tag:blogger.com,1999:blog-15159285527577397852024-03-29T08:59:18.677+05:30मध्यप्रदेश स्क्रीन Email: medialink32@gmail.com WhatsApp: +91 9888272045 and +91 9915322407Rector Kathuriahttp://www.blogger.com/profile/06225119395785915592noreply@blogger.comBlogger55125tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-21113509626188511262023-12-03T22:30:00.012+05:302023-12-04T07:57:34.290+05:30विधानसभा निर्वाचन-2023:ग्वलियर में भी दिखा मोदी का जादू<p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #666666; font-size: x-small;">रविवार 03 दिसम्बर 2023 को 21:53 बजे </span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: large;">जिले के सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के चुनाव परिणाम घोषित</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #2b00fe;">ग्वालियर</span>: <span style="color: #4c1130;">रविवार,</span> </b><b><span style="color: #666666; font-size: x-small;"> 03 दिसम्बर 2023: (</span><span style="color: #2b00fe; font-size: x-small;">मध्य प्रदेश स्क्रीन</span><span style="color: #666666; font-size: x-small;"> ब्यूरो//</span><span style="color: #741b47; font-size: x-small;">चुनाव डेस्क</span><span style="color: #666666; font-size: x-small;">)::</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #4c1130;"></span></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b><span style="color: #4c1130;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg40KqZ3279ipNUrLTopec8h7lG3tYNQuf0c5Dva-vmtM1MrCrbNF4G2zzHXXKUmDVH6Qw8FY2vJ8_4wjgat2nFeCQhJD7DU79LXr4n4K4UzefJLcZrFi1Lj_THQu5wgSN9L5hAshjlE9YhIoihLSO7PckuybJqqKTGxp18zei2Hc3mFKatOZh-PBDFsHXT/s1048/%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%20%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%A4%E0%A5%87%20%E0%A4%B9%E0%A5%88%E0%A4%82%20%E0%A4%AE%E0%A4%A7%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B6%20%E0%A4%95%E0%A5%87%20%E0%A4%9A%E0%A5%81%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%80%20%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%A3%E0%A4%BE%E0%A4%AE.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="1048" data-original-width="786" height="320" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg40KqZ3279ipNUrLTopec8h7lG3tYNQuf0c5Dva-vmtM1MrCrbNF4G2zzHXXKUmDVH6Qw8FY2vJ8_4wjgat2nFeCQhJD7DU79LXr4n4K4UzefJLcZrFi1Lj_THQu5wgSN9L5hAshjlE9YhIoihLSO7PckuybJqqKTGxp18zei2Hc3mFKatOZh-PBDFsHXT/s320/%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%20%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%A4%E0%A5%87%20%E0%A4%B9%E0%A5%88%E0%A4%82%20%E0%A4%AE%E0%A4%A7%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B6%20%E0%A4%95%E0%A5%87%20%E0%A4%9A%E0%A5%81%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A5%80%20%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%A3%E0%A4%BE%E0%A4%AE.jpg" width="240" /></a></span></b></div><b><span style="color: #4c1130;">इस बार के इन विधानसभा चुनावों के परिणामों पर सभी की नज़र थी। इन परिणामों को 2024 के चुनावों <span style="background-color: white; font-family: arial, sans-serif; text-align: left;">सेमीफाइनल</span> ही मन जा रहा था। मध्यप्रदेश और राजस्थान प् र सियासी लोगों की विशेष निगाहें थीं। आसान। फिर भी भाजपा की जीत अब बहुत से नए संकेत दे रही है। कांग्रेस प्रमुख श्री <span style="background-color: white; font-family: "Google Sans", arial, sans-serif; text-align: left;">मल्लिकार्जुन खड़गे</span> परिणामों के दौरान ही जब सब कुछ स्पष्ट होने लगा था तो की विशेष बैठक कर दी थी। छह दिसंबर को विपक्षी दल परिणामों पर विचार करते हुए अपनी नई रणनीति तय करेंगे। ज़ाहिर है श्री खड़गे लम्बे समय से राजनीति महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारियां हैं। वह इस नई चुनौती का सामना भी करेंगे।</span></b><p></p><p style="text-align: justify;"><b>इस बार भी चुनावी परिणामों की तरफ सभी लोग निगाहें लगा कर बैठे थे। देश भर में सबसे अधिक उत्साह गया भारतीय जनता पार्टी में। भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा</b> निर्धारित कार्यक्रम के तहत रविवार 3 दिसम्बर को ग्वालियर जिले की सभी 6 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के मतों की गिनती यहाँ एमएलबी कॉलेज में विधानसभा क्षेत्रवार बनाए गए मतगणना कक्षों में की गई। गिनती के बाद संबंधित रिटर्निंग अधिकारियों द्वारा चुनाव परिणाम घोषित किए गए। साथ ही विजयी प्रत्याशियों को कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अक्षय कुमार सिंह एवं संबंधित प्रेक्षक गणों की मौजूदगी में रिटर्निंग अधिकारियों द्वारा विजयी प्रत्याशियों को निर्वाचित होने के प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। </p><p style="text-align: justify;"><b>विधानसभा निवा्रचन क्षेत्र 14-ग्वालियर ग्रामीण में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी श्री साहब सिंह गुर्जर ने </b>अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी श्री भारत सिंह कुशवाह को 3242 मतों से पराजित किया। श्री गुर्जर को 79 हजार 871 मत और श्री कुशवाह को 76 हजार 629 मत प्राप्त हुए। </p><p style="text-align: justify;"><b>जिले के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 15-ग्वालियर से </b>भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर 19 हजार 140 मतों से विजयी रहे। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी इंडियन नेशनल काँग्रेस के प्रतयाशी श्री सुनील शर्मा को पराजित किया। श्री तोमर को एक लाख 4 हजार 775 और श्री शर्मा को 85 हजार 635 मत मिले। </p><p style="text-align: justify;"><b>विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 16-ग्वालियर पूर्व से</b> इंडियन नेशनल कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. सतीश सिंह सिकरवार ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी श्रीमती माया सिंह को 15 हजार 353 मतों से हराया। श्री सिकरवार को एक लाख 301 मत और श्रीमती माया सिंह को 84 हजार 948 मत हासिल हुए। </p><p style="text-align: justify;"><b>जिले के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 17-ग्वालियर दक्षिण से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी श्री नारायण सिंह कुशवाह</b> ने इंडियन नेशनल काँग्रेस के प्रत्याशी श्री प्रवीण पाठक को 2 हजार 536 मतों से हराया। श्री कुशवाह को कुल 82 हजार 317 मत प्राप्त हुए। उनके निकटतम प्रतिद्वंदी श्री पाठक को 79 हजार 781 मत मिले। </p><p style="text-align: justify;"><b>विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 18-भितरवार से भारतीय जनता पार्टी के</b> उम्मीदवार श्री मोहन सिंह राठौर ने इंडियन नेशनल काँग्रेस के प्रत्याशी श्री लाखन सिंह यादव को 22 हजार 354 मतों से पराजित किया। श्री राठौर को 97 हजार और श्री यादव को 74 हजार 646 मत प्राप्त हुए। </p><p style="text-align: justify;"><b>विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 19-डबरा (अजा) से</b> इंडियन नेशनल काँग्रेस के प्रत्याशी श्री सुरेश राजे विजयी रहे। उन्होंने अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार श्रीमती इमरती देवी को 2 हजार 267 मतों से हराया। श्री सुरेश राजे को 84 हजार 717 व श्रीमती इमरती देवी को 82 हजार 450 मत मिले। </p><p style="text-align: justify;"><b>विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 14-ग्वालियर ग्रामीण का चुनाव परिणाम रिटर्निंग अधिकारी श्री बृजबिहारी लाल श्रीवास्तव,</b> 15-ग्वालियर का परिणाम रिटर्निंग अधिकारी श्री श्री अतुल सिंह, 16-ग्वालियर पूर्व का परिणाम रिटर्निंग अधिकारी श्री विनोद सिंह, 17-ग्वालियर दक्षिण का परिणाम रिटर्निंग अधिकारी श्री नरेश कुमार गुप्ता, 18-भितरवार का परिणाम रिटर्निंग अधिकारी श्री देवकीनंदन सिंह और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 19-डबरा (अजा) का चुनाव परिणाम रिटर्निंग अधिकारी श्री मुनीष सिकरवार द्वारा घोषित किया गया। </p><p style="text-align: justify;"><b>कलेक्टर श्री सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री राजेश चंदेल रविवार को</b> सुबह से मतगणना सम्पन्न होने तक लगातार मतगणना व्यवस्था का का जायजा लेते रहे। साथ ही मतगणना व्यवस्था के प्रभारी एवं जिला पंचायत सीईओ श्री विवेक कुमार, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू अरूण कुमार एवं श्री टी एन सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री ऋषिकेश मीणा समेत अन्य पुलिस अधिकारियों ने सुव्यवस्थित ढंग से मतगणना सम्पन्न कराने में महती भूमिका निभाई। </p><p style="text-align: justify;"><b>पूरी पारदर्शिता के साथ खुले स्ट्रांग रूम</b></p><p style="text-align: justify;">मतगणना दिवस को प्रात:काल लगभग 7 बजे सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के स्ट्रांग रूम पूरी पारदर्शिता के साथ खोले गए। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षकगण, प्रत्याशी और उनके निर्वाचन अभिकर्ताओं की मौजूदगी में स्ट्रांग रूम खोले गए। भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत स्ट्रांग रूम खोलने के दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई। </p><p style="text-align: justify;"><b>कलेक्टर एवं एसएसपी ने जताया आभार</b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #4c1130;">कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अक्षय कुमार सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री राजेश चंदेल ने सुव्यवस्थित ढंग से मतगणना सम्पन्न होने पर मतगणना में लगे अधिकारी-कर्मचारियों, प्रत्याशी व उनके अभिकर्ताओं, मीडिया प्रतिनिधियों तथा जिलेवासियों के प्रति आभार जताया है। </span><span style="color: #666666;">--हितेंद्र सिंह भदौरिया</span></b></p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-32230105288362312162023-07-31T22:55:00.011+05:302023-08-01T12:47:31.560+05:30बाबा बैजनाथ धाम में मुख्यमंत्री श्री चौहान 2 अगस्त भूमि-पूजन करेंगे<p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #666666; font-size: x-small;">सोमवार, 31 जुलाई 2023 at 22:38 IST</span></b></p><p style="text-align: justify;"><span style="color: #fcff01; font-size: large;"><b style="background-color: #660000;">विकासात्म</b><b style="background-color: #660000;">क कार्यों के लिए होगा यह भूमि पूजन </b></span></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="font-size: medium;">मुख्यमंत्री ने आगर-मालवा और मंदसौर में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी भी ली</span></b></p><p><span style="color: #2b00fe;"></span></p><div class="separator" style="clear: both; font-weight: bold; text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjuWbxcjmKpUoxw5pXV91Z7JVZpDYGp1oIEGOZAdCfgJwcZcGsf1-NcGP5huLYIjkydBfwjguT4ZJ96jejNxr2nfwKQQeUwrCFV72B3KFxEWRBrYzrpvCrrX9cyzO1fWdpQNK3RSpU3Q37ECbQkQHxYCV5s45sTk9VwxzjS-UZRvwLf_GnJ9Rg3adKh_V2y/s1080/Baba%20Baijnath%20Pics%20Details%20in%20madhyaPradesh%20Screen%20and%20Aradhana%20Times.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="809" data-original-width="1080" height="480" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjuWbxcjmKpUoxw5pXV91Z7JVZpDYGp1oIEGOZAdCfgJwcZcGsf1-NcGP5huLYIjkydBfwjguT4ZJ96jejNxr2nfwKQQeUwrCFV72B3KFxEWRBrYzrpvCrrX9cyzO1fWdpQNK3RSpU3Q37ECbQkQHxYCV5s45sTk9VwxzjS-UZRvwLf_GnJ9Rg3adKh_V2y/w640-h480/Baba%20Baijnath%20Pics%20Details%20in%20madhyaPradesh%20Screen%20and%20Aradhana%20Times.jpg" width="640" /></a></span></div><div style="text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;"><span style="font-weight: 700;"><br /></span></span></div><span style="color: #2b00fe;"><span style="font-weight: bold;"><div style="text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;">भोपाल</span><b>: </b><span style="color: #444444;">सोमवार, 31 जुलाई 2023</span><b>: (</b><span style="color: #4c1130;">कार्तिका सिंह</span><b>//</b><span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन</span><span style="color: #444444;"> डेस्क</span><b>):</b></div></span></span><p></p><p style="text-align: justify;"><b>मध्य प्रदेश में पूजा पाठ के हर अवसर को हमेशां याद रखा जाता है। इसी तरीक से आम जनजीवन में पूजा अर्चना की आस्था और भावना को विकसित किया जा सकता है। बेहद सुखद बात यह है कि मुख्यमंत्री अक्सर स्वयं इस मकसद में अग्रणी रहते हैं। इसकी नई मिसाल मिलेगी कल एक अगस्त को आगर मालवा और मंदसौर में होने वाले विशेष आयोजन के दौरान जब मंदिर में भूमि पूजन भी होगा। </b></p><p style="text-align: justify;"><b></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgdudgxv8HbGwQeeSO-FEM6dpufote38qwE5MAN0w_s__prez3LVsDtv8igt2DOkZ66jln1T5qzV6sE1Cfwy2s3cRYpLPrWvknzxyb_hh2XTaMt5ZaHoyfdThSr1KG8ZjGveb2-8eo8p4-pZz1iTp6q5YJBhdWd8PrmNDrKf2qOcSy5qgw3mC8Se2qmczyx/s600/CM%20Shivraj%20Singh%20Chauhan.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="400" data-original-width="600" height="266" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgdudgxv8HbGwQeeSO-FEM6dpufote38qwE5MAN0w_s__prez3LVsDtv8igt2DOkZ66jln1T5qzV6sE1Cfwy2s3cRYpLPrWvknzxyb_hh2XTaMt5ZaHoyfdThSr1KG8ZjGveb2-8eo8p4-pZz1iTp6q5YJBhdWd8PrmNDrKf2qOcSy5qgw3mC8Se2qmczyx/w400-h266/CM%20Shivraj%20Singh%20Chauhan.jpg" width="400" /></a></b></div><b>इसकी सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि</b> आगर-मालवा और मंदसौर में 2 अगस्त को होने वाले कार्यक्रम बेहतर ढंग से आयोजित हों। आगर-मालवा में बाबा बैजनाथ धाम में विकासात्मक कार्यों का भूमि-पूजन की तैयारियाँ समय पर और सही ढंग से की जाये। सभी कार्यक्रमों में जन-प्रतिनिधियों से समन्वय किया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान वीडियो कान्फ्रेंसिंग से मंदसौर और आगर-मालवा में होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों की जानकारी प्राप्त कर रहे थे। संबंधित जिलों के कलेक्टर्स वीसी से वर्चुअली जुड़े।