार्क को जोड़ेगा। इस चरण में श्री महाकाल मन्दिर परिसर के आगे के भाग का लगभग 70 मीटर तक विस्तार किया जायेगा। इसमें 11 भवनों के अधिग्रहण की कार्यवाही पूर्ण हो चुकी है। इस क्षेत्र में बैठने का स्थान, लैंडस्केपिंग एवं पैदल मार्ग भी प्रस्तावित हैं।

Saturday, September 24, 2022

गायों की अतिदयनीय हालत भी झंकझोरती क्यों नहीं सत्ता को

24th September 2022 at 5:06 PM 

समाज भी मूक दर्शक बना देखता ही रहता है 

एल एस हरदेनिया ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र 

नीचे दिया गया पत्र जानेमाने समाज सेवी,पत्रकार और सक्रिय लेखक एल एस हरदेनिया ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज चौहान को लिखा है। इसमें गायों की दयनीय हालत की जो तस्वीर शब्दों में बताई गई है वह केवल मध्यप्रदेश के को छह क्षेत्रों की बात करती है लेकिन वास्तव में यह दृश्य पूरे देश के बहुत से इलाकों का है। उत्तरभारत के पंजाब और आसपास भी यह सब देखने को मिल जाता है। कहने को गौ माता कहा जाता है लेकिन वास्तव में जो हालत है वह किसी मान की न हो। शायद  धर्म कर्म और नैतिकता गौण हो गई है और सियासत व फायदे नंबर एक पर आ गए हैं। श्री हरदेनिया का पत्र जिस स्थिति को दिखा रहा है वह सभी का ध्यान मांगती है जो धर्म की बात करते हैं, गौ माता की बात करते हैं, गौ सेवा और गौशाला की बात करते हैं। पढ़िए श्री हरदेनिया का पत्र। 

प्रति, 

माननीय श्री शिवराज सिंह चौहान,
मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश

मैं दिनांक 21 सितंबर को अपने गांव (कौड़िया, जिला नरसिंहपुर) गया था। मैं भोपाल से उदयपुरा के रास्ते से गया था। रास्ते में मुझे अनेक स्थानों पर गायों के झुंड दिखे। हर झुंड में 50 से लेकर 100 से ज्यादा गायें थीं। भोपाल से उदयपुरा के बीच कम से कम 15 स्थानों पर गायों के झुंड सड़क के बीचों-बीच बैठी हुई अवस्था में या खड़े हुए मिले। स्पष्टतः ये गायें भूखी और प्यासी होंगीं। रास्ते में मुझे 8 से 10 गायें मृत अवस्था में भी मिलीं। इनकी मृत्यु हुए निश्चित ही कई दिन बीत गए होंगें क्योंकि उनसे भीषण दुर्गन्ध आ रही थी और उनके शरीर में कीड़े पड़ चुके थे।

सवाल यह है कि इतनी बड़ी संख्या में ये गायें सड़क पर कैसे पहुंचीं? इनके मालिक कौन हैं? वे क्यों इतने क्रूर हैं कि उन्होंने गायों को सड़क पर छोड़ दिया। ये गायें कई स्थानों पर सड़क की पूरी चौड़ाई को घेरकर बैठी या खड़ी थीं। ऐसी स्थिति में वाहन चालकों अत्यधिक सावधानी से चलना पड़ता है। रात्रि में  तो वाहन चालकों को और अधिक सतर्कता बरतनी पड़ती है। यह स्थिति तब है जब हम गायों को गौमाता कहते हैं, हम गायों की अच्छी से अच्छी देखभाल करने का दावा करते हैं।

मेरा अनुरोध है कि हाईवे पर इतनी बड़ी संख्या में गायों के आ जाने के क्या कारण हैं और इसके लिए कौन लोग जिम्मेदार हैं इसकी सूक्ष्म जांच की जाए।