<p></p><p style="text-align: justify;"><b>इस स्थान की आस्था को ले कर बहुत सी सच्ची कहनियाँ प्र्चाल्लित हैं। </b>अंग्रेज़ उछ अधिकारी की आस्था हबी ज़हन पर यूं ही नहीं बन गई थी। इस अंग्रेज़ अधिकारी को स्वयं महादेव शिव ने दर्शन दिए था। इस सरे घटनाक्रम की कथा भी बहुत दिलचस्प है। इसके बाद ही इस अंग्रेज़ का सारा परिवार ही शिव का भक्त बन गया था। </p><p style="text-align: justify;"><b>आगर मालवा की ब्रिटिश छावनी के लेफ्टिनेंट कर्नल मार्टिन जब अफ्गानिस्तान के साथ हुए युद्ध के दौरान अपनी नियुक्ति होने पर जंग के मैदान में से अचानक ही एकदिन लापता हो गए </b>तो कर्नल की पत्नी लेडी मार्टिन को बहुत चिंता होने लगी। इसी चिंता में जब वह एक दिन पति की खोज में थी। शायद भगवान शिव ही लीला कर रहे थे। अंग्रेजों को भारत की दिव्य शक्ति से अवगत करवाया जा रहा था। </p><p style="text-align: justify;"><b>इसी खोज के अभियान में लेडी मार्टिन ने बैजनाथ महादेव से मन्नत मांगी कि </b>यदि उनके पति कर्नल मार्टिन युद्ध से सकुशल लौट आए तो वह शिखर बंद मंदिर बनवाएंगी. लघुरुद्री अनुष्ठान की पूर्णाहुति के दिन एक संदेशवाहक लेडी मार्टिन से मिलने आया और उन्हें एक लिफाफा दिया। यह एक चमत्कार ही तो था। इस पत्र के मिलने से एकबारगी तो सनसनी फ़ैल गई। </p><p style="text-align: justify;"><b>लेडी मार्टिन ने घबराते हुए लिफाफा खोला, </b>जिसमें कर्नल मार्टिन का पत्र था। युद्ध की भयावह स्थिति का उल्लेख था। उन खौफनाक हालात पर पत्र में लिखा था, ''हम युद्धरत थे और तुम तक संदेश भी भेजते रहे पर अचानक हमें चारों ओर से पठानी सेना ने घेर लिया था। ब्रिटिश सेना कटती-मरती और मैं भी वहीं पर मर जाता। ऐसी विकट परिस्थिति में हम घिर गए थे कि प्राण बचाकर भागना भी कठिन था। इतने में सहसा मैंने देखा कि युद्ध भूमि में भारत के कोई एक योगी, जिनकी बड़ी लम्बी जटाएं हैं, उनके हाथ में तीन नोंक वाला एक हथियार (त्रिशूल) है।'' इस तरह अभ्ग्वान शिव ने ही वहां पहुँच कर कर्नल को बचाया था। अंग्रेज़ सैनिक अधिकारी को कोई भरम नहीं हुआ था। उस ने सब कुछ स्पष्ट लिखा था। </p><p style="text-align: justify;"><b>गौरतलब है कि</b> बैजनाथ महादेव मंदिर जिला आगर-मालवा के सुसनेर रोड (उज्जैन-कोटा रोड राष्ट्रिय राजमार्ग 27) पर स्थित है। बैजनाथ महादेव मंदिर जिला आगर-मालवा के प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थलों में से एक है। यह भारत का एकमात्र मंदिर है जिसे अंग्रेजो ने बनवाया था। मंदिर बाणगंगा नदी के किनारे स्तिथ है, इसका निर्माण कार्य सन 1528 में शुरू हुआ था और 1536 में इसका निर्माण कार्य पूर्ण हुआ था। मंदिर के शिखर की ऊंचाई लगभग 50 फीट है। </p><p style="text-align: justify;"><b>विकास पर्व और महिला सम्मेलन का भी होगा विशेष आयोजन जिसमें सभी वर्गों के लोग भाग लेंगें। इस की भी सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। </b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगर-मालवा में 2 अगस्त को दोपहर 11 बजे बाबा बैजनाथ धाम में विकासात्मक कार्यों का भूमिपूजन के साथ जनदर्शन यात्रा, विकास पर्व एवं महिला सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। महिला सम्मेलन, लाड़ली बहना महा-सम्मेलन के रूप में मनाया जाएगा। कार्यक्रम की पूरी व्यवस्था कर ली जाए। उन्होंने कहा कि समरसता यात्रा भी जन-दर्शन यात्रा का हिस्सा बनेगी। यात्रा के प्रारंभ में चरण पादुका पूजन होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान से आगर-मालवा में लाड़ली बहनें अपने अनुभव भी साझा करेंगी।</p><p style="text-align: justify;"><b>मंदसौर में रोड शो एवं किसान सम्मेलन का आकर्षण भी होगा जिसमें किसान बढ़चढ़ कर भाग लेंगें।</b><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि </b>मंदसौर में विकास पर्व कार्यक्रम के अंतर्गत पिपलिया मंडी में रोड शो एवं किसान सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। विकास यात्रा के दौरान निर्माण कार्यों का भूमि पूजन एवं लोकार्पण किया जाएगा। लगभग 55 हजार हितग्राही उपस्थित रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनसभा समय पर हो इसका ध्यान रखा जाए। कुल मिलाकर इसका अहसास एक बार फिर होगा कि मध्यप्रदेश में हर कदम पर और हर काम में जहाँ धर्मकर्म को याद रखा जाता है वहां ज़मीन से जुड़े आम लोगों की भागीदारी को भी याद रखना ज़रूरी समझा जाता है। </p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-593750173990811422023-06-01T12:00:00.006+05:302023-06-01T12:00:54.906+05:30120 लाड़ली लक्ष्मी एक जून को जाएँगी बाघा-हुसैनी वाला बार्डर<p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #666666; font-size: x-small;">31st May 2023 at 14:23 IST</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: large;">मुख्यमंत्री श्री चौहान हरी झंडी दिखा कर करेंगे रवाना</span></b></p><p></p><div class="separator" style="clear: both; font-weight: bold; text-align: justify;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh5IDojjHcFkWFBtwPyZa3Wfxm0K9UUrl5tezB07QBedjdh0n78N5MLp4gnO_cZftrC4R3rNl9degANIv8fl2VI2IpbRHG9p4ZRiVuHvDWB4aw_pU0xrnwajofknCebBFs7PPoHTmm1RP878xQjp9pV_6ET2GpBO7bTrp22Gg8COJkyPhJn4xJWydTRbA/s1080/Wagah%20Border%20Clicks%20Details%20in%20Punjab%20Screen.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="539" data-original-width="1080" height="320" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh5IDojjHcFkWFBtwPyZa3Wfxm0K9UUrl5tezB07QBedjdh0n78N5MLp4gnO_cZftrC4R3rNl9degANIv8fl2VI2IpbRHG9p4ZRiVuHvDWB4aw_pU0xrnwajofknCebBFs7PPoHTmm1RP878xQjp9pV_6ET2GpBO7bTrp22Gg8COJkyPhJn4xJWydTRbA/w640-h320/Wagah%20Border%20Clicks%20Details%20in%20Punjab%20Screen.jpg" width="640" /></a></div><div style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 700;"><br /></span></div><span style="color: #2b00fe; font-weight: bold;"><div style="text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;">भोपाल</span>: <span style="color: #444444;">बुधवार, 31मई 31, 2023</span>: (<span style="color: #2b00fe;">मध्य प्रदेश स्क्रीन</span> <span style="color: #444444;">ब्यूरो</span>)::</div></span><p></p><p style="text-align: justify;"><b>"माँ तुझे प्रणाम" योजना में प्रदेश की 120 लाड़ली लक्ष्मी</b> एक जून को बाघा-हुसैनी वाला बार्डर की अनुभव यात्रा पर जाएंगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर 12 बजे रवीन्द्र भवन से लाड़ली लक्ष्मियों को हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे। दोपहर 3:30 बजे दादर-अमृतसर एक्सप्रेस से रवाना होंगी। खेल और युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया भी उपस्थित रहेंगी।</p><p style="text-align: justify;"><b>अनुभव यात्रा में</b> जाने वाली लाड़ली लक्ष्मियाँ बाघा-हुसैनी वाला बार्डर (अमृतसर पंजाब), स्वर्ण मंदिर, जलियाँवाला बाग और रामतीर्थ का भ्रमण करेंगी। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष निर्णय लिया गया था कि प्रदेश की लाड़ली लक्ष्मी बेटियाँ भी "माँ तुझे प्रणाम" योजना का हिस्सा बनेगी। वर्ष 2022 में 200 लाड़ली लक्ष्मी बेटियों ने बाघा बार्डर की यात्रा की थी।</p><p style="text-align: justify;"><b><u>"माँ तुझे प्रणाम" योजना</u></b></p><p style="text-align: justify;"><b>मध्यप्रदेश शासन द्वारा</b> प्रदेश के युवाओं में देश की सीमाओं की सुरक्षा के प्रति जागृति लाने, राष्ट्र के प्रति समर्पण, साहस की भावना जाग्रत करने एवं युवाओं को सेना तथा अर्द्ध सैनिक बलों के प्रति आकर्षित करने के उद्देश्य से वर्ष 2013 में "माँ तुझे प्रणाम" योजना प्रारंभ की गई थी। अब तक 14 हजार 293 युवाओं को भ्रमण पर भेजा गया, जिसमें 7 हजार 779 युवक और 6 हजार 514 युवतियाँ शामिल है। इन्हें लेह-लद्दाख, कारगिल, आर.एस. पुरा (जम्मू-कश्मीर), बाघा-हुसैनीवाला बार्डर (अमृतसर, पंजाब), तनोत माता का मंदिर-लोंगेवॉल (राजस्थान), बीकानेर (राजस्थान), बाडमेर (राजस्थान), कोच्चि (केरल), नाथूला-दर्रा (सिक्किम), तुरा (मेघालय), पेंद्रा-पोल (पश्चिम बंगाल), जय गाँव (पश्चिम बंगाल), अण्डमान-निकोबार और कन्याकुमारी (तमिलनाडु) का भम्रण करवाया गया।</p><p style="text-align: justify;"><span style="color: #999999; font-size: x-small;">बिन्दु सुनील//समाचार </span></p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-72927329519568838382023-04-05T17:31:00.007+05:302023-04-07T17:43:26.877+05:30कांटों वाली भूमि पर फूलों की खेती<p style="text-align: justify;"><span style="color: #666666;"><b>Indore: 05 April 2023 at 16:11</b></span></p><p style="text-align: justify;"><span style="font-family: georgia;"><b><span style="color: #fcff01; font-size: large;"><span style="background-color: #660000;">प्री-वेडिंग शूट के लिए भी हो रही है लगातार लोकप्रिय </span></span></b></span></p><p style="text-align: justify;"></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjPdoE-5lGGvraXWEPKfd1QjlJNNg-Dz7ViHMUQTS9B9xsYg5Ev7EeSTD7P2vNkp_qdw36Tv93KTd9KKNo4fMqFc7Aa3QJfWBc-jClU1k0Srkkp6oQ7JRU6cUayBRvDXFtkQUY6b25G_r_MxCnw0ChRviRpNB-tapfr7kzf_fjqq4kWScQHtJk8c_I7aw/s720/Flower%20Production%20MP%20Indore%20T-05042304154668.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="406" data-original-width="720" height="361" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjPdoE-5lGGvraXWEPKfd1QjlJNNg-Dz7ViHMUQTS9B9xsYg5Ev7EeSTD7P2vNkp_qdw36Tv93KTd9KKNo4fMqFc7Aa3QJfWBc-jClU1k0Srkkp6oQ7JRU6cUayBRvDXFtkQUY6b25G_r_MxCnw0ChRviRpNB-tapfr7kzf_fjqq4kWScQHtJk8c_I7aw/w640-h361/Flower%20Production%20MP%20Indore%20T-05042304154668.jpg" width="640" /></a></div><b><span style="font-family: georgia;"><span style="color: #2b00fe;">इन्दौर</span>: <span style="color: #444444;">5 अप्रैल 2023</span>: (<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन</span> <span style="color: #444444;">डेस्क</span>)::</span></b><p></p><p></p><p style="text-align: justify;"><span style="font-family: georgia;"><b>चित्तौड़गढ़-भुसावल राष्ट्रीय राजमार्ग पर</b> लोहारी गांव के पास नहर की एक ढलान इन दिनों फूलों वाली ढलान के लिए लोकप्रिय हो रही है। यह ढलान प्री-वेडिंग के कपल्स को खूब आकर्षित कर रही है। इस स्थान के सौंदर्य को पिक्चर में कैद करने और यादगार दृश्य बनाने के लिए अब तक यहां 4 जोड़ों ने प्री-वेडिंग शूट किया है। साथ ही राजमार्ग से गुजरने वाले यात्रियों को भी खुबसूरत निमाड़ का एहसास करा रही है। यहां फूलों की बगिया लगाने की भी बड़ी रोचक कहानी है। खेडीफाटा के किसान शंकर पाटीदार ने बताया कि वे 10 से 15 वर्ष से मिर्च या कपास की खेती में बॉर्डर के रूप में गेंदा फूल लगाया करते थे। जो किसी कीट व्याधि के इंडिकेटर के तौर पर काम किया करती थी। किसी भी फसल पर अटैक आने से पहले फूलों पर अटैक होता है। लेकिन जब रासायनिक छिड़काव या खाद नहीं देना पड़ा और बाजार में वजन व भाव अच्छा मिलने लगा तो पूरी तरह फूलों की खेती की शुरुआत की। </span></p><p style="text-align: justify;"><b><u><span style="font-family: georgia;">24 हजार रुपये की लागत से 17 हजार गेंदा 2.5 एकड़ में लगाएँ </span></u></b></p><p style="text-align: justify;"><span style="font-family: georgia;"><b>किसान शंकरजी ने बताया कि</b> फूलों की खेती करना आसान भी है और सस्ता भी। 2.5 एकड़ की इस बगिया को बसाने में मात्र 24 हजार रुपये खर्च किये गए है। 17 हजार पौधों की इस बगिया से 80 दिनों बाद फूल आना भी प्रारम्भ हुए हैं। जो लगातार 70 से 80 दिनों तक फसल रहती है। वे 2.50 एकड़ के क्षेत्र में दूसरी बार गेंदा की किमको सीड किस्म की खेती कर रहे हैं। पिछले वर्ष इसी खेत से 150-160 क्विंटल फूलों का उत्पादन ले चुके हैं। 20 से 25 रुपये के भाव से उन्हें फूल उत्पादन में अच्छा मुनाफा हुआ। क्योंकि इस फसल में किसी कीटनाशक या रासायनिक खाद की जरूरत नहीं पड़ती। इस फसल का अधिक मुनाफा लेने के लिए गणेश चतुर्थी, नवरात्रि और दीपावली के सीजन को बेहतर अवसर मान सकते हैं।</span></p><p style="text-align: justify;"><span style="font-family: georgia;"><b><u>गेंदा फूल की इस ढलान में पानी नहीं था तो ट्यूबवेल कराने पर हुए मजबूर</u></b> </span></p><p style="text-align: justify;"><span style="font-family: georgia;"><b>55 वर्षीय एमकॉम में शिक्षित शंकर भाई ने बताया कि</b> खेती तो उनके पास पर्याप्त है लेकिन 1990 के दशक में पानी नहीं होने से एक फसल ले पाते थे। 1990 से 2010 के मध्य उन्होंने 60 एकड़ खेत के अलग-अलग हिस्सें में अब तक 48 ट्यूबवेल 600 फीट से अधिक गहराई के करवा चुके हैं। लेकिन पानी की पर्याप्त उपलब्धता नहीं हो पाई। फिर 2013 में इंदिरा सागर परियोजना की नहर निकलने के बाद से तस्वीर और खेती का नजरिया बदला। नहर आने के बाद उनके 5 ट्यूबवेल सालभर पानी दे पा रहे है। अब आसपास का पूरा क्षेत्र गर्मी में भी लहलहा रहा है। </span></p><p style="text-align: justify;"><b><u><span style="font-family: georgia;">उद्यानिकी विभाग ने पहली बार ड्रिप सिंचाई से परिचय कराया </span></u></b></p><p style="text-align: justify;"><span style="font-family: georgia;"><b>कसरावद के वरिष्ठ उद्यान विस्तार अधिकारी श्री जगदिश मुजाल्दे ने बताया कि</b> 2005-06 में उद्यानिकी विभाग ने पानी के प्रबंधन करने की कला ड्रिप सिंचाई से परिचय कराते हुए 5 एकड़ में ड्रिप सिंचाई अनुदान पर दिया था। इसके बाद अब तक समय-समय पर उनको और भाईयों को इसी भूमि पर 410322 रूपये के अनुदान पर 27 एकड़ में ड्रिप सिंचाई का लाभ दिया। आज वे पूरे 60 एकड़ खेत में ड्रिप सिंचाई से खेती कर रहे है। उद्यानिकी उपसंचालक श्री केके गिरवाल ने बताया कि जिले में वर्ष 2021-22 में फ्लोरीकल्चर का कुल रकबा 152 हे. और इस वर्ष 2022-23 में 220 हे. है। <span style="color: #666666;"><b>महिपाल अजय</b></span></span></p><div style="text-align: justify;"><br /></div>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-73250241959734806252023-04-03T09:10:00.005+05:302023-04-03T09:10:52.153+05:30 नसरूल्लागंज का नाम अब हुआ भैरूंदा<p style="text-align: justify;"><b style="color: #666666; font-size: small; text-align: left;">Sunday: 2nd April 2023 at 10:56 PM</b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: x-large;">मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वायदा निभाया</span></b></p><p style="text-align: justify;"></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEje2mqCYunrEEGPadRo3Uw33LLdqgVoxewJVwKI9UpPWrHj3VE1dH027PrcixVSTFipujsWGYRBsO3la9dT0ZBPEsCQwWuUvYYz_693UNUe9qSVj1txyUh5VdUniahb0WNK7JkAnMr66BHjq4r2Cr-q2q9qlgAqs26EmnV5i5ZIM-F_nfMCPOTzyvhQmg/s600/Nasrullaganj%20News%20Pics.