हम जब इसी मार्ग से वापस लौट रहे थे तब तेज वर्षा हो रही थी। वर्षा में भीगने के कारण ये गायें खासकर छोटे बछड़े ठंड से कांप रहे थे। ऐसी स्थिति में गायों और उनके बछड़ों को देखकर हम लोगों के दिल भी पसीज गए।

मेरा अनुमान है कि ऐसी ही स्थिति अन्य मार्गों और स्थानों की भी होगी। मेरा अनुरोध है कि इस बात की जांच करवाएं कि हम गायों के साथ इतनी क्रूरता क्यों कर रहे हैं।

आशा है इस संबंध में जरूरी एवं उचित कदम उठाए जाएंगे।  यदि संभव हो तो मुझे अवगत भी करवाएंगे।

  सधन्यवाद

एल एस हरदेनिया  

Sunday, June 12, 2022

गिरफ्तारी काफी नहीं--मुख्यमंत्री श्री चौहान

Sunday: 12th June 2022 at 17:00 IST

अपराधियों को कठोरतम दंड देंगे:मुख्यमंत्री ने संकल्प दोहराया 

*मुख्यमंत्री श्री चौहान ने घायल महिला से भेंट कर सौंपी प्रोत्साहन राशि

*सुबह सबेरे बुलाई आला अफसरों की बैठक  

भोपाल: रविवार: 12 जून 2022: (मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो)::

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महिलाओं के विरूद्ध अपराध घटित करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। कल भोपाल में हई घटना के संबंध में पुलिस कमिश्नर भोपाल को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रविवार को सुबह मुख्यमंत्री निवास पर आला अफसरों की बैठक में आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज शिवाजी नगर स्थित श्रीमती सीमा के निवास पर उनसे भेंट कर स्वास्थ्य की जानकारी ली। शनिवार को एक घटना में श्रीमती सीमा पर कुछ बदमाशों द्वारा ब्लेड से हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने घायल महिला को एक लाख रूपए की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की।

सराहनीय है सीमा का साहस

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्रीमती सीमा का साहस सराहनीय है। उन्होंने बदमाशों की आपत्तिजनक और अश्लील हरकत का हिम्मत से मुकाबला किया। श्रीमती सीमा का उपचार राज्य शासन द्वारा करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अन्याय का प्रतिकार करना अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का काम है। घटना का प्रतिरोध करने वाली सीमा अन्य महिलाओं के लिए प्रेरक भी है। मुख्यमंत्री ने श्रीमती सीमा के बेटा और बेटी, जो भोपाल में पढ़ते हैं, के सहयोग के लिए भी कलेक्टर भोपाल को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि घटना के आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं। उनके विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई के निर्देश पुलिस कमिश्नर भोपाल और अन्य अधिकारियों को दिए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्रीमती सीमा के पति और अन्य परिजन से भी बातचीत की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि घटना में तीन अपराधी शामिल हैं। उन्होंने भयानक अपराध किया है। मुख्य अपराधी ऑटो चलाने का कार्य करता है। वह कुछ दिन पूर्व ही जेल से छूट कर आया है। उसे गिरफ्तार किया जा चुका है। साथ ही उसके वाहन का लायसेंस रद्द कर दिया गया है। श्रीमती सीमा ने साहस का काम किया है। मैं उसे प्रणाम करता हूँ और बधाई देता हूँ। वे अन्याय और हिंसा के खिलाफ प्रेरणा बन कर सामने आई हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि डॉक्टरों से विचार-विमर्श कर श्रीमती सीमा की प्लास्टिक सर्जरी भी करवाई जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में दी सख्त हिदायतें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसके पहले आज सुबह मुख्यमंत्री निवास में आला अफसरों की बैठक बुलाकर कल राजधानी में हुई हिंसा की इस घटना पर चिंता और दु:ख व्यक्त किया। उन्होंने अप्रसन्न्ता के स्वर में कहा कि इस घटना से मैं बहुत अपसेट हूँ। महिलाओं के विरूध छेड़खानी की घटनाएँ हिंसा का स्वरूप लेंगी, यह अकल्पनीय है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पुलिस कमिश्नर भोपाल श्री मकरंद देऊस्कर को निर्देश दिए कि महिलाओं के सम्मान पर आँच पहुँचाने वाले अपराधिक तत्वों को किसी भी कीमत पर बखशा नहीं जाए। उनके विरूद्ध सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए। उन्हें जिला बदर भी करना पड़े तो प्रकरण तैयार कर तेजी से क्रियान्वित किया जाए। ऐसे जघन्य अपराधियों को सिर्फ कारावास में भेजने से काम नहीं चलेगा। आवश्यक धाराओं में और अधिक कठोर कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी, विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी मुख्यमंत्री कार्यालय श्री योगेश चौधरी, कमिश्नर भोपाल श्री गुलशन बामरा और कलेक्टर भोपाल श्री अविनाश लवानिया उपस्थित थे।

---अशोक मनवानी


Saturday, May 7, 2022

CM ने अंतरराज्यीय चोर की गिरफ्तारी पर पुलिस को दी बधाई

 पुलिसकर्मी 10-10 हजार रूपए की राशि से पुरस्कृत

भोपाल: शुक्रवार 6 मई 2022: (मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो)::

Symbolic Pexels-Photo By Kindel Media C1
चोरी जैसे जुर्मों का दायरा बढ़ने से आम लोगों के दिलों में एक आतंक जैसा पैदा करता जा रहा है। न घर में सुरक्षा महसूस होती है न ही घर से बाहर। चोर हर जगह पर सेंध लाने को तैयार बैठे होते हैं। इसी बीच एक अच्छी खबर भी आई है कि राज्य पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय चोर को काबू करने में सफलता पा ली है। 

मध्यप्रदेश में अंतरराज्यीय चोर की गिरफ्तारी से पुलिस को बहुत बड़ी सफलता मिली है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल पुलिस द्वारा अंतरराज्यीय चोर हसन को गिरफ्तार करने पर पुलिस विभाग को बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ऐसे कर्त्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी ही मध्यप्रदेश की शान हैं। पुलिसकर्मियों एसआई वर्षा बैगा, आर. धन्नालाल एवं परिमल को 10-10 हजार रूपए की राशि से पुरस्कृत किया है।

उल्लेखनीय है कि इन पुलिसकर्मियों ने अन्य राज्यों में करोड़ों की चोरी के आरोपी हसन को गिरफ्तार करने में
सफलता प्राप्त की। पुलिसकर्मियों ने शातिर चोर हसन को गिरफ्तार कर यूनियन बैंक में करोड़ों रूपए की चोरी होने से बचाया।

Tuesday, March 8, 2022

महिलाओं ने संभाली मुख्यमंत्री श्री चौहान की सुरक्षा

 8th March 2022 at 15:35 IST

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला पुलिस ने संभाली जिम्मेदारी

भोपाल: मंगलवार, 8 मार्च 2022 (मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो)::

इस बार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मध्यप्रदेश सरकार ने एक ऐसा सकारत्मक कदम उठाया है जिसने महला दिवस पर एक मिसाल पैदा की है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा का दायित्व अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को महिला पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने संभाला। एसीपी कोतवाली सुश्री बिट्टू शर्मा मुख्यमंत्री श्री चौहान के कारकेड की प्रभारी थीं। रक्षित निरीक्षक श्रीमती इरशाद अली ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का वाहन चलाया। सायबर सैल की इंस्पेक्टर सुश्री रेनू मुराब ने पायलट गाड़ी की कमान संभाली। मिसरोद थाने की सब इंस्पेक्टर सुश्री अर्चना तिवारी ने आज वीआईपी शैडो की जिम्मेदारी संभाली।  