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="400" data-original-width="600" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEje2mqCYunrEEGPadRo3Uw33LLdqgVoxewJVwKI9UpPWrHj3VE1dH027PrcixVSTFipujsWGYRBsO3la9dT0ZBPEsCQwWuUvYYz_693UNUe9qSVj1txyUh5VdUniahb0WNK7JkAnMr66BHjq4r2Cr-q2q9qlgAqs26EmnV5i5ZIM-F_nfMCPOTzyvhQmg/s16000/Nasrullaganj%20News%20Pics.jpg" /></a></div><b><span style="font-size: medium;">*मुख्यमंत्री </span></b><b><span style="font-size: medium;">श्री चौहान भैरुंदा के गौरव दिवस में हुए शामिल</span></b><p></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="font-size: medium;">*भैरूंदा को 80 करोड़ से अधिक के निर्माण एवं विकास कार्यों का लोकार्पण/भूमिपूजन</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="font-size: medium;">*इस मौके पर भैरूंदा नगर विकास के लिए 100 करोड़ रूपये की घोषणा</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #2b00fe;">भोपाल</span>: <span style="color: #444444;">रविवार, अप्रैल 2, 2023,</span> <span style="color: #3d85c6;">22:24 IST</span></b><b>:</b></p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार मध्यप्रदेश के नवनिर्माण में पूरे ज़ोरशोर से लगी हुई है। मध्यप्रदेश को नया रंगरूप देने के प्रयास में लगातार लगी हुई है। इसी अभियान के अंतर्गत कुछ स्थानों के नाम भी बदले जा रहे हैं। अब नसरूलगंज का नाम बदल कर भैंरूदा कर दिया गया है। </b></p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि</b> आज नसरूल्लागंज का नाम बदल कर भैरूंदा कर दिया गया है। उन्होंने पुराने नाम को ऐतिहासिक अन्याय बताते हुए कहा कि नाम परिवर्तन से हमारा वैभव फिर लौटा है। उन्होंने नगर के ऐतिहासिक बदलाव के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री श्री अमित शाह का आभार व्यक्त किया।</p><p style="text-align: justify;"><b>इस <br />अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने</b> रविवार को विशाल जन-समूह के बीच नसरूल्लागंज का नामकरण भैरूंदा करने का उदघोष नगर के गौरव दिवस पर किया। उन्होंने सिंगल क्लिक से नसरुल्लागंज का नाम बदलकर भेरूंदा करने के साथ ही गजट नोटिफिकेशन सांसद श्री रमाकांत भार्गव और अध्यक्ष नगर परिषद श्री मारुति शिशिर को सौंपा। नागरिकों ने वर्षों पुरानी मांग पूर्ण होने और फिर से वैभव लौटाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार माना। हजारों की संख्या में उपस्थित नागरिकों का उत्साह देखते ही बनता था। इस अवसर पर आतिशबाजी भी की गई।</p><p style="text-align: justify;"><b>विकास परियोजनाओं की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने</b> गौरव दिवस पर नगर को 80 करोड़ 94 लाख से अधिक राशि के अनेक निर्माण एवं विकास कार्यों की सौगात दी। इन कार्यों में 76 करोड़ 25 लाख 51 हजार रूपए की लागत के 16 निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन तथा 4 करोड़ 68 लाख 50 हजार रूपए के दो निर्माण कार्यों का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भैरूंदा नगर के विकास के लिये 100 करोड़ रूपये देने की घोषणा भी की।</p><p style="text-align: justify;"><b>अपनी सरकार की तरफ से किए गए कार्यों के कुछ अंश बताते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि</b> आज पूरे क्षेत्र में सिंचाई, सड़क, बिजली, शिक्षा आदि के अनगिनत कार्य हुए है। भैरूंदा से अब 350 करोड़ रूपये की लागत से नेशनल हाइ-वे बनाया जायेगा, जो खातेगांव, बडनगर और इटारसी को भी जोड़ेगा। उन्होंने भैरूंदा के दो दर्जन से अधिक गाँव को सीप अंबर लिफ्ट एरिगेशन योजना से जोड़ने की घोषणा की। साथ ही करीब एक दर्जन गाँव में बेराज निर्माण की मंजूरी भी दी।</p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली बहना योजना को</b> अपने कार्यकाल की सर्वाधिक अच्छी योजना निरूपित करते हुए कहा कि यह योजना गरीब परिवार में खुशहाली के साथ ही बहनों के सशक्तिकरण, मान-सम्मान बढ़ाने और आत्म-निर्भर बनाने की योजना है। उन्होंने सभी पात्र बहिनों से शिविर में बिना कुछ दिए आवेदन करने का आहवान किया।</p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री ने कहा कि</b> सी.एम. राइज स्कूल गाँव के गरीब परिवार के बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का माध्यम बनेंगे। उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना में बेटियों की शिक्षा का खर्च राज्य सरकार उठा रही है। प्रदेश में अब मेडिकल और इंजीनियरिंग की शिक्षा अब हिंदी भाषी बच्चे भी कर सकेंगे और अपना भविष्य सवांर सकेंगे। उन्होंने भैरूंदा में स्किल पार्क बनाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरियों में भर्ती, स्व-रोजगार योजनाओं से रोजगार देने के साथ ही अब मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना भी जून से लागू की जायेगी। योजना में काम सीख रहे युवाओं को 8 हजार रूपए भी मिलेंगे।</p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि</b> प्रदेश में शराब को हतोत्साहित करने के लिये सभी अहाते बंद कर दिये गये हैं। इस दिशा में समाज को भी सकारात्मक रूख अपनाना होगा। सांसद श्री रमाकांत भार्गव ने भैरूंदा का वैभव लौटाने के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। गौरव दिवस पर 40 से अधिक विभागीय गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर प्रदर्शनी लगाई गई। मुख्यमंत्री ने नगर की विभूतियों को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में स्थानीय जन-प्रतिनिधि, विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।</p><p style="text-align: justify;"><span style="color: #999999; font-size: xx-small;"><b> राजेश बैन</b></span></p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-20946029875802677662023-03-29T00:30:00.001+05:302023-03-29T09:04:52.625+05:30मध्यप्रदेश में मछुआरो की वित्तीय मज़बूती का एक और अभियान<p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #666666;">Bhopal: Tuesday: 28th March 2023 at <span style="background-color: white; font-family: "Google Sans", Roboto, RobotoDraft, Helvetica, Arial, sans-serif; font-size: 14px;">11:34 PM</span></span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span><span style="color: #4c1130; font-size: medium;"><u style="background-color: white;">मछुआरों की सुविधा और वित्तीय सुरक्षा में होगी अब और बढ़ोतरी</u></span></span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="font-size: large;"> </span><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: large;">मछुआ</span><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: large;">रों के क्रेडिट कार्ड बनाने को विशेष शिविर :मंत्री श्री सिलावट</span></b></p><p><span style="color: #2b00fe;"></span></p><div class="separator" style="clear: both; font-weight: bold; text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg0It0jvIQoWw7YKMqX0zXFtQmE1tmAaHCL_9ylhdGaVseaWzvxGtJxQ9815qu1sOrqOMcACS6N9jalxBJFymdxQ6uNlbOLtnN7V03miDk5TLD9s3nN_oGbO3AJUSsFkhxp8r6x_gj8Y80Qm2oxnLb4zD6Q-WGxLIJxTM1xCCKkMt-DcTr4S5aqhI2gsw/s600/MP%20News%20Pics%20TN5-Bhopal280323071208.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="400" data-original-width="600" height="426" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg0It0jvIQoWw7YKMqX0zXFtQmE1tmAaHCL_9ylhdGaVseaWzvxGtJxQ9815qu1sOrqOMcACS6N9jalxBJFymdxQ6uNlbOLtnN7V03miDk5TLD9s3nN_oGbO3AJUSsFkhxp8r6x_gj8Y80Qm2oxnLb4zD6Q-WGxLIJxTM1xCCKkMt-DcTr4S5aqhI2gsw/w640-h426/MP%20News%20Pics%20TN5-Bhopal280323071208.jpg" width="640" /></a></span></div><div style="text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;"><span style="font-weight: 700;"><br /></span></span></div><span style="color: #2b00fe;"><span style="font-weight: bold;"><div style="text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;">भोपाल</span> : <span style="color: #444444;">मंगलवार, 28 मार्च 2023</span>: (<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन</span><span style="color: #444444;"> डेस्क</span>)::</div></span></span><p></p><p style="text-align: justify;"><b>मछुआरों की ज़िंदगी और आर्थिक हालात कितने कठिन होते हैं इसका अनुमान दूर बैठ कर नहीं लगाया जा सकता। इस ज़िंदगी को कुछ देर जी कर शायद थोड़ा बहुत समझा जा सके। जिन लोगो ने अर्नेस्ट हैमिंग्वे का नावल बूढ़ा आदमी और सागर पदः है वे भी शायद इस कठिन जीवन की कुछ झलक पा सकें। इन लोगों की आर्थिक रीढ़ मज़बूत करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार समय समय पर कदम उठाती रही है। इन्हें छात्रवृति देने की बात हो या इन्हें क्रेडिट कार्ड देने की तो सर्कार ने बहुत से महत्वपूर्ण निर्णय समय समय पर लिए हैं। </b></p><p><b></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgeF1eHDJoPndbrlwxTRsUcTT2fxaH8cApL7cvzCYPqBLXmNFS3BRjV94bP-8mVWRKtsoh8E35wB6Wr3a0n5D7Vvw2fmkpiJGNnlB1h6VUlKF5QETtfmS4zo5_1VuknpJMY2zddcCGG2JDyLQAHleYlL_S5vn6uGd9QXmYA7XYm-crqaRHXU_0-LlCIbQ/s1180/MP%20Govt%20for%20Strong%20Backbone%20of%20Fishermen%20Details%20in%20Madhyapradesh%20Screen.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em; text-align: justify;"><img border="0" data-original-height="1180" data-original-width="1180" height="400" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgeF1eHDJoPndbrlwxTRsUcTT2fxaH8cApL7cvzCYPqBLXmNFS3BRjV94bP-8mVWRKtsoh8E35wB6Wr3a0n5D7Vvw2fmkpiJGNnlB1h6VUlKF5QETtfmS4zo5_1VuknpJMY2zddcCGG2JDyLQAHleYlL_S5vn6uGd9QXmYA7XYm-crqaRHXU_0-LlCIbQ/w400-h400/MP%20Govt%20for%20Strong%20Backbone%20of%20Fishermen%20Details%20in%20Madhyapradesh%20Screen.jpg" width="400" /></a></b></div><div style="text-align: justify;"><b><b>जल-संसाधन, मछुआ-कल्याण और मत्स्य विकास मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने</b> मछुआरों की सर्वांगीण उन्नति के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन्हें समय पर दिये जाने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि पात्र मछुआ भाईयों के किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए शिविर लगाए जाएँ। मंत्री श्री सिलावट ने आज निवास कार्यालय में विभागीय समीक्षा की।</b></div><p></p><p style="text-align: justify;"><b>मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि</b> मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व और मंशानुसार मत्स्य विभाग सराहनीय कार्य कर रहा है। आगे भी इसी तरह से कार्य करते रहें। उन्होंने विभागीय योजनाओं में लक्ष्य पूर्ति के लिए अधिकारियों को मछुआ सोसायटी से संपर्क करने और मत्स्य उत्पादन को बढ़ाने के निर्देश दिये।</p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;">प्रमुख सचिव श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव, मत्स्य महासंघ के प्रबंध संचालक श्री पुरूषोत्तम धीमान, संचालक श्री भारत सिंह, सेक्रेटरी श्रीमती ज्योति टोप्पो और डिप्टी डायरेक्टर श्री रवि कुमार गजभिये भी इस मौके पर उपस्थित रहे।</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b>गौरतलब है कि</b> इस संबंध में पहले भी कदम उठाए जाते रहे हैं। सात सितंबर 2021 की एक विज्ञप्ति के मुताबिक उस समय भी मछुआरों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता और छात्रवृत्ति की राशि में हुई वृद्धि हुई है। मत्स्य महासंघ की 25 वीं वार्षिक साधारण सभा की बैठक में इसे लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए थे। </p><p style="text-align: justify;"><b>मछुआ कल्याण और मत्स्य विकास मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने</b> महासंघ की 25वीं वार्षिक साधारण सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य अंतिम छोर तक के व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना है। इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। मछुआ समाज मुख्य रूप से मत्स्य पालन और आखेट का कार्य करते हुए जीवन-यापन कर रहा है इनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए ही मत्स्य महासंघ का स्थापना की गई थी। लड़कियों के विवाह के लिए "मीनाक्षी कन्या विवाह" जाल-नाव सहित अन्य आर्थिक संबल प्रदान करने वाली योजनायें मत्स्य महासंघ संचालित कर रहा है।</p><p style="text-align: justify;"><b>मंत्री श्रीं सिलावट ने कहा कि</b> सहकारिता के उद्देश्य पर आधारित यह मत्स्य महासंघ सबका विकास, सबका साथ, और सबके विश्वास की अवधारणा पर काम कर रहा है। मंत्री श्री सिलावट ने मछुआ महासंघ की महासभा में गंभीर बीमारी के लिए आर्थिक सहायता राशि को बढ़ाकर 40 हजार से 50 हजार, तकनीकी शिक्षा छात्रवृत्ति योजना में 20 हजार से बढ़ाकर 30 हजार रुपए और मछुआ सोसाइटी के सदस्यों में किसी की मृत्यु होने पर आर्थिक सहायता राशि 7500 से बढ़ाकर 10 हजार रूपये कर दी है।</p><p style="text-align: justify;"><b>साधारण सभा में निर्णय लिया गया कि</b> मेजर कॉर्प और अन्य प्रजाति की मछली पकड़ने पर 32 रूपए किलो के स्थान पर अब 34 रुपए किलो और अन्य छोटी मछलियों को पकड़ने पर 19 रूपए प्रति किलो के स्थान पर 20 रूपए प्रति किलो मत्स्याखेट की दर निर्धारित कर दी है। इसके साथ ही मछुआ समिति की मांग पर सभी मछुआरों को लाइफ जैकेट उपलब्ध कराने के संबंध में श्री सिलावट ने निर्देश दिए हैं।</p><p style="text-align: justify;"><b>मंत्री श्री सिलावट ने</b> संचालक मत्स्य विकास और मत्स्य महासंघ के प्रबंध संचालक को निर्देश दिए कि सभी मछुआरों के क्रेडिट कार्ड दिसंबर तक बन जाने चाहिए, जिससे बैंको से जीरो ब्याज दर पर ऋण राशि उपलब्ध हो। महा सभा की बैठक में मंत्री ने सभी मछुआ सोसायटी के अध्यक्षों को माला पहनाकर और बुके देकर सम्मानित किया। उन्होंने संभाग स्तर पर भी क्षेत्रीय बैठकों का आयोजन करने तथा समिति में महिला सदस्यों की भागीदारी के निर्देश दिए हैं।</p><p style="text-align: justify;"><b>साधारण सभा में</b> मत्स्य महासंघ द्वारा प्रस्तुत 56 करोड़ की आय और 36 करोड़ के व्यय का बजट सर्वसम्मति से पारित किया गया। प्रदेश के 27 जिलों के जलाशय में मछुआ समिति क्रियाशील हैं। इस वर्ष 445 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से 20 करोड़ की राशि मछुआरों को प्रदान की गई है। मत्स्य महासंघ में 216 और विभाग में 2 हजार मछुआ समिति कार्यरत हैं।</p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-31772934640886336612022-12-03T20:00:00.001+05:302022-12-03T21:23:57.696+05:30 “अनुगूंज” कार्यक्रम 4 एवं 5 दिसम्बर को<p style="text-align: justify;"><span style="color: #666666; font-size: x-small;"><b>Saturday 3rd December 2022 at 18:38 IST</b></span></p><div style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: large;">मुख्यमंत्री 5 को अनुगूँज के धनक कार्यक्रम में होंगे मुख्य अतिथि</span></b></div><p style="text-align: justify;"><b><span style="font-size: medium;">*स्कूल शिक्षा मंत्री श्री परमार 4 दिसम्बर को अनुगूँज का करेंगे शुभारंभ</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #2b00fe;">भोपाल</span>: <span style="color: #444444;">शनिवार 03 दिसम्बर 2022</span>: (<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन</span> <span style="color: #444444;">ब्यूरो</span>)::</b></p><p style="text-align: justify;"><b></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhdgS0xaHUvoQtrZGkPl0QFpwTcAfYXBW43tJ0ACwuQ1AkHS24aEXzJW2EJBOu2KzjvC2BaC4xM4ZoQZ8bh5hVDz7DtvzOl2RiPQA1GSULTSICnVlKWoRYxGMSfeZOnrqtxpsDIXp5iWtCjbpS8REYlaeqpvXViTj0tWQcsq47ZSdfNFspGqhV4sOco7A/s403/Azadi%20Ka%20Amrutosav%20Logo.