कारकेड में वार्नर का दायित्व हनुमानगंज थाने की उप निरीक्षक सुश्री कंचन राजपूत तथा हबीबगंज थाने की उप निरीक्षक सुश्री सुनीता भलराय पर था और पायलेट का दायित्व थाना बजरिया की उप निरीक्षक सुश्री भावना शर्मा के पास। थाना कमला नगर की उप निरीक्षक सुश्री आकांक्षा शर्मा, एसटीएफ की निरीक्षक सुश्री कंचन राजपूत, चूना भट्टी थाने की उप निरीक्षक सुश्री गौसिया सिद्दीकी, हबीबगंज थाने की उप निरीक्षक सुश्री रिद्धी शर्मा, शाहपुरा थाने की उप निरीक्षक सुश्री संध्या शुक्ला, अशोका गार्डन थाने की उप निरीक्षक सुश्री योगिता जैन, शहजहानाबाद थाने की उप निरीक्षक सुश्री कल्पना गुर्जर भी मुख्यमंत्री श्री चौहान की सुरक्षा में तैनात रहीं। इसके साथ ही उप निरीक्षक सुश्री मंजू, उप निरीक्षक सुश्री मोनिका अबरियो, उप निरीक्षक सुश्री कोमल गुप्ता, उप निरीक्षक मेघा गोहिया, उप निरीक्षक सुश्री मेघा उदेनिया ने भी महत्पूर्ण दायित्व निभाए।

उल्लेखनीय है कि कारकेड प्रभारी एसीपी कोतवाली सुश्री बिट्टू शर्मा अंतर्राष्ट्रीय स्तर की जूडो खिलाड़ी रही हैं। उन्होंने 25 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया और 15 अंतर्राष्ट्रीय पदक प्राप्त किए। इसी प्रकार मुख्यमंत्री श्री चौहान का वाहन चलाने वाली श्रीमती इरशाद अली ने भोपाल के ट्रेफ्रिक प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सुश्री रेनू मुराब यू.एन. पीस कीपिंग मिशन तथा सीबीआई में रह चुकी हैं और फर्स्ट शैडो का दायित्व निभाने वाली सुश्री अर्चना तिवारी मिसरोद थाने में ऊर्जा महिला डैस्क की प्रभारी हैं।

Sunday, February 27, 2022

जब खजुराहो के नृत्यों में साकार हुए बसंत और फागुन

26 February 2022 at 21:41 IST

खजुराहो नृत्य समारोह का समापन हृदयग्राही और ओजपूर्ण रहा 


भोपाल
: शनिवार, 26 फरवरी 2022, 21:41 IST: (मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो)::


फागुन महीने का जादू क़ज़ा होता है इसकी अनुभूति के बिना इसे समझा नहीं जा सकता। जानेमाने फ़िल्मकार जनाब राजिंदर सिंह बेदी ने वर्ष 1973 में रिलीज़ हुई फिल्म फागुन को लिखा भी था और निर्देशित भी किया था। फागुन से जुड़े माहौल और जज़्बातों को दर्शाती इस फिल्म में हरति रंग भी था और पंजाब का रंग भी। अमीरी का रंग भी और गरीबी का रंग भी। सुनने वालों को मस्त कर देने वाले गीतों को लिखा था मजरूह सुल्तानपुरी साहिब ने और संगीत से सजाया था सचिनदेव बर्मन साहिब ने। इसमें एक गीत है फागुन आयो रे.....! इस गीत के शब्द, आवाज़ और संगीत एक दृश्य का निर्माण कर देते हैं कि होली का उल्लास साकार हो उठता है। 

जब वसंत के महीने में खजुराहो जैसा स्थान भी हो तो एक नया ही रंग बनता है। पर्यटन नगरी में आज की शाम बसंत और फागुन अपने शबाब पर थे। इस बार 48वें खजुराहो नृत्य समारोह के आखिरी दिन सुर, लय, ताल, नृत्य, संगीत और रंगों का ऐसा संगम हुआ कि बसंत कब फागुन में बदल गया इसका आभास ही नहीं हुआ। सुखद अहसासों से लबरेज इस रंगीन शाम में भोपाल की श्वेता और क्षमा की जोड़ी से लेकर कथक की जानी मानी हस्ती शमा भाटे ने ऐसे अद्भुत रंग भरे जिसका बखान करना मुश्किल है। आखिरी प्रस्तुति के रूप में सुदूर उत्तर पूर्व भारत के मणिपुरी नर्तकों ने तो कमाल ही कर दिया। इन्हीं प्रस्तुतियों के साथ 48वें खजुराहो नृत्य समारोह का हृदयग्राही समापन हो गया। 