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="282" data-original-width="403" height="140" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhdgS0xaHUvoQtrZGkPl0QFpwTcAfYXBW43tJ0ACwuQ1AkHS24aEXzJW2EJBOu2KzjvC2BaC4xM4ZoQZ8bh5hVDz7DtvzOl2RiPQA1GSULTSICnVlKWoRYxGMSfeZOnrqtxpsDIXp5iWtCjbpS8REYlaeqpvXViTj0tWQcsq47ZSdfNFspGqhV4sOco7A/w200-h140/Azadi%20Ka%20Amrutosav%20Logo.jpg" width="200" /></a></b></div><b>स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ''कला से समृध्द शिक्षा''</b> के अंतर्गत मध्यप्रदेश में प्रतिवर्ष होने वाले शासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों के सांस्कृतिक कार्यक्रम ''अनुगूँज'' का आयोजन 4 और 5 दिसम्बर को किया जायेगा। स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार 4 दिसंबर को शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान इस कार्यक्रम में 5 दिसम्बर को समापन संध्या में मुख्य अतिथि होंगे। <p></p><p style="text-align: justify;"><b>''अनुगूँज'' का यह चतुर्थ कार्यक्रम </b>शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय, भोपाल में किया जा रहा है, जिसमें मध्यप्रदेश के शासकीय विद्यालयों के लगभग 700 से अधिक विद्यार्थी राज्य स्तर पर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।</p><p style="text-align: justify;"><b>''अनुगूँज'' मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग का</b> वैश्विक शिक्षा प्रणाली STEAM (साइंस, टैक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, आर्टस और मैथेमेटिक्स) की दिशा में ''कला से समृध्द शिक्षा'' का अभिनव कार्यक्रम है। अब अनुगूँज के कार्यक्रम अन्य संभागों में भी किये जा रहे हैं। इन संभागों की कुछ मोहक प्रस्तुतियॉं राजधानी भोपाल के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में भी शामिल हैं। </p><p style="text-align: justify;"><b>विद्यार्थियों द्वारा</b> पहले दिन अनुगूँज कि 'रंगकार' कार्यक्रम में नाट्य प्रस्तुतियों के साथ ही माइम और बैले नृत्य नाटिका का मंचन किया जाएगा। वहीं दूसरे दिन 'धनक' में वाद्य यन्त्र, गीत संगीत की जुगलबंदी, भारत के विविध शास्त्रीय नृत्य फ्यूज़न और वेस्टर्न नृत्य आदि की मनमोहक प्रस्तुतियाँ होंगी। अनुगूँज के ''सृजन'' भाग में माटीकला, फोटोग्राफी और चित्रकला कार्यशालाओं में विद्यार्थियों द्वारा सृजित कलाकृति की प्रदर्शनी में बच्चों की सहज अभिव्यक्ति और उनकी कलात्मक अभिरूचियों को प्रदर्शित किया जाएगा। </p><p style="text-align: justify;"><b>केन्द्र सरकार द्वारा परिकल्पित ''एक भारत–श्रेष्ठ भारत''</b> कार्यक्रम में सांस्कृतिक आदान – प्रदान के लिए मध्यप्रदेश को उत्तर पूर्वी राज्यों, मणिपुर एवं नागालैंड के साथ समूहबद्ध किया गया है, जिससे अंतर्राज्यीय संस्कृति, कलाओं एवं शैलियों को जानने का अवसर मिले। इस तारतम्य में अनुगूँज 2022 में इन राज्यों की सांस्कृतिक झलक भी दिखाई देगी। </p><p style="text-align: justify;"><b>अनुगूँज में होने वाले</b> सभी कार्यक्रमों का मंच संचालन एवं कार्यक्रमों की व्यवस्थाओं का दायित्व शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय शिवाजी नगर भोपाल के छात्र-छात्राओं द्वारा किया जाएगा। <span style="color: #999999;"> <b><span style="font-size: x-small;">राजेश दाहिमा</span></b></span></p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-62587261014648481892022-10-04T15:30:00.001+05:302022-10-09T21:38:59.600+05:30 उज्जैन का प्राचीन वैभव "श्री महाकाल लोक" में होगा अवतरित<p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #666666; font-size: x-small;">Tuesday 4th October 2022 at 14:22 PM IST</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #999999;">जनसंपर्क संचालनालय की विशेष फीचर श्रृंखला</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="font-size: large;"><span style="background-color: #660000;"><span style="color: #fcff01;">प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 11 अक्टूबर को प्रथम चरण लोकार्पण करेंगे</span></span> </span></b></p><div style="text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;"><div class="separator" style="clear: both; font-weight: bold; text-align: justify;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh3B8XXxOsGt5n7Xj2ITzRiNNPuDwSLlft534LMdHFVu5srnXXpm1_XZY7719Wk_FkMaiWRqrjQ68EO_-X5MMsnDuwJ-Mn_qApjThlozUNIuFKlsfBPVcKb0YO9DipNAzvobVTGnwv4k146cGpHa4DjL8qSj0WdnZIyEtpXhtf9fSsLKrkGv-_SPcXhrw/s960/Shri%20Mahakaleshwar%20Mahakal%20Lok.jpg" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="641" data-original-width="960" height="428" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh3B8XXxOsGt5n7Xj2ITzRiNNPuDwSLlft534LMdHFVu5srnXXpm1_XZY7719Wk_FkMaiWRqrjQ68EO_-X5MMsnDuwJ-Mn_qApjThlozUNIuFKlsfBPVcKb0YO9DipNAzvobVTGnwv4k146cGpHa4DjL8qSj0WdnZIyEtpXhtf9fSsLKrkGv-_SPcXhrw/w640-h428/Shri%20Mahakaleshwar%20Mahakal%20Lok.jpg" width="640" /></a></div><div style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 700;"><br /></span></div><span style="font-weight: bold;"><div style="text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;">भोपाल</span>: <span style="color: #666666;">4 अक्टूबर 2022</span>, (<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन</span> <span style="color: #444444;">ब्यूरो</span>)::</div></span></span></div><p style="text-align: justify;"></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiIfW0y4-IHzOU73trVqv8Hk_zetsc8ms7O0RC67sCbK2W8EKy_HMYJMtaTanAT6xqXSSnzcJFMDA3szVrDN2FRh0wlv1Zy7g3__3_q4qNcMUvwM3f9LcNdlrfOA4dSqeWNH5aHFKrMGQ6pRkaoNKtcISiHAXpmop8eyvMqtjt7Et1jDOvbW1ocewSydA/s1080/Shri%20Mahakaleshwar%20Pics.jpg" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em; text-align: justify;"><img border="0" data-original-height="721" data-original-width="1080" height="268" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiIfW0y4-IHzOU73trVqv8Hk_zetsc8ms7O0RC67sCbK2W8EKy_HMYJMtaTanAT6xqXSSnzcJFMDA3szVrDN2FRh0wlv1Zy7g3__3_q4qNcMUvwM3f9LcNdlrfOA4dSqeWNH5aHFKrMGQ6pRkaoNKtcISiHAXpmop8eyvMqtjt7Et1jDOvbW1ocewSydA/w400-h268/Shri%20Mahakaleshwar%20Pics.jpg" width="400" /></a></div><b><div style="text-align: justify;"><b>भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली,</b> प्राचीन काल-गणना, ज्योतिष, संस्कृति का केन्द्र, महाकवि कालिदास एवं सम्राट विक्रमादित्य की गौरवशाली नगरी का प्राचीन वैभव अब नए स्वरूप "श्री महाकाल लोक" में अवतरित होने जा रहा है। पौराणिक नगरी उज्जैन के वैभव, परंपराओं, धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक महत्व को पूरी तरह ध्यान में रखते हुए राज्य शासन ने श्री महाकाल क्षेत्र के समग्र विकास के लिए प्रभावी विकास योजना बनाई, जो मूर्तरूप ले रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 11 अक्टूबर को गरिमामय समारोह में योजना के प्रथम चरण के कार्यों का लोकार्पण करने उज्जैन आ रहे हैं।</div></b><p></p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में</b> सिंहस्थ-2016 में उज्जैन में विश्व स्तरीय अधो-संरचना का विकास किया गया था। अब ‘’बनारस कॉरिडोर’’ की तर्ज पर "महाकाल लोक" बनाया जा रहा है। योजना के प्रथम चरण में भगवान श्री महाकालेश्वर के आँगन में छोटे एवं बड़े रूद्र सागर, हरसिद्धि मन्दिर, चार धाम मन्दिर, विक्रम टीला आदि का विकास किया गया है। दूसरे चरण में महाराजवाड़ा परिसर का विकास किया जायेगा, जिसमें ऐतिहासिक महाराजवाड़ा भवन का हैरिटेज के रूप में पुनर्पयोग, कुंभ संग्रहालय के रूप में पुराने अवशेषों का समावेश एवं इस परिसर का महाकाल मन्दिर परिसर से एकीकरण होगा।</p><p style="text-align: justify;"><b>श्री महाकाल लोक का प्रथम चरण,</b> जिसे तकनीकी रूप से ‘’मृदा प्रोजेक्ट-1’’ कहा जाता है, पूर्ण हो चुका है। प्रथम चरण के कार्यों का 11 अक्टूबर को लोकार्पण के बाद इसे आम श्रद्धालुओं के लिये खोल दिया जायेगा। प्रथम चरण के कार्यों के खुलते ही हरि फाटक ब्रिज की चौथी भुजा से आकर श्रद्धालु जैसे ही त्रिवेणी संग्रहालय पहुँचेंगे, उन्हें बाबा श्री महाकाल के अलौकिक दर्शन होंगे।</p><p style="text-align: justify;"><b>"श्री महाकाल लोक" क्षेत्र विकास परियोजना की अनुमानित लागत 800 करोड़ रूपये है,</b> जिसमें प्रथम चरण में 350 करोड़ रूपये से महाकाल प्लाजा, महाकाल कॉरिडोर, मिड-वे झोन, महाकाल थीम पार्क, घाट एवं डैक एरिया, नूतन स्कूल कॉम्पलेक्स और गणेश स्कूल कॉम्पलेक्स का कार्य पूर्ण हो चुका है। महाकाल कॉरिडोर के प्रथम घटक में पैदल चलने के लिए उपयुक्त 200 मीटर लम्बा मार्ग बनाया गया है। इसमें 25 फीट ऊँची एवं 500 मीटर लम्बी म्युरल वॉल बनाई गई है। साथ ही 108 शिव स्तंभ, शिव की विभिन्न मुद्राओं सहित निर्मित हो चुके हैं, जो अलग ही छटा बिखेर रहे हैं। लोटस पोंड, ओपन एयर थिएटर तथा लेक फ्रंट एरिया और ई-रिक्शा एवं आकस्मिक वाहनों के लिए मार्ग भी बनाए गए हैं। बड़े रूद्र सागर की झील में स्वच्छ पानी भरा गया है। साथ ही यह सुनिश्चित किया गया है कि पानी स्वच्छ ही रहे।</p><p style="text-align: justify;"><b>महाकाल थीम पार्क में</b> भगवान श्री महाकालेश्वर की कथाओं से युक्त म्यूरल वॉल, सप्त सागर के लिए डैक एरिया एवं उसके नीचे शॉपिंग और बैठक क्षेत्र सुविधाएँ विकसित की गई हैं। इसी तरह त्रिवेणी संग्रहालय के समीप कार, बस और दोपहिया वाहन की मल्टीलेवल पार्किंग बन चुकी है। इस क्षेत्र में धर्मशाला एवं अन्न क्षेत्र भी बनाये जा रहे हैं। रोड क्रॉसिंग के जरिये पदयात्रियों की कनेक्टिविटी विकसित की गई है। मिड-वे झोन में पूजन सामग्री की दुकानें, फूड कोर्ट, लेक व्यू रेस्टोरेंट, लेक फ्रंट डेवलपमेंट, जन-सुविधाएँ और टॉवर सहित निगरानी एवं नियंत्रण केन्द्र की स्थापना भी की गई है। सुगम मन्दिर पहुँच मार्ग के तहत त्रिवेणी संग्रहालय से हरसिद्धि मार्ग, भगत सिंह मार्ग, हरि फाटक ब्रिज से महाकाल चौराहा, बेगमबाग रोड, सरस्वती शिशु मन्दिर के समानांतर मार्ग, महाकाल चौराहे से महाकाल मन्दिर, महाकाल थाना से बड़ा गणेश नया मार्ग, बड़ा गणेश मन्दिर रोड, नृसिंह घाट के समानांतर नूतन स्कूल तक नवीन मार्ग, हरसिद्धि मन्दिर से भगतसिंह मार्ग को चौड़ा किया गया है और नये मार्ग बनाये गये हैं।</p><p style="text-align: justify;"><b><span style="font-size: medium;"><u>मृदा प्रोजेक्ट दूसरा चरण</u></span></b></p><p style="text-align: justify;"><b>श्री महाकाल लोक क्षेत्र विकास योजना के दूसरे चरण</b> ‘’मृदा प्रोजेक्ट-2’’ में महाराजवाड़ा परिसर का विकास किया जायेगा। इस चरण के कार्य वर्ष 2023-24 में पूर्ण होंगे। इसमें ऐतिहासिक महाराजवाड़ा भवन का हैरिटेज के रूप में पुनर्पयोग, पुराने अवशेषों का समावेश कर भवन का आंशिक उपयोग कुंभ संग्रहालय के रूप में करते हुए इस परिसर का महाकाल मन्दिर परिसर से एकीकरण किया जायेगा। स्थानीय कला एवं संस्कृति को दर्शाते हुए सांस्कृतिक हाट का निर्माण होगा। रामघाट फसाड ट्रीटमेंट के घटक में रामघाट की ओर जाने वाले पैदल मार्ग का कायाकल्प, फेरी एवं ठेला व्यवसाइयों के लिये अलग व्यवस्था, वास्तुकलात्मक तत्वों के प्रयोग द्वारा गलियों का सौन्दर्यीकरण तथा रामघाट पर सिंहस्थ थीम आधारित डायनेमिक लाइट शो किया जायेगा। पार्किंग, धर्मशाला, प्रवचन हॉल एवं अन्न क्षेत्र का भी निर्माण किया जा रहा है। दूसरे चरण में महाराजवाड़ा, रूद्र सागर जीर्णोद्धार, छोटा रूद्र सागर लेक फ्रंट, रामघाट का सौन्दर्यीकरण, पार्किंग एवं पर्यटन सूचना केन्द्र, हरि फाटक पुल को चौड़ा करना एवं रेलवे अण्डरपास तथा रूद्र सागर पर पैदल पुल, महाकाल द्वार, बेगमबाग मार्ग का विकास, रूद्र सागर पश्चिमी मार्ग तथा महाकाल पहुँच मार्ग का उन्नयन किया जायेगा।</p><p style="text-align: justify;"><b>इसमें छोटा रूद्र सागर लेक फ्रंट </b>विकास योजना में लैंडस्केपिंग सहित मनोरंजन केन्द्र, वैदिक वाटिका एवं योग केन्द्र, मंत्रध्वनि स्थल एवं पार्किंग का विकास होगा। पार्किंग सूचना केन्द्र एवं विक्रय केन्द्र का विकास किया जायेगा। रूद्र सागर जीर्णोद्धार योजना में स्लज को हटाते हुए रूद्र सागर लेक की डीसिल्टिंग की जायेगी। रूद्र सागर को शिप्रा नदी से जोड़ा जायेगा। हरि फाटक ओवर ब्रिज की चारों भुजाओं को चौड़ा किया जायेगा और जयसिंहपुरा के समीप रेलवे अण्डरपास बनाया जायेगा।</p><p style="text-align: justify;"><b>श्री महाकालेश्वर थाने के पास</b> स्थित महाकाल द्वार का संरक्षण किया जायेगा और यहाँ हेरिटेज कॉरिडोर विकसित होगा। इसी तरह बेगमबाग क्षेत्र का विकास एवं सौन्दर्यीकरण भी होगा। रूद्र सागर पर 210 मीटर लम्बा पैदल पुल बनाया जायेगा, जो पीएचई की पानी की टंकी से महाकाल थीम पार्क को जोड़ेगा। इस चरण में श्री महाकाल मन्दिर परिसर के आगे के भाग का लगभग 70 मीटर तक विस्तार किया जायेगा। इसमें 11 भवनों के अधिग्रहण की कार्यवाही पूर्ण हो चुकी है। इस क्षेत्र में बैठने का स्थान, लैंडस्केपिंग एवं पैदल मार्ग भी प्रस्तावित हैं।</p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-88903524154059242212022-09-24T18:15:00.047+05:302022-10-01T17:26:51.187+05:30गायों की अतिदयनीय हालत भी झंकझोरती क्यों नहीं सत्ता को <p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #666666; font-size: x-small;">24th <span face=""Google Sans", Roboto, RobotoDraft, Helvetica, Arial, sans-serif" style="background-color: white;">September 2022 at 5:06 PM </span></span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span><span face=""Google Sans", Roboto, RobotoDraft, Helvetica, Arial, sans-serif" style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: large;">समाज भी मूक दर्शक बना देखता ही रहता है</span><span face=""Google Sans", Roboto, RobotoDraft, Helvetica, Arial, sans-serif" style="background-color: white; color: #666666; font-size: x-large;"> </span></span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span><span face=""Google Sans", Roboto, RobotoDraft, Helvetica, Arial, sans-serif" style="background-color: #660000; color: white; font-size: medium;">एल एस हरदेनिया ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र</span><span face=""Google Sans", Roboto, RobotoDraft, Helvetica, Arial, sans-serif" style="background-color: white; color: #666666; font-size: x-large;"> </span></span></b></p><p style="text-align: justify;"><b style="color: #444444; font-family: "Google Sans", Roboto, RobotoDraft, Helvetica, Arial, sans-serif;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh-Gt78hv4eD6-PP1eif57p9Lf8Z98TP3UIKyaE4Vk6VOouoniI9HFNR0wYCEv9D61dsC2A0Btmh72-nMAutQuERqlIgE3kujI5xvT8jWZXHUN0DVO7rKQHRiRd9cwlUeVR3NhmTp3vSPpGelnejES9t8m5CIyUtTpaBaHKWb18DKcrsfXbH_1jWz_PZA/s1100/Cow%20Condition%20in%20India%20Pics%20Details%20in%20Madhyapradesh%20Screen.jpg" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="824" data-original-width="1100" height="480" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh-Gt78hv4eD6-PP1eif57p9Lf8Z98TP3UIKyaE4Vk6VOouoniI9HFNR0wYCEv9D61dsC2A0Btmh72-nMAutQuERqlIgE3kujI5xvT8jWZXHUN0DVO7rKQHRiRd9cwlUeVR3NhmTp3vSPpGelnejES9t8m5CIyUtTpaBaHKWb18DKcrsfXbH_1jWz_PZA/w640-h480/Cow%20Condition%20in%20India%20Pics%20Details%20in%20Madhyapradesh%20Screen.jpg" width="640" /></a></b></p><b style="color: #444444; font-family: "Google Sans", Roboto, RobotoDraft, Helvetica, Arial, sans-serif;">नीचे दिया गया पत्र जानेमाने समाज सेवी,पत्रकार और सक्रिय लेखक एल एस हरदेनिया ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज चौहान को लिखा है। इसमें गायों की दयनीय हालत की जो तस्वीर शब्दों में बताई गई है वह केवल मध्यप्रदेश के को छह क्षेत्रों की बात करती है लेकिन वास्तव में यह दृश्य पूरे देश के बहुत से इलाकों का है। उत्तरभारत के पंजाब और आसपास भी यह सब देखने को मिल जाता है। कहने को गौ माता कहा जाता है लेकिन वास्तव में जो हालत है वह किसी मान की न हो। शायद धर्म कर्म और नैतिकता गौण हो गई है और सियासत व फायदे नंबर एक पर आ गए हैं। श्री हरदेनिया का पत्र जिस स्थिति को दिखा रहा है वह सभी का ध्यान मांगती है जो धर्म की बात करते हैं, गौ माता की बात करते हैं, गौ सेवा और गौशाला की बात करते हैं। पढ़िए श्री हरदेनिया का पत्र। </b><p></p><p><span style="background-color: white;"></span></p><div style="text-align: justify;"><span face="Arial, Helvetica, sans-serif" style="color: #222222; font-weight: bold;">प्रति, </span></div><p></p><p style="background-color: white; color: #222222; font-family: Arial, Helvetica, sans-serif;"></p><div style="text-align: justify;"><b>माननीय श्री शिवराज सिंह चौहान,</b></div><b><div style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश</b></div></b><p></p><p style="background-color: white; color: #222222; font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; text-align: justify;"><b>मैं दिनांक 21 सितंबर को अपने गांव (कौड़िया, जिला नरसिंहपुर) गया था। मैं भोपाल से उदयपुरा के रास्ते से गया था। रास्ते में मुझे अनेक स्थानों पर गायों के झुंड दिखे। हर झुंड में 50 से लेकर 100 से ज्यादा गायें थीं। भोपाल से उदयपुरा के बीच कम से कम 15 स्थानों पर गायों के झुंड सड़क के बीचों-बीच बैठी हुई अवस्था में या खड़े हुए मिले। स्पष्टतः ये गायें भूखी और प्यासी होंगीं। रास्ते में मुझे 8 से 10 गायें मृत अवस्था में भी मिलीं। इनकी मृत्यु हुए निश्चित ही कई दिन बीत गए होंगें क्योंकि उनसे भीषण दुर्गन्ध आ रही थी और उनके शरीर में कीड़े पड़ चुके थे।</b></p><p style="background-color: white; color: #222222; font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; text-align: justify;"><b>सवाल यह है कि इतनी बड़ी संख्या में ये गायें सड़क पर कैसे पहुंचीं? इनके मालिक कौन हैं? वे क्यों इतने क्रूर हैं कि उन्होंने गायों को सड़क पर छोड़ दिया। ये गायें कई स्थानों पर सड़क की पूरी चौड़ाई को घेरकर बैठी या खड़ी थीं। ऐसी स्थिति में वाहन चालकों अत्यधिक सावधानी से चलना पड़ता है। रात्रि में तो वाहन चालकों को और अधिक सतर्कता बरतनी पड़ती है। यह स्थिति तब है जब हम गायों को गौमाता कहते हैं, हम गायों की अच्छी से अच्छी देखभाल करने का दावा करते हैं।</b></p><p style="background-color: white; color: #222222; font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; text-align: justify;"><b>मेरा अनुरोध है कि हाईवे पर इतनी बड़ी संख्या में गायों के आ जाने के क्या कारण हैं और इसके लिए कौन लोग जिम्मेदार हैं इसकी सूक्ष्म जांच की जाए।</b></p><p style="background-color: white; color: #222222; font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; text-align: justify;"><b>हम जब इसी मार्ग से वापस लौट रहे थे तब तेज वर्षा हो रही थी। वर्षा में भीगने के कारण ये गायें खासकर छोटे बछड़े ठंड से कांप रहे थे। ऐसी स्थिति में गायों और उनके बछड़ों को देखकर हम लोगों के दिल भी पसीज गए।</b></p><p style="background-color: white; color: #222222; font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; text-align: justify;"><b>मेरा अनुमान है कि ऐसी ही स्थिति अन्य मार्गों और स्थानों की भी होगी। मेरा अनुरोध है कि इस बात की जांच करवाएं कि हम गायों के साथ इतनी क्रूरता क्यों कर रहे हैं।</b></p><p style="background-color: white; color: #222222; font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; text-align: justify;"><b>आशा है इस संबंध में जरूरी एवं उचित कदम उठाए जाएंगे। यदि संभव हो तो मुझे अवगत भी करवाएंगे।</b></p><p style="background-color: white; color: #222222; font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; text-align: justify;"><b> सधन्यवाद</b></p><p style="background-color: white; color: #222222; font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; text-align: justify;"><b>एल एस हरदेनिया </b></p>Rector Kathuriahttp://www.blogger.com/profile/06225119395785915592noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-79618760666646663712022-06-12T18:30:00.001+05:302022-06-12T21:57:33.393+05:30गिरफ्तारी काफी नहीं--मुख्यमंत्री श्री चौहान<p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444; font-size: x-small;">Sunday: 12th June 2022 at 17:00 IST</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: large;">अपराधियों को कठोरतम दंड देंगे:मुख्यमंत्री ने संकल्प दोहराया</span></b> </p><p style="text-align: justify;"><span style="font-size: medium;"><b>*मुख्यमंत्री श्री चौहान ने घायल महिला से भेंट कर सौंपी प्रोत्साहन राशि</b></span></p><p style="text-align: justify;"><span style="font-size: medium;"><b>*सुबह सबेरे बुलाई आला अफसरों की बैठक </b></span> </p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #2b00fe;">भोपाल</span>: <span style="color: #444444;">रविवार</span>: <span style="color: #666666;">12 जून 2022</span>: (<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन</span><span style="color: #444444;"> ब्यूरो</span>)::</b></p><p style="text-align: justify;"><b></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi8YclwY-JDm6tNbLKxRGSadiWKR3MjMSFp0kzcGx3LIyDdHWXm9htld8PgtfZxoOineQnFJJDHjzCMlM2Uyn1riEdT2ZnOXYqGkzX3YUlEM9cTtlyt_4j51C_n2N8wVratM8IyTW4dRScf5xfQc7wMduUEqp_r6Dj99IO62IJWwUU6FHjKFQMHpB2TPQ/s600/CM%20Chauhan%20meet%20with%20Police%20officers%20TN5-Bhopal120622050241.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="400" data-original-width="600" height="266" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi8YclwY-JDm6tNbLKxRGSadiWKR3MjMSFp0kzcGx3LIyDdHWXm9htld8PgtfZxoOineQnFJJDHjzCMlM2Uyn1riEdT2ZnOXYqGkzX3YUlEM9cTtlyt_4j51C_n2N8wVratM8IyTW4dRScf5xfQc7wMduUEqp_r6Dj99IO62IJWwUU6FHjKFQMHpB2TPQ/w400-h266/CM%20Chauhan%20meet%20with%20Police%20officers%20TN5-Bhopal120622050241.jpg" width="400" /></a></b></div><b>मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने</b> कहा है कि महिलाओं के विरूद्ध अपराध घटित करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। कल भोपाल में हई घटना के संबंध में पुलिस कमिश्नर भोपाल को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रविवार को सुबह मुख्यमंत्री निवास पर आला अफसरों की बैठक में आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज शिवाजी नगर स्थित श्रीमती सीमा के निवास पर उनसे भेंट कर स्वास्थ्य की जानकारी ली। शनिवार को एक घटना में श्रीमती सीमा पर कुछ बदमाशों द्वारा ब्लेड से हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने घायल महिला को एक लाख रूपए की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की।<p></p><p style="text-align: justify;"><b><u>सराहनीय है सीमा का साहस</u></b></p><p style="text-align: justify;">मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्रीमती सीमा का साहस सराहनीय है। उन्होंने बदमाशों की आपत्तिजनक और अश्लील हरकत का हिम्मत से मुकाबला किया। श्रीमती सीमा का उपचार राज्य शासन द्वारा करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अन्याय का प्रतिकार करना अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का काम है। घटना का प्रतिरोध करने वाली सीमा अन्य महिलाओं के लिए प्रेरक भी है। मुख्यमंत्री ने श्रीमती सीमा के बेटा और बेटी, जो भोपाल में पढ़ते हैं, के सहयोग के लिए भी कलेक्टर भोपाल को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि घटना के आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं। उनके विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई के निर्देश पुलिस कमिश्नर भोपाल और अन्य अधिकारियों को दिए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्रीमती सीमा के पति और अन्य परिजन से भी बातचीत की।</p><p style="text-align: justify;">मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि घटना में तीन अपराधी शामिल हैं। उन्होंने भयानक अपराध किया है। मुख्य अपराधी ऑटो चलाने का कार्य करता है। वह कुछ दिन पूर्व ही जेल से छूट कर आया है। उसे गिरफ्तार किया जा चुका है। साथ ही उसके वाहन का लायसेंस रद्द कर दिया गया है। श्रीमती सीमा ने साहस का काम किया है। मैं उसे प्रणाम करता हूँ और बधाई देता हूँ। वे अन्याय और हिंसा के खिलाफ प्रेरणा बन कर सामने आई हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि डॉक्टरों से विचार-विमर्श कर श्रीमती सीमा की प्लास्टिक सर्जरी भी करवाई जाएगी।</p><p style="text-align: justify;"><b><u>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में दी सख्त हिदायतें</u></b></p><p style="text-align: justify;">मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसके पहले आज सुबह मुख्यमंत्री निवास में आला अफसरों की बैठक बुलाकर कल राजधानी में हुई हिंसा की इस घटना पर चिंता और दु:ख व्यक्त किया। उन्होंने अप्रसन्न्ता के स्वर में कहा कि इस घटना से मैं बहुत अपसेट हूँ। महिलाओं के विरूध छेड़खानी की घटनाएँ हिंसा का स्वरूप लेंगी, यह अकल्पनीय है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पुलिस कमिश्नर भोपाल श्री मकरंद देऊस्कर को निर्देश दिए कि महिलाओं के सम्मान पर आँच पहुँचाने वाले अपराधिक तत्वों को किसी भी कीमत पर बखशा नहीं जाए। उनके विरूद्ध सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए। उन्हें जिला बदर भी करना पड़े तो प्रकरण तैयार कर तेजी से क्रियान्वित किया जाए। ऐसे जघन्य अपराधियों को सिर्फ कारावास में भेजने से काम नहीं चलेगा। आवश्यक धाराओं में और अधिक कठोर कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी, विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी मुख्यमंत्री कार्यालय श्री योगेश चौधरी, कमिश्नर भोपाल श्री गुलशन बामरा और कलेक्टर भोपाल श्री अविनाश लवानिया उपस्थित थे।</p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #999999; font-size: xx-small;">---अशोक मनवानी</span></b></p><div style="text-align: justify;"><br /></div>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-47215153204312584392022-05-07T00:00:00.000+05:302022-05-07T12:12:43.338+05:30CM ने अंतरराज्यीय चोर की गिरफ्तारी पर पुलिस को दी बधाई<p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: x-large;"> पुलिसकर्मी 10-10 हजार रूपए की राशि से पुरस्कृत</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #2b00fe;">भोपाल</span>: शुक्रवार 6 मई 2022: (<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन</span> <span style="color: #444444;">ब्यूरो</span>)::</b></p><p><b></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b></b></div><div style="text-align: justify;"><b><b><table cellpadding="0" cellspacing="0" class="tr-caption-container" style="float: left;"><tbody><tr><td style="text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjdfRjQ8eZMc7Z9oecPtOQTj-LI4YvAqxy6MGeebMIhifT2h43uwfZYHsd2kMXzq8YjItpHI5KIqoc-zZnoGK_JF5DLPCcrxtyh1Ws1TIyAZlYejQlpAbLtaySagWvB4XpSg4CQsB0tKvW5Oj5CpBc-nVd47jhWiPsHN74c_Gb2p5pf3lohbP2Wuz_LLw/s777/pexels-photo-7714892%20by%20Kindel%20Media%20C1.jpg" style="clear: left; margin-bottom: 1em; margin-left: auto; margin-right: auto; text-align: justify;"><img border="0" data-original-height="583" data-original-width="777" height="240" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjdfRjQ8eZMc7Z9oecPtOQTj-LI4YvAqxy6MGeebMIhifT2h43uwfZYHsd2kMXzq8YjItpHI5KIqoc-zZnoGK_JF5DLPCcrxtyh1Ws1TIyAZlYejQlpAbLtaySagWvB4XpSg4CQsB0tKvW5Oj5CpBc-nVd47jhWiPsHN74c_Gb2p5pf3lohbP2Wuz_LLw/s320/pexels-photo-7714892%20by%20Kindel%20Media%20C1.jpg" width="320" /></a></td></tr><tr><td class="tr-caption" style="text-align: center;"><b><span style="color: #444444;">Symbolic Pexels-Photo By Kindel Media C1</span></b></td></tr></tbody></table>चोरी जैसे जुर्मों का दायरा बढ़ने से आम लोगों के दिलों में एक आतंक जैसा पैदा करता जा रहा है। न घर में सुरक्षा महसूस होती है न ही घर से बाहर। चोर हर जगह पर सेंध लाने को तैयार बैठे होते हैं। इसी बीच एक अच्छी खबर भी आई है कि राज्य पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय चोर को काबू करने में सफलता पा ली है। </b></b></div><p></p><p style="text-align: justify;"><b>मध्यप्रदेश में</b> अंतरराज्यीय चोर की गिरफ्तारी से पुलिस को बहुत बड़ी सफलता मिली है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल पुलिस द्वारा अंतरराज्यीय चोर हसन को गिरफ्तार करने पर पुलिस विभाग को बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। </p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि</b> ऐसे कर्त्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी ही मध्यप्रदेश की शान हैं। पुलिसकर्मियों एसआई वर्षा बैगा, आर. धन्नालाल एवं परिमल को 10-10 हजार रूपए की राशि से पुरस्कृत किया है।