नृत्य समारोह के आखिरी दिन की पहली प्रस्तुति के रूप में कथक और भरतनाट्यम की जुगलबन्दी पेश की गई। भोपाल की भरतनाटयम नृत्यांगना श्वेता देवेंद्र और कथक नृत्यांगना क्षमा मालवीय  ने अपने ग्रुप्स की 14 नृत्यांगनाओं के साथ अद्भुत नृत्य प्रस्तुति दी। दोनों ने नर्मदा जी की स्तुति से शुरुआत की। रागमालिका के तमाम राग़ों को पिरोकर तैयार की गई इस स्तुति के बोल थे-"नमो नर्मदाय निजानंदाय.."। आदि और तीनताल में निबद्ध इस रचना में नर्मदा जी के 10 नामों को भाव नृत से प्रस्तुत किया गया। भाव नृत्य की प्रस्तुति में दोनों नृतिकियों का अद्भुत संगम देखने को मिला।  सूरदास के पद "सुंदर श्याम सुंदसर लीला सुंदर बोलत बचन " कथक और भरतनाटयम का सुंदर रूप उभरकर सामने आया। इसी के साथ कथक और भरतनाटयम को एकाकार करते हुए इस प्रस्तुति का समापन हुआ। 

दूसरी प्रस्तुति देश की जानी मानी नृत्यांगना शमा भाटे के कथक नृत्य की थी। उनके नृत्य संस्थान - "नादरूप " के कलाकारों ने बसंत और फागुन को अपने कथक से खजुराहो के मंच पर साकार किया। "उमंग"  नाम की इस प्रस्तुति में बसंत भी था। होली के रंग भी बिखरे और कृष्ण की बंशी के जादू ने तो मादकता के पैमाने तोड़ दिए। दरअसल शमा जी की इस नृत्य रचना में प्रकृति की खूबसूरती के दर्शन होते हैं। तिलंग के स्वरों में कृष्ण की वंदना- "-वसुदेव सुतम ..." पर कलाकारों ने बेहतरीन नृतभाव दिखाए। फिर रथ पर सवार बसन्त का आगमन मन को लुभा गया। "कलियन संग करत रंगरलियां" बसंत और बहार के सुरों और त्रिताल में बंधी इस रचना पर भाव नृत से कलाकारों ने जैसे बसंत को साकार कर दिया। फिर आगे बढ़े तो पहाड़ी के सुरों में होली-  " रंग डारूँगी डारूँगी रंग डारूँगी नंद के लालन पे " की प्रस्तुति सभी को रंग बिरंगा कर गई। पटदीप के सुरों में सजी बंदिश - बाजे मुरलिया बाजे- पर बाँसुरी और भीमसेन जोशी दोनों ही साकार हो गए। बंदिश पंडित भीमसेन की आवाज में थी आखिर में तीन ताल में भैरवी की बंदिश-" आज राधा बृज को चली," पर भाव नृत करते हुए तराने के बोलों के साथ खुद को समाहित करते हुए नृत्य का समापन हुआ। दर्शकों को लगा कि सब परिपूर्ण है सब सबरंग है। 

नृत्य समारोह का ओजपूर्ण और जोशीला समापन इम्फाल से आये मणिपुरी नृत्य समूह 'तपस्या' के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत मणिपुरी नृत्य से हुआ। नृत्य का आगाज़ नट संकीर्तन से हुआ। यह पूजा का एक रूप है, जो महायज्ञ के रूप में माना जाता है। यह श्रीमद भागवत के सौंदर्य तत्व को प्रदर्शित करता है। मणिपुरी शैली में नर्तकों ने पुंग और करताल के साथ मंद अभिनय और नृत्य संगीत के साथ इसे पेश किया। यूनेस्को ने मणिपुरी नृत्य संकीर्तन को अपनी प्रतिनिधि सूची में जगह दी है। अगली प्रस्तुति "एको गोपी एको श्याम" की रही। इस प्रस्तुति में कृष्ण के प्रति गोपियों के प्यार को बड़े ही उदात्त और मार्मिक ढंग से पेश किया गया।  अहंकार होने पर कृष्ण गोपियों को छोड़कर चले जाते हैं और अहंकार टूटने पर आ जाते हैं। हर गोपी के साथ उनकी उपस्थिति से इसे एको गोपी एको श्याम की संज्ञा दी गई। इन प्रस्तुतियों में 20 कलाकारो ने भागीदारी की। सभी पर्यटको और दर्शकों ने लगातार करतल ध्वनि से खजुराहो नृत्य समारोह के कलाकारों और आयोजकों का अभिवादन कर उनकी प्रस्तुतियों को पूर्णता प्रदान की।

कुल मिला कर यह एक यादगारी आयोजन रहा। जो देख सके वे भाग्यशाली रहे। जो इस बार नहीं देख सके उन्हें इंतज़ार करना होगा अगली बार का। 

Thursday, February 3, 2022

कहानी नूर और सिमरन की//कुमुद सिंह की ज़ुबानी

 सोचने को मजबूर करती सच्ची कहानी 

आप सुन सकते हैं उनकी नई पॉडकास्ट यहाँ क्लिक करके

लुधियाना: 3 फरवरी 2022: (मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो)::

मुझे नहीं मालूम देवलोक है या नहीं। देवी देवता होते हैं या नहीं। लेकिन इतना ज़रूर है कि कुछ विशेष लोग इसी इंसानी रूप में ऐसे होते हैं जिनमें दूसरों के दर्द को महसूस करने की संवेदना होती है। जिनमें दूसरों के दुःख को दूर करने की इच्छा होती है। जिनके पास जो कुछ होता है उसे बांट कर ही उन्हें ख़ुशी मिलती है। कुमुद सिंह उन्हीं दिव्य लोगों जैसी ही हैं।  
सादगी भरा सीधा सा व्यक्तित्व। बिलकुल ही सीधे से शब्द। टू द पॉइंट बात। सीधा सा नज़रिया। सरोकार आम जनता से जुड़े हुए। यही है कुमुद सिंह की जान पहचान। सड़क पर राह जाते गाड़ी रोक लेना। सिर्फ रोक ही नहीं लेना ज़रूरत पड़े तो बैक भी करना। अगर बैक करना सम्भव न हो तो अगले कट से ही वापिस उधर आ पहुंचना जहां फुटपाथ पर परेशान से बैठे किसी व्यक्ति को देखा था। बस दिमाग में इतना सा ही कौंध जाना कि यह तो कोई बरसों पुराने जानकार का चेहरा लगता है। पास आ कर पूछना आप कहीं वो तो नहीं जो हमारे पड़ोस में रहते थे। कन्फर्म भी करना उसका हालचाल भी पूछना और गाड़ी में पड़ी राश की किट के साथ उसे कुछ पैसे भी थमा देना। कोरोना के दिनों में कुमुद परिवार की टीम ने ऐसा बहुत बार किया। यह मोहब्बत है इंसानियत से। इबादत है इंसानियत की। मोहब्बत इसी तरह इबादत बनती है। आप सुन सकते हैं उनकी नई पॉडकास्ट यहाँ क्लिक करके। बहुत ही टचिंग है यह कहानी नूर और सिमरन की। कुमुद कहती हैं-जि़न्दगी का पहला और अंतिम सत्य तो मोहब्बत ही है ना और मोहब्बत का दूसरा नाम हैं "नूर और सिमरन" (जिसे नूर प्यार से सिमर कहती) आज  सुनिये कहानी नूर और सिमरन की।  कुमुद जी की आवाज़ सचमुच आकाशवाणी की ही आवाज़ लगती है। अपनी कलम, अपनी आवाज़ अपने शब्दों और अंदाज़ का इस्तेमाल अमन और मोहब्बत के लिए करना एक बहुत मिसाल हम सभी के लिए। आप भी सरोकार से जुड़ सकते हैं। पहले अआप इसे सुन कर देखिए। आपके विचारों की इंतज़ार रहेगी ही। --रेक्टर कथूरिया 