</p><p></p><div style="text-align: justify;"><b>उल्लेखनीय है कि</b> इन पुलिसकर्मियों ने अन्य राज्यों में करोड़ों की चोरी के आरोपी हसन को गिरफ्तार करने में</div><div style="text-align: justify;">सफलता प्राप्त की। पुलिसकर्मियों ने शातिर चोर हसन को गिरफ्तार कर यूनियन बैंक में करोड़ों रूपए की चोरी होने से बचाया।</div><p></p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-91840584164375366962022-03-08T16:25:00.001+05:302022-03-09T21:19:02.895+05:30महिलाओं ने संभाली मुख्यमंत्री श्री चौहान की सुरक्षा<p style="text-align: justify;"> <b><span style="color: #444444; font-size: x-small;">8th March 2022 at 15:35 IST</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: large;">अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला पुलिस ने संभाली जिम्मेदारी</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #2b00fe;">भोपाल</span>: <span style="color: #660000;">मंगलवार</span>, <span style="color: #444444;">8 मार्च 2022</span> (<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो</span>)::</b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEixOT9kEd749-LvBn-19fz4ujWHpLUtbcQboQIQRAeAYXqRu7gnfGRs_TfkW_CRzs2UsHXfnBkVRvIMQCmfi1WkcOae-tNAp9rkWsNMPATpGAFlUgxXEgHJ6ulcByLx8NaUfdQW-OhBuzQhDfeugZc72bPE9AzgB3EuSvb87xd-eXyeOY0j1vb3qzQEHA=s600" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="400" data-original-width="600" height="334" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEixOT9kEd749-LvBn-19fz4ujWHpLUtbcQboQIQRAeAYXqRu7gnfGRs_TfkW_CRzs2UsHXfnBkVRvIMQCmfi1WkcOae-tNAp9rkWsNMPATpGAFlUgxXEgHJ6ulcByLx8NaUfdQW-OhBuzQhDfeugZc72bPE9AzgB3EuSvb87xd-eXyeOY0j1vb3qzQEHA=w472-h334" width="472" /></a></div><p></p><p style="text-align: justify;"><b>इस बार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मध्यप्रदेश सरकार ने एक ऐसा सकारत्मक कदम उठाया है जिसने महला दिवस पर एक मिसाल पैदा की है। </b><b>मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की</b> <b>सुरक्षा का दायित्व</b> अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को महिला पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने संभाला। एसीपी कोतवाली सुश्री बिट्टू शर्मा मुख्यमंत्री श्री चौहान के कारकेड की प्रभारी थीं। रक्षित निरीक्षक श्रीमती इरशाद अली ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का वाहन चलाया। सायबर सैल की इंस्पेक्टर सुश्री रेनू मुराब ने पायलट गाड़ी की कमान संभाली। मिसरोद थाने की सब इंस्पेक्टर सुश्री अर्चना तिवारी ने आज वीआईपी शैडो की जिम्मेदारी संभाली। </p><p style="text-align: justify;"><b>कारकेड में वार्नर का दायित्व</b> हनुमानगंज थाने की उप निरीक्षक सुश्री कंचन राजपूत तथा हबीबगंज थाने की उप निरीक्षक सुश्री सुनीता भलराय पर था और पायलेट का दायित्व थाना बजरिया की उप निरीक्षक सुश्री भावना शर्मा के पास। थाना कमला नगर की उप निरीक्षक सुश्री आकांक्षा शर्मा, एसटीएफ की निरीक्षक सुश्री कंचन राजपूत, चूना भट्टी थाने की उप निरीक्षक सुश्री गौसिया सिद्दीकी, हबीबगंज थाने की उप निरीक्षक सुश्री रिद्धी शर्मा, शाहपुरा थाने की उप निरीक्षक सुश्री संध्या शुक्ला, अशोका गार्डन थाने की उप निरीक्षक सुश्री योगिता जैन, शहजहानाबाद थाने की उप निरीक्षक सुश्री कल्पना गुर्जर भी मुख्यमंत्री श्री चौहान की सुरक्षा में तैनात रहीं। इसके साथ ही उप निरीक्षक सुश्री मंजू, उप निरीक्षक सुश्री मोनिका अबरियो, उप निरीक्षक सुश्री कोमल गुप्ता, उप निरीक्षक मेघा गोहिया, उप निरीक्षक सुश्री मेघा उदेनिया ने भी महत्पूर्ण दायित्व निभाए।</p><p style="text-align: justify;"><b>उल्लेखनीय है कि</b> कारकेड प्रभारी एसीपी कोतवाली सुश्री बिट्टू शर्मा अंतर्राष्ट्रीय स्तर की जूडो खिलाड़ी रही हैं। उन्होंने 25 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया और 15 अंतर्राष्ट्रीय पदक प्राप्त किए। इसी प्रकार मुख्यमंत्री श्री चौहान का वाहन चलाने वाली श्रीमती इरशाद अली ने भोपाल के ट्रेफ्रिक प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सुश्री रेनू मुराब यू.एन. पीस कीपिंग मिशन तथा सीबीआई में रह चुकी हैं और फर्स्ट शैडो का दायित्व निभाने वाली सुश्री अर्चना तिवारी मिसरोद थाने में ऊर्जा महिला डैस्क की प्रभारी हैं।</p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-32508364472869520672022-02-27T02:30:00.008+05:302022-02-27T08:12:08.458+05:30जब खजुराहो के नृत्यों में साकार हुए बसंत और फागुन<p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;">26 February 2022 at 21:41 IST</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="font-size: large;"><span style="background-color: #660000;"><span style="color: #fcff01;">खजुराहो नृत्य समारोह का समापन हृदयग्राही और ओजपूर्ण रहा</span></span> </span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #2b00fe;"></span></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b><span style="color: #2b00fe;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEgdMhyJEzvlQEOxZqOrXvGFMzLowb7BrqE-g0ERKW3oTFAGR1WohE5_z8weC2ru-scv0dhCFAhh6-zY7qrbaLPl47s5GKNa4I5dQWAcvb2T05lGxpV-YVVuDcX9NWMWPQrgLro32lCdxo8X3cR39KnFkmf89adbFVLtdr24KXWdO-9J1EEE9ZwrwpsuVw=s1027" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="685" data-original-width="1027" height="426" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEgdMhyJEzvlQEOxZqOrXvGFMzLowb7BrqE-g0ERKW3oTFAGR1WohE5_z8weC2ru-scv0dhCFAhh6-zY7qrbaLPl47s5GKNa4I5dQWAcvb2T05lGxpV-YVVuDcX9NWMWPQrgLro32lCdxo8X3cR39KnFkmf89adbFVLtdr24KXWdO-9J1EEE9ZwrwpsuVw=w640-h426" width="640" /></a></span></b></div><b><span style="color: #2b00fe;"><br />भोपाल</span>: <span style="color: #444444;">शनिवार, 26 फरवरी 2022, 21:41 IST: (</span><span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन</span><span style="color: #444444;"> ब्यूरो)::</span></b><p></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;"></span></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b><span style="color: #444444;"><iframe allowfullscreen="" class="BLOG_video_class" height="266" src="https://www.youtube.com/embed/XO1TpD94N5I" width="320" youtube-src-id="XO1TpD94N5I"></iframe></span></b></div><b><span style="color: #444444;"><br />फागुन महीने का जादू क़ज़ा होता है इसकी अनुभूति के बिना इसे समझा नहीं जा सकता। जानेमाने फ़िल्मकार जनाब राजिंदर सिंह बेदी ने वर्ष 1973 में रिलीज़ हुई फिल्म फागुन को लिखा भी था और निर्देशित भी किया था। फागुन से जुड़े माहौल और जज़्बातों को दर्शाती इस फिल्म में हरति रंग भी था और पंजाब का रंग भी। अमीरी का रंग भी और गरीबी का रंग भी। सुनने वालों को मस्त कर देने वाले गीतों को लिखा था मजरूह सुल्तानपुरी साहिब ने और संगीत से सजाया था सचिनदेव बर्मन साहिब ने। इसमें एक गीत है फागुन आयो रे.....! इस गीत के शब्द, आवाज़ और संगीत एक दृश्य का निर्माण कर देते हैं कि होली का उल्लास साकार हो उठता है। </span></b><p></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;">जब वसंत के महीने में खजुराहो जैसा स्थान भी हो तो एक नया ही रंग बनता है। </span></b>पर्यटन नगरी में आज की शाम बसंत और फागुन अपने शबाब पर थे। इस बार 48वें खजुराहो नृत्य समारोह के आखिरी दिन सुर, लय, ताल, नृत्य, संगीत और रंगों का ऐसा संगम हुआ कि बसंत कब फागुन में बदल गया इसका आभास ही नहीं हुआ। सुखद अहसासों से लबरेज इस रंगीन शाम में भोपाल की श्वेता और क्षमा की जोड़ी से लेकर कथक की जानी मानी हस्ती शमा भाटे ने ऐसे अद्भुत रंग भरे जिसका बखान करना मुश्किल है। आखिरी प्रस्तुति के रूप में सुदूर उत्तर पूर्व भारत के मणिपुरी नर्तकों ने तो कमाल ही कर दिया। इन्हीं प्रस्तुतियों के साथ 48वें खजुराहो नृत्य समारोह का हृदयग्राही समापन हो गया। </p><p style="text-align: justify;"><b>नृत्य समारोह के आखिरी दिन की पहली </b>प्रस्तुति के रूप में कथक और भरतनाट्यम की जुगलबन्दी पेश की गई। भोपाल की भरतनाटयम नृत्यांगना श्वेता देवेंद्र और कथक नृत्यांगना क्षमा मालवीय ने अपने ग्रुप्स की 14 नृत्यांगनाओं के साथ अद्भुत नृत्य प्रस्तुति दी। दोनों ने नर्मदा जी की स्तुति से शुरुआत की। रागमालिका के तमाम राग़ों को पिरोकर तैयार की गई इस स्तुति के बोल थे-"नमो नर्मदाय निजानंदाय.."। आदि और तीनताल में निबद्ध इस रचना में नर्मदा जी के 10 नामों को भाव नृत से प्रस्तुत किया गया। भाव नृत्य की प्रस्तुति में दोनों नृतिकियों का अद्भुत संगम देखने को मिला। सूरदास के पद "सुंदर श्याम सुंदसर लीला सुंदर बोलत बचन " कथक और भरतनाटयम का सुंदर रूप उभरकर सामने आया। इसी के साथ कथक और भरतनाटयम को एकाकार करते हुए इस प्रस्तुति का समापन हुआ। </p><p style="text-align: justify;"><b>दूसरी प्रस्तुति</b> देश की जानी मानी नृत्यांगना शमा भाटे के कथक नृत्य की थी। उनके नृत्य संस्थान - "नादरूप " के कलाकारों ने बसंत और फागुन को अपने कथक से खजुराहो के मंच पर साकार किया। "उमंग" नाम की इस प्रस्तुति में बसंत भी था। होली के रंग भी बिखरे और कृष्ण की बंशी के जादू ने तो मादकता के पैमाने तोड़ दिए। दरअसल शमा जी की इस नृत्य रचना में प्रकृति की खूबसूरती के दर्शन होते हैं। तिलंग के स्वरों में कृष्ण की वंदना- "-वसुदेव सुतम ..." पर कलाकारों ने बेहतरीन नृतभाव दिखाए। फिर रथ पर सवार बसन्त का आगमन मन को लुभा गया। "कलियन संग करत रंगरलियां" बसंत और बहार के सुरों और त्रिताल में बंधी इस रचना पर भाव नृत से कलाकारों ने जैसे बसंत को साकार कर दिया। फिर आगे बढ़े तो पहाड़ी के सुरों में होली- " रंग डारूँगी डारूँगी रंग डारूँगी नंद के लालन पे " की प्रस्तुति सभी को रंग बिरंगा कर गई। पटदीप के सुरों में सजी बंदिश - बाजे मुरलिया बाजे- पर बाँसुरी और भीमसेन जोशी दोनों ही साकार हो गए। बंदिश पंडित भीमसेन की आवाज में थी आखिर में तीन ताल में भैरवी की बंदिश-" आज राधा बृज को चली," पर भाव नृत करते हुए तराने के बोलों के साथ खुद को समाहित करते हुए नृत्य का समापन हुआ। दर्शकों को लगा कि सब परिपूर्ण है सब सबरंग है। </p><p style="text-align: justify;"><b>नृत्य समारोह का ओजपूर्ण और जोशीला समापन इम्फाल से आये मणिपुरी नृत्य समूह 'तपस्या' </b>के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत मणिपुरी नृत्य से हुआ। नृत्य का आगाज़ नट संकीर्तन से हुआ। यह पूजा का एक रूप है, जो महायज्ञ के रूप में माना जाता है। यह श्रीमद भागवत के सौंदर्य तत्व को प्रदर्शित करता है। मणिपुरी शैली में नर्तकों ने पुंग और करताल के साथ मंद अभिनय और नृत्य संगीत के साथ इसे पेश किया। यूनेस्को ने मणिपुरी नृत्य संकीर्तन को अपनी प्रतिनिधि सूची में जगह दी है। अगली प्रस्तुति "एको गोपी एको श्याम" की रही। इस प्रस्तुति में कृष्ण के प्रति गोपियों के प्यार को बड़े ही उदात्त और मार्मिक ढंग से पेश किया गया। अहंकार होने पर कृष्ण गोपियों को छोड़कर चले जाते हैं और अहंकार टूटने पर आ जाते हैं। हर गोपी के साथ उनकी उपस्थिति से इसे एको गोपी एको श्याम की संज्ञा दी गई। इन प्रस्तुतियों में 20 कलाकारो ने भागीदारी की। सभी पर्यटको और दर्शकों ने लगातार करतल ध्वनि से खजुराहो नृत्य समारोह के कलाकारों और आयोजकों का अभिवादन कर उनकी प्रस्तुतियों को पूर्णता प्रदान की।</p><p style="text-align: justify;"><b>कुल मिला कर </b>यह एक यादगारी आयोजन रहा। जो देख सके वे भाग्यशाली रहे। जो इस बार नहीं देख सके उन्हें इंतज़ार करना होगा अगली बार का। </p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-16613067797467179542022-02-03T23:28:00.008+05:302022-02-03T23:45:45.904+05:30कहानी नूर और सिमरन की//कुमुद सिंह की ज़ुबानी<p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: x-large;"> सोचने को मजबूर करती सच्ची कहानी </span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #2b00fe;"></span></b></p><table align="center" cellpadding="0" cellspacing="0" class="tr-caption-container" style="margin-left: auto; margin-right: auto;"><tbody><tr><td style="text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEiI78vLoq93lwRJ1C476dYEBG3bHDyUcnaJY0Q71eCIpYc9EKLcCvBaVJgvjJEDnfph2NED6qM-QHrgKOLwvuZW8fTghA3w-uGWfNMe1n-XvSqAmPSMo068k_-AxejyRXYUbX-JbhOVpnEDdaelwy-Zn3MmHEwLLmOBbpTnx1bqjrASNjfhNhTjPXE79g=s1891" style="margin-left: auto; margin-right: auto;"><img border="0" data-original-height="697" data-original-width="1891" height="236" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEiI78vLoq93lwRJ1C476dYEBG3bHDyUcnaJY0Q71eCIpYc9EKLcCvBaVJgvjJEDnfph2NED6qM-QHrgKOLwvuZW8fTghA3w-uGWfNMe1n-XvSqAmPSMo068k_-AxejyRXYUbX-JbhOVpnEDdaelwy-Zn3MmHEwLLmOBbpTnx1bqjrASNjfhNhTjPXE79g=w640-h236" width="640" /></a></td></tr><tr><td class="tr-caption" style="text-align: center;"><span style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;">आप सुन सकते हैं</span></b> </span><b style="text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;"><a href="https://open.spotify.com/episode/5njBq82ZyIZjxeBgJJLX2f?si=0f24dfe30f0546b7&nd=1">उनकी नई पॉडकास्ट यहाँ क्लिक करके</a></span></b></td></tr></tbody></table><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;"><b><span style="color: #2b00fe;"></span></b></div><div style="text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe; font-weight: 700;"><br /></span></div><span style="color: #2b00fe; font-weight: bold;"><div style="text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;">लुधियाना</span>: <span style="color: #444444;">3 फरवरी 2022</span>: (<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो</span>)::</div></span><p></p><p style="text-align: justify;"></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEh8xB-OKIpaQpuSoL2Adzou8_piAlwKE37lYfz_A3SUKU8d7an7kvF7nnNm3ghzW77x4mDNYFo-4su3uQZid33c8gqk-IhjKsNB2IpJoL9NwFTvF0PMqbZakwipwwn7eAnyEURxmFhVBLp5XTc4I8r1scYUQV38gvyO9M1VznCQuKkTFumF7ErSImNEMQ=s640" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em; text-align: justify;"><img border="0" data-original-height="640" data-original-width="640" height="200" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEh8xB-OKIpaQpuSoL2Adzou8_piAlwKE37lYfz_A3SUKU8d7an7kvF7nnNm3ghzW77x4mDNYFo-4su3uQZid33c8gqk-IhjKsNB2IpJoL9NwFTvF0PMqbZakwipwwn7eAnyEURxmFhVBLp5XTc4I8r1scYUQV38gvyO9M1VznCQuKkTFumF7ErSImNEMQ=w200-h200" width="200" /></a></div><div style="text-align: justify;"><b>मुझे नहीं मालूम देवलोक है या नहीं। </b>देवी देवता होते हैं या नहीं। लेकिन इतना ज़रूर है कि कुछ विशेष लोग इसी इंसानी रूप में ऐसे होते हैं जिनमें दूसरों के दर्द को महसूस करने की संवेदना होती है। जिनमें दूसरों के दुःख को दूर करने की इच्छा होती है। जिनके पास जो कुछ होता है उसे बांट कर ही उन्हें ख़ुशी मिलती है। कुमुद सिंह उन्हीं दिव्य लोगों जैसी ही हैं। </div><div style="text-align: justify;"><b>सादगी भरा सीधा सा व्यक्तित्व। </b>बिलकुल ही<b> </b>सीधे से शब्द। टू द पॉइंट बात। सीधा सा नज़रिया। सरोकार आम जनता से जुड़े हुए। यही है कुमुद सिंह की जान पहचान। सड़क पर राह जाते गाड़ी रोक लेना। सिर्फ रोक ही नहीं लेना ज़रूरत पड़े तो बैक भी करना। अगर बैक करना सम्भव न हो तो अगले कट से ही वापिस उधर आ पहुंचना जहां फुटपाथ पर परेशान से बैठे किसी व्यक्ति को देखा था। बस दिमाग में इतना सा ही कौंध जाना कि यह तो कोई बरसों पुराने जानकार का चेहरा लगता है। पास आ कर पूछना आप कहीं वो तो नहीं जो हमारे पड़ोस में रहते थे। कन्फर्म भी करना उसका हालचाल भी पूछना और गाड़ी में पड़ी राश की किट के साथ उसे कुछ पैसे भी थमा देना। कोरोना के दिनों में कुमुद परिवार की टीम ने ऐसा बहुत बार किया। यह मोहब्बत है इंसानियत से। इबादत है इंसानियत की। मोहब्बत इसी तरह इबादत बनती है। आप सुन सकते हैं <b><span style="color: #2b00fe;"><a href="https://open.spotify.com/episode/5njBq82ZyIZjxeBgJJLX2f?si=0f24dfe30f0546b7&nd=1">उनकी नई पॉडकास्ट यहाँ क्लिक करके</a></span></b>। बहुत ही टचिंग है यह कहानी नूर और सिमरन की। कुमुद कहती हैं-जि़न्दगी का पहला और अंतिम सत्य तो मोहब्बत ही है ना और मोहब्बत का दूसरा नाम हैं "नूर और सिमरन" (जिसे नूर प्यार से सिमर कहती) आज सुनिये कहानी नूर और सिमरन की। कुमुद जी की आवाज़ सचमुच आकाशवाणी की ही आवाज़ लगती है। अपनी कलम, अपनी आवाज़ अपने शब्दों और अंदाज़ का इस्तेमाल अमन और मोहब्बत के लिए करना एक बहुत मिसाल हम सभी के लिए। आप भी सरोकार से जुड़ सकते हैं। पहले अआप इसे सुन कर देखिए। आपके विचारों की इंतज़ार रहेगी ही। <b><span style="color: #444444;">--रेक्टर कथूरिया</span></b> </div><p></p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-47153227361382939262022-01-17T18:17:00.008+05:302022-01-17T19:14:14.101+05:30महिला विरोधी जुर्मों के खिलाफ और सख्त हुए मुख्यमंत्री चौहान<p style="text-align: justify;"> <b><span style="color: #444444; font-size: x-small;">Monday 17th January 2022, 17:34 IST</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: large;">कहा-मानवता को शर्मसार करने वाले अपराधी को मिले कड़ी सजा</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: white; font-size: large;">महिलाओं के विरूद्ध अपराध की घटनाओं पर बुलाई विशेष बैठक</span></b></p><p><span style="color: #444444;"></span></p><div class="separator" style="clear: both; font-weight: bold; text-align: justify;"><span style="color: #444444;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEj27y4-aja4Ku_-qutm5_Bsznxrk879Hb2KX8nqB5vtr2MHUKGr4n09rsgnuN2d6c8SZc75TUNWhbXlm2aEc7sy1gr04IwyBX7SSVR28cQm_fkUZXb_eFSdz6jNKtYGyZMG4JxvRCXDQRkYPu3mkN9M392ftH2t084e08ay6C24ZCZfrQInqyzLkSVvXA=s1027" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="552" data-original-width="1027" height="344" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEj27y4-aja4Ku_-qutm5_Bsznxrk879Hb2KX8nqB5vtr2MHUKGr4n09rsgnuN2d6c8SZc75TUNWhbXlm2aEc7sy1gr04IwyBX7SSVR28cQm_fkUZXb_eFSdz6jNKtYGyZMG4JxvRCXDQRkYPu3mkN9M392ftH2t084e08ay6C24ZCZfrQInqyzLkSVvXA=w640-h344" width="640" /></a></span></div><div style="text-align: justify;"><span style="color: #444444;"><span style="font-weight: 700;"><br /></span></span></div><span style="color: #444444;"><span style="font-weight: bold;"><div style="text-align: justify;"><span style="color: #444444;">भोपाल: सोमवार 17 जनवरी 2022 at 17:34 IST </span><span style="color: #444444;"><b>सोमवार</b></span></div></span></span><p></p><p><b></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEiG7ESovXhzXam3aC6DATjzvatMtpUFXRFzxqwimw9A9IsxjwG4buoHb0lhPcIUYhqlP2T3zTV-v68upSB7ppTpHLLTuVt1M35sU6oP5f2rmw8zXRWzXjarkfT1It387Lq1nKH7rt0ZzNuu35q4ka_TBqkhMIV-C9EhdY-s6kaxcdXGM208a70ElmC4ww=s999" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em; text-align: justify;"><img border="0" data-original-height="642" data-original-width="999" height="206" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEiG7ESovXhzXam3aC6DATjzvatMtpUFXRFzxqwimw9A9IsxjwG4buoHb0lhPcIUYhqlP2T3zTV-v68upSB7ppTpHLLTuVt1M35sU6oP5f2rmw8zXRWzXjarkfT1It387Lq1nKH7rt0ZzNuu35q4ka_TBqkhMIV-C9EhdY-s6kaxcdXGM208a70ElmC4ww=s320" width="320" /></a></b></div><div style="text-align: justify;"><b><b>महिलाओं के खिलाफ अपराध रुकने का नाम ही नहीं ले रहे। दुनिया भर में शर्मनाक घटनाएं बढ़ रही हैं। देश का शायद ही कोई ऐसा कोना ही जहां से ऐसी खबरें न आ रही हों। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने</b> कहा है कि हाल ही में कुछ जिलों में महिलाओं के विरूद्ध घटित अपराधों में सख्त से सख्त कार्यवाही की जाये। अमानवीय और घृणित कृत्य करने वाले नरपिशाचों को फाँसी के तख्ते तक ले जाने के लिए ऐसे प्रकरणों का निरंतर फॉलोअप किया जाये। इंदौर, सीहोर, ग्वालियर और शिवपुरी में हुई घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की।</b></div><p></p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने </b>इंदौर की कल की घटना पर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों के विरूद्ध सिर्फ गिरफ्तारी तक कार्यवाही सीमित नहीं होना चाहिए। इंदौर ग्रामीण के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि इस प्रकरण में 5 लोग गिरफ्तार हुए हैं। मुख्यमंत्री ने प्रकरण में अविलंब आरोप-पत्र लगाने और फॉस्ट ट्रेक कोर्ट में मामला ले जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सीहोर की घटना पर भी गंभीर रूख अपनाते हुए कहा कि दोषियों को फास्ट ट्रेक के माध्यम से दण्डित किया जाए। उन्होंने ग्वालियर के पुलिस अधिकारियों से 27 दिसंबर की घटना पर चर्चा की। इस प्रकरण में तीन व्यक्ति गिरफ्तार हुए हैं। अपराध में उपयोग में लाए गए ट्रक को भी राजसात करने और ट्रक के मालिक के विरूद्ध भी एफआईआर करने के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने पुलिस अधीक्षक शिवपुरी से जिले में एक बालिका पर परिजन द्वारा घटित अपराध की घटना में दोषी के विरूद्ध कठोरतम दंड के निर्देश दिए।</p><p style="text-align: justify;"><b>मानवता शर्मसार होती है ऐसी घटनाओं से</b></p><p style="text-align: justify;">मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपराधियों की संपत्ति जप्त करने को भी कहा। मुख्यमंत्री ने चारों मामलों को चिन्हित अपराध की श्रेणी में शामिल करते हुए फास्ट ट्रेक कोर्ट के माध्यम से कार्यवाही करने के निर्देश दिए।</p><p style="text-align: justify;"><b>चीनी मांझा जानलेवा है, कार्यवाही करें–मुख्यमंत्री श्री चौहान</b></p><p style="text-align: justify;">मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उज्जैन में पतंगबाजी में उपयोग में लाए जाने वाले चीनी मांझे से एक युवती की मृत्यु को दुखदायी बताया। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित मांझे का उपयोग करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। प्रदेश में किसी भी स्थान पर इसके विक्रय और उपयोग पर नजर रखें और जानलेवा सिद्ध होने वाली इस सामग्री के इस्तेमाल को नियंत्रित करें। बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी, मुख्यमंत्री कार्यालय के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्री योगेश चौधरी उपस्थित थे।</p><p style="text-align: justify;"><span style="color: #999999; font-size: xx-small;">अशोक मनवानी</span></p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-76045075931731947662021-12-12T17:45:00.001+05:302021-12-13T10:44:41.801+05:30मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व. वर्मा के गृह नगर पहुँचकर दी श्रद्धांजलि<p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;">Sunday: 12th December 2021 at 17:04 IST</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: white; font-size: large;">शहीद श्री जितेंद्र वर्मा के परिवार को एक करोड़ की सम्मान निधि</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="font-size: medium;">परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="font-size: medium;">शहीद की स्मृतियों को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए बनेगा स्मारक</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="font-size: medium;">गाँव के विद्यालय का नाम शहीद जितेन्द्र वर्मा के नाम पर होगा</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #2b00fe;"></span></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b><span style="color: #2b00fe;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEjl6lM2ZZPekz3l2CxUb-W5sdt13YBQskBbYX26jTdv435P2gfj5mDgkmK9ZOkRyEzXfCSVSmO78Tf72vn0TfHXSv4kE5rPL4lpqYulhKGHSZTon5YNfLtUKm7fQdLehGWJRjpomy9S7_sJ5KuJMCFA9yqeOv8kjgfC33aO657jAKFiOc3aj7_yGmatEw=s600" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="400" data-original-width="600" height="426" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEjl6lM2ZZPekz3l2CxUb-W5sdt13YBQskBbYX26jTdv435P2gfj5mDgkmK9ZOkRyEzXfCSVSmO78Tf72vn0TfHXSv4kE5rPL4lpqYulhKGHSZTon5YNfLtUKm7fQdLehGWJRjpomy9S7_sJ5KuJMCFA9yqeOv8kjgfC33aO657jAKFiOc3aj7_yGmatEw=w640-h426" width="640" /></a></span></b></div><b><span style="color: #2b00fe;"><br />भोपाल</span>: <span style="color: #444444;">रविवार, 12 दिसम्बर 2021</span>: (<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो</span>)::</b><p></p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने</b> सीहोर जिले के दिवंगत नायक जितेंद्र कुमार वर्मा के गृह ग्राम धामंदा पहुँचकर शोक संवेदनाएँ व्यक्त की और शहीद श्री वर्मा के पार्थिव शरीर को कांधा दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पार्थिव शरीर पर पुष्प-चक्र अर्पित कर शहीद के सम्मान में सेल्यूट भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान सहित जन-प्रतिनिधियों और ग्रामवासियों ने नम आँखों से शहीद जितेन्द्र को श्रद्धांजलि दी।</p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि</b> शहीद जितेन्द्र वर्मा भारत माँ के वीर सपूत थे, जो अंधेरे में भी निशाना लगाकर दुश्मन का काम तमाम करने वाले श्रेष्ठ स्नाइपर थे। सीहोर जिले सहित पूरे मध्यप्रदेश को गर्व है कि ऐसे महान वीर सेना के शौर्य के प्रतीक जनरल बिपिन रावत के साथ रहे।</p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि</b> शहीद जितेन्द्र वर्मा के माता-पिता और उनके परिवार को मैं प्रणाम करता हूँ। यह परिवार हम सबका परिवार है। मध्यप्रदेश की साढ़े 8 करोड़ जनता की ओर से मैं अमर शहीद श्री जितेन्द्र कुमार वर्मा के चरणों में सादर नमन करता हूँ।</p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि</b> तमिलनाडु में 8 दिसंबर को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस श्री बिपिन रावत जी के साथ 13 व्यक्तियों में सीहोर जिले के श्री जितेंद्र कुमार वर्मा भी असमय मृत्यु के शिकार हुए थे। शहीद जितेन्द्र जी के परिवार को एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि दी जाएगी। ग्राम के विद्यालय का नाम शहीद के नाम पर होगा। शहीद की धर्मपत्नी को शासकीय सेवा दी जाएगी। शहीद की स्मृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए स्मारक बनेगा। शहीद जितेंद्र के बच्चों की शिक्षा का प्रबंध भी होगा।</p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने</b> स्व. जितेंद्र वर्मा के माता-पिता और उनकी पत्नी से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त कर ढांढस बंधाया। सीहोर जिले के प्रभारी एवं लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, सांसद श्री रमाकांत भार्गव, सेना के वरिष्ठ अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी और हज़ारों की संख्या में आमजन ने शहीद श्री जितेन्द्र वर्मा को श्रद्धांजलि दी।<span style="color: #999999; font-size: xx-small;"> </span></p><p style="text-align: justify;"><span style="color: #666666;"><span style="font-size: xx-small;">--</span><span style="font-size: xx-small;">अशोक मनवानी/राजेश बैन</span></span></p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-30132040807907044192021-12-03T18:48:00.003+05:302021-12-04T08:46:32.338+05:30इंदौर के दो प्रमुख व्यापारिक समूहों पर छापेमारी व तलाशी<p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444; font-size: x-small;">प्रविष्टि तिथि: 03 DEC 2021 6:09 PM by PIB Delhi</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: white; font-size: large;">मध्यप्रदेश में आयकर विभाग की छापेमारी व जब्ती अभियान शुरू</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #2b00fe;">नई दिल्ली</span>: <span style="color: #444444;">03 दिसंबर 2021</span>: (<span style="color: #990000;">पीआईबी</span>//<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन</span>)::</b></p><p style="text-align: justify;"><b>मध्यप्रदेश में आयकर विभाग की छापेमारी शुरू है। इंदौर में जिन दो समूहों पर छापे मरे गए हैं उनमें मीडिया और केबल सेवाएं प्रदान करने वाले प्रसिद्ध समुह भी शामिल हैं। आरम्भिक सूचनाओं के मुताबिक 70 से अधिक परिसरों की तलाशी ली गई है। </b></p><p style="text-align: justify;"><b>यहां आप पढ़ सकते हैं विस्तृत समाचार। </b>इंदौर आयकर विभाग ने 25-11-2021 को इंदौर के दो प्रमुख व्यापारिक समूहों पर छापेमारी व तलाशी-जब्ती अभियान शुरू किया। पहला समूह खनन, मीडिया और केबल टीवी सेवाएं प्रदान करने के व्यवसाय से जुड़ा है और दूसरा समूह एक कोचिंग अकादमी चला रहा है। मध्य प्रदेश में 70 और 5 अन्य राज्यों सहित 70 से अधिक परिसरों की तलाशी ली गई।</p><p style="text-align: justify;"><b>तलाशी की कार्रवाई के दौरान, </b>कुछ व्यवसायों के वित्तीय रिकॉर्ड के समानांतर सेट सहित विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेजी और डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए जिन्हें जब्त कर लिया गया है। इन साक्ष्यों के आरंभिक विश्लेषण से विभिन्न कदाचारों, विशेष रूप से खनन व्यवसाय में बिक्री की आयकर चोरी का पता चलता है। केबल टीवी सेवा के कारोबार में भी इसी तरह बड़े पैमाने पर कर चोरी पाई गई है। अन्य कदाचार जैसे पैसों का भुगतान, संदिग्ध बेनामी लेनदेन, नकद में किए गए बेहिसाब खर्च, अचल संपत्तियों में अघोषित निवेश आदि के साक्ष्य भी मिले हैं।