Monday, January 17, 2022

महिला विरोधी जुर्मों के खिलाफ और सख्त हुए मुख्यमंत्री चौहान

 Monday 17th January 2022, 17:34 IST

कहा-मानवता को शर्मसार करने वाले अपराधी को मिले कड़ी सजा

महिलाओं के विरूद्ध अपराध की घटनाओं पर बुलाई विशेष बैठक


भोपाल: सोमवार 17 जनवरी 2022 at 17:34 IST सोमवार

महिलाओं के खिलाफ अपराध रुकने का नाम ही नहीं ले रहे। दुनिया भर में शर्मनाक घटनाएं बढ़ रही हैं। देश का शायद ही कोई ऐसा कोना ही जहां से ऐसी खबरें न आ रही हों। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हाल ही में कुछ जिलों में महिलाओं के विरूद्ध घटित अपराधों में सख्त से सख्त कार्यवाही की जाये। अमानवीय और घृणित कृत्य करने वाले नरपिशाचों को फाँसी के तख्ते तक ले जाने के लिए ऐसे प्रकरणों का निरंतर फॉलोअप किया जाये। इंदौर, सीहोर, ग्वालियर और शिवपुरी में हुई घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर की कल की घटना पर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों के विरूद्ध सिर्फ गिरफ्तारी तक कार्यवाही सीमित नहीं होना चाहिए। इंदौर ग्रामीण के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि इस प्रकरण में 5 लोग गिरफ्तार हुए हैं। मुख्यमंत्री ने प्रकरण में अविलंब आरोप-पत्र लगाने और फॉस्ट ट्रेक कोर्ट में मामला ले जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सीहोर की घटना पर भी गंभीर रूख अपनाते हुए कहा कि दोषियों को फास्ट ट्रेक के माध्यम से दण्डित किया जाए। उन्होंने ग्वालियर के पुलिस अधिकारियों से 27 दिसंबर की घटना पर चर्चा की। इस प्रकरण में तीन व्यक्ति गिरफ्तार हुए हैं। अपराध में उपयोग में लाए गए ट्रक को भी राजसात करने और ट्रक के मालिक के विरूद्ध भी एफआईआर करने के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने पुलिस अधीक्षक शिवपुरी से जिले में एक बालिका पर परिजन द्वारा घटित अपराध की घटना में दोषी के विरूद्ध कठोरतम दंड के निर्देश दिए।

मानवता शर्मसार होती है ऐसी घटनाओं से

मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपराधियों की संपत्ति जप्त करने को भी कहा। मुख्यमंत्री ने चारों मामलों को चिन्हित अपराध की श्रेणी में शामिल करते हुए फास्ट ट्रेक कोर्ट के माध्यम से कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

चीनी मांझा जानलेवा है, कार्यवाही करें–मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उज्जैन में पतंगबाजी में उपयोग में लाए जाने वाले चीनी मांझे से एक युवती की मृत्यु को दुखदायी बताया। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित मांझे का उपयोग करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। प्रदेश में किसी भी स्थान पर इसके विक्रय और उपयोग पर नजर रखें और जानलेवा सिद्ध होने वाली इस सामग्री के इस्तेमाल को नियंत्रित करें। बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी, मुख्यमंत्री कार्यालय के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्री योगेश चौधरी उपस्थित थे।

अशोक मनवानी