</p><p style="text-align: justify;"><b>जांच से पता चला है कि</b> समूह ने प्रविष्टि संचालक द्वारा प्रबंधित विभिन्न मुखौटा कंपनियों से फर्जी असुरक्षित कर्ज के रूप में 40 करोड़ रुपये से अधिक की आवास प्रविष्टियां भी प्राप्त की हैं। तलाशी अभियान के दौरान मुख्य प्रविष्टि संचालक, मुख्य संचालक और मुखौटा कंपनियों के कई नकली निदेशकों की पहचान करउनसे पूछताछ कर ली गई है। नकली निदेशकों और प्रमुख संचालकों ने स्वीकार किया है कि कंपनियां केवल कागजी संस्थाएं हैं और वे मुख्य प्रविष्टि संचालक के इशारे पर काम कर रही हैं।</p><p style="text-align: justify;"><b>कोचिंग ग्रुप के तलाशी अभियान से मिले</b> और जब्त किए गए दस्तावेजी साक्ष्य स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि छात्रों से नकदी के रूप में प्राप्त 25 करोड़ रुपये से अधिक की राशि छिपाई गई है। जब्त किए गए सबूतों के विश्लेषण से यह भी संकेत मिलता है कि यह समूह व्यवस्थित रूप से अपनी विभिन्न फ्रेंचाइजी से मिली रॉयल्टी और लाभ की हिस्सेदारी से हुई आय को छिपा रहा है। इन खातों में 10 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब नकदी की रकम प्राप्त की गई है। तलाशी अभियान के दौरान दो करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद हुई है। जांच आगे जारी है।</p>Rector Kathuriahttp://www.blogger.com/profile/06225119395785915592noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-30024411034963636672021-11-20T22:45:00.047+05:302021-11-21T15:26:33.327+05:30मुख्यमंत्री श्री चौहान को भेंट में प्राप्त पौधों का बनेगा "पौध बैंक"<p style="text-align: justify;"><span style="background-color: white; font-family: Roboto, RobotoDraft, Helvetica, Arial, sans-serif; font-size: 14px;"><b><span style="color: #444444;">20th November 2021 at 10:20 PM</span></b></span></p><p style="text-align: justify;"><span style="color: white; font-size: large;"><b style="background-color: #660000;">विश्व बाल दिवस पर बच्चों द्वारा भेंट किये आम के पौधे को रोपा CM ने</b></span></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: large;">श्री चौहान के साथ संगिनी संस्था के सदस्यों ने पौध-रोपण किया</span></b></p><p><span style="color: #2b00fe;"></span></p><div class="separator" style="clear: both; font-weight: bold; text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEgOtx9y7WSBI33wNpwFt1dlQnm1c1SeEx2FzFG3MVCTlQJVHw-pCuZDJIMcm72rqt3dCPDKcl6HqHRQvrFDLmNCEQG_MS8oShijVdEaJ_6bPmsQC7y_SpgWUgU3CR_NVsY8LxWQu39phO2V0Yu72Tupz3cXQxr1e3objLnoRwXT1Rs0eeEe67cZBq4SGw=s600" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="400" data-original-width="600" height="426" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/a/AVvXsEgOtx9y7WSBI33wNpwFt1dlQnm1c1SeEx2FzFG3MVCTlQJVHw-pCuZDJIMcm72rqt3dCPDKcl6HqHRQvrFDLmNCEQG_MS8oShijVdEaJ_6bPmsQC7y_SpgWUgU3CR_NVsY8LxWQu39phO2V0Yu72Tupz3cXQxr1e3objLnoRwXT1Rs0eeEe67cZBq4SGw=w640-h426" width="640" /></a></span></div><div style="text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;"><span style="font-weight: 700;"><br /></span></span></div><div style="font-weight: bold; text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;"><b><span style="color: #2b00fe;">भोपाल</span>: <span style="color: #444444;">शनिवार</span>, <span style="color: #444444;">20 नवम्बर 2021</span>,<span style="color: #666666;"> 16:16 IST</span></b></span></div><p></p><p style="text-align: justify;"><b>बच्चों से हमारा वंश चलता है, हमारा परिवार चलता है। बच्चों से ही हमारा स्नेह संसार चलता है लेकिन जीवन का संसार पेड़ पौधों से ही चलता है। पेड़ पौधे ज़िंदगी के लिए बेहद आवश्यक हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि</b> <b>पौध-रोपण को लेकर लोगों में सक्रियता बढ़ रही है।</b> प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर प्रवास के दौरान उन्हें बड़ी संख्या में पौधे भेंट में मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भेंट में प्राप्त इन पौधों का "पौध बैंक" बनाया जाएगा और इनका उपयुक्त स्थान पर रोपण होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्मार्ट उद्यान में पौध-रोपण के अवसर पर यह बात कही। </p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज स्मार्ट उद्यान में</b> केसिया-सामिया, करंज और आम का पौधा लगाया। विश्व बाल दिवस के अवसर पर आम का पौधा मुख्यमंत्री श्री चौहान को बच्चों द्वारा भेंट किया था। पौध-रोपण में भोपाल की संगिनी संस्था की श्रीमती बलजीत सलूजा, श्रीमती प्रार्थना मिश्रा तथा सुश्री अपूर्वा सांडिल्य भी शामिल हुई। मुख्यमंत्री श्री चौहान पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियों में जन-भागीदारी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रतिदिन सामाजिक संस्थाओं, स्वयं-सेवी संस्थाओं और व्यक्तिगत स्तर पर इस दिशा में सक्रिय व्यक्तियों के साथ पौध-रोपण करते हैं।</p><p style="text-align: justify;"><b>संगिनी संस्था पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियों के साथ</b> शासकीय विभागों और स्कूल-कॉलेज टीचर्स के साथ महिला सशक्तीकरण पर प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाती है। संस्था महिला हिंसा केविरूद्ध अभियान, पीड़ित महिलाओं के लिए नि:शुल्क कानूनी सलाह, स्वच्छता, प्लास्टिक के उपयोग को कम करने, घरेलू कामगारों के समूह गठित कर उनके कौशल विकास और उन्हें रोजगार से जोड़ने जैसी गतिविधियों में सक्रिय है। संस्था ने कोरोना की पहली और दूसरी लहर में जागरूकता और आवश्यक सहायता संबंधी विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की।</p><p style="text-align: justify;"><b>करंज को आयुर्वेदिक चिकित्सा में </b>महत्वपूर्ण माना गया है। करंज का इस्तेमाल धार्मिक कार्यों में भी किया जाता है। केसिया-सामिया भी पर्यावरण और आयुर्वेद की दृष्टि से उपयोगी है।</p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-49437463184031718442021-09-25T21:45:00.005+05:302021-09-26T07:46:47.276+05:30मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया शिलान्यास और लोकार्पण<p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444; font-size: x-small;">Saturday, 25th September 2021 at 21:15 IST</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: large;"> 745 निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया कोठी में </span></b> </p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #2b00fe;"></span></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b><span style="color: #2b00fe;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhg2xHFxR44rdS-LhO7g7Klsm8mU2KYigveQDeY64l55jqr8zQtYWruiBB0SS8aaOduRpac7yhfHnKizapinIkY3V1be2_y-8e1hW5_la1N_WccxBSRha5xYKswDyGGhYHA4qnC-hvVZsXy/s720/Thakur+Ranmat+Singh.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="405" data-original-width="720" height="360" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhg2xHFxR44rdS-LhO7g7Klsm8mU2KYigveQDeY64l55jqr8zQtYWruiBB0SS8aaOduRpac7yhfHnKizapinIkY3V1be2_y-8e1hW5_la1N_WccxBSRha5xYKswDyGGhYHA4qnC-hvVZsXy/w640-h360/Thakur+Ranmat+Singh.jpg" width="640" /></a></span></b></div><b><span style="color: #2b00fe;"><br />भोपाल</span>: <span style="color: #666666;">शनिवार</span>, <span style="color: #444444;">25 सितम्बर 2021</span>: (<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो</span>)::</b><p></p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान </b><span style="color: #2b00fe;">ने</span> रैगांव से कोठी तक जनदर्शन यात्रा में आमजनों से संवाद किया। कोठी में जनदर्शन समारोह में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 24 करोड़ 75 लाख रूपये लागत के 745 निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन तथा लोकार्पण किया।</p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने</b> कोठी में 15 करोड़ 6 लाख 34 हजार रूपये के 389 निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया। इसमें पीएचई विभाग के 4, नगर पंचायत कोठी के 4, गौशाला निर्माण का एक और नवीन पंचायत भवन के 6 निर्माण कार्य शामिल हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रैगांव विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में सीसी रोड, पुलिया, चेकडैम तथा अन्य निर्माण कार्यों सहित 5 करोड़ 43 लाख 28 हजार रूपये के 123 निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बाउण्ड्रीवाल तथा पेवर ब्लॉक लगाने के 16 कार्यों, जल संवर्धन के 161 कार्यों, स्वच्छता से जुड़े 61 निर्माण कार्यों और 13 भवनों के निर्माण कार्य का भी शिलान्यास किया।</p><p style="text-align: justify;"><b>जनदर्शन में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने</b> 9 करोड़ 68 लाख 60 हजार रूपये की लागत के 356 निर्माण कार्यो का लोकार्पण किया। इन निर्माण कार्यों में दो गौशाला, एक पंचायत भवन, 49 बाउण्ड्रीवाल तथा पेवर ब्लॉक निर्माण और 16 स्वच्छता संबंधी निर्माण कार्य शामिल हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विभिन्न ग्राम पंचायतों में जल संवर्धन के 153 निर्माण कार्यों, सीसी रोड तथा पुलिया निर्माण के 114 कार्यों और ग्राम पंचायत स्तर पर बनाये गये 21 नवीन भवनों का लोकार्पण किया। समारोह में वन मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, खनिज एवं श्रम मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, पिछड़ा वर्ग एवं अल्प संख्यक कल्याण राज्यमंत्री श्री रामखेलावन पटेल, सांसद गणेश सिंह, पिछड़ा वर्ग के सदस्य एवं विधायक मउगंज श्री प्रदीप पटेल, पूर्व मंत्री एवं विधायक रीवा श्री राजेन्द्र शुक्ला, विधायक रामपुर बघेलान श्री विक्रम सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुधा सिंह, जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।</p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने</b> <b>ठाकुर रणमत सिंह की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण</b></p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्रीशिवराज सिंह चौहान ने जनदर्शन यात्रा के अंतिम पड़ाव सतना के कोठी में अमर शहीद ठाकुर रणमत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें आदरांजलि दी।</b></p><p> <span style="color: #999999; font-size: xx-small;">उमेश तिवारी/राजेश सिंह</span></p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-67730853669687886382021-09-13T02:45:00.025+05:302021-09-18T18:27:30.855+05:30बुन्देला विद्रोह ने बोये 1857 क्रांति के बीज<p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;">भोपाल : 12 सितंबर 2021 को 11:00</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: white; font-size: large;"> सागर तथा दमोह क्षेत्र पर अंग्रेजों ने कब्जा कर लिया था </span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;">अंग्रेज़ों से भारत की स्वतंत्रता के आंदोलन और विद्रोह के इतिहास को जितना भी खोजा जाए उतना ही कम है। हर खोज में बहुत कुछ नया ही मिलता है। इस आलेख में भी काफी कुछ नया है। पढ़ने पर आपको बहुत सी नई हकीकतें और तथ्य मिलेंगे। देखिए ज़रा एक नज़र। </span></b></p><p style="text-align: justify;"><b>कहते हैं कि </b>इतिहास सत्य का अन्वेषण है, लेकिन जब सत्य विजेता-प्रायोजित हो तब हमारे इतिहास के साथ यही समस्या है। इसीलिये जब 7 अप्रैल, 1818 को तत्कालीन ब्रिटिश गवर्नर जनरल के सेक्रेटरी टी.एच. मेडोक ने सागर और दमोह क्षेत्र को हड़पने की गरज़ से ब्रिटिश सरकार को भेजे गये अपने पत्र में निम्नांकित निष्कर्ष निकाला तो वे एकदम झूठ बोल रहे थे। उन्होंने लिखा- "इस क्षेत्र के निवासी पूरी तरह शांत हैं और ब्रिटिश सरकार की छत्र- छाया में रखे जाने की संभावना से बेहद खुश हैं।"</p><p style="text-align: justify;"></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgPbvIZCV3cP_MZeZyJEri3FG91yd2fhpZc-Q2aapCojiBfzJ_-rXgCpMRbtbPzyeaMe2vHM1CMMlLNo_CnkFuYgJ7AsHy9q7mOErIp7LddOV7k92cGVXOI07JEO7KpNNm_d4V1EAhvQOOV/s231/Azadi+Ka+Amrut+Mahutsav.jpg" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em; text-align: justify;"><img border="0" data-original-height="152" data-original-width="231" height="132" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgPbvIZCV3cP_MZeZyJEri3FG91yd2fhpZc-Q2aapCojiBfzJ_-rXgCpMRbtbPzyeaMe2vHM1CMMlLNo_CnkFuYgJ7AsHy9q7mOErIp7LddOV7k92cGVXOI07JEO7KpNNm_d4V1EAhvQOOV/w200-h132/Azadi+Ka+Amrut+Mahutsav.jpg" width="200" /></a></div><b><div style="text-align: justify;"><b>यथार्थतः स्थिति</b> एकदम उलट थी क्योंकि इस इलाके के लोग अंदर ही अंदर अंग्रेजों के विरुद्ध सशस्त्र विद्रोह की रचना रच रहे थे। सन् 1817-18 में अप्पा साहब भोंसले की पराजय के बाद मराठों का पराभव हो चुका था और सागर तथा दमोह क्षेत्र पर अंग्रेजों ने कब्जा कर लिया था। दस मार्च, 1818 को अंग्रेजों ने समस्त चौधरियों, कानूनगो, जमींदारों और इलाके की रियाया के नाम बाकायदा घोषणा जारी करके बता दिया था कि अब से यहाँ अंग्रेजी राज कायम हो गया है। यही वह इलाका था जिसे अंग्रेजों ने 'सागर और नर्मदा क्षेत्र' घोषित किया था तथा जिसमें जबलपुर, मंडला, सिवनी, बैतूल, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, सागर और दमोह जिले आते थे। इसी क्षेत्र में सन् 1857 की क्रांति के 15 साल पहले सन् 1842 में जो विद्रोह हुआ उसे ही 'बुन्देला विद्रोह' का नाम दिया गया है। यद्यपि इसे बुन्देला विद्रोह कहा गया किन्तु इसमें क्षेत्र के ठाकुरों के अलावा गोंड आदिवासियों, लोधियों, कुर्मियों आदि ने भी सक्रिय भाग लिया।</div></b><p></p><p style="text-align: justify;"><b>यह विद्रोह बुनियादी रूप से</b> अंग्रेजों द्वारा लागू की गई उस शोषणकारी भूमि व्यवस्थापन नीति के विरुद्ध था जिसमें लगान की दरें पाँच से पंद्रह गुना तक कर दी गई थीं। ये दरें तो भूमिपतियों पर भी भारी पड़ रही थीं। बड़ी संख्या में छोटे-बड़े किसानों को बेदखल कर दिया गया। जागीरदारों-जमींदारों का अपमान किया गया। अंग्रेजों द्वारा नियुक्त अफ़सरों ने मनमाने अत्याचार किये। परंपरागत पंचायत व्यवस्था ध्वस्त कर दी गई। नई न्यायिक व्यवस्था उन अंग्रेज अफ़सरों के हाथ में थी जो फिलहाल स्थानीय बोली तो क्या हिन्दी-उर्दू से भी अनभिज्ञ थे। विदेशी शासकों ने सदियों से स्थापित धार्मिक-सामाजिक संस्थाओं को समाप्त कर दिया था। ब्रिटिश शासकों ने यहाँ जिस तरह का प्रशासन स्थापित किया उसकी निरंकुशता पर प्रकाश डालने के लिये स्वयं आर. एम. बर्ड की रिपोर्ट का वह उद्धरण काफी है जो 'बर्ड्स रिपोर्ट ऑन द सागर एंड नर्मदा टेरिटरीज़' से लिया गया है - "प्रत्येक जिले का प्रशासन उसके प्रभारी अधिकारी की मनमर्जी से चलता था। सारा इलाका कमिश्नर के स्व-विवेक पर निर्भर था। जो कभी-कभी सनक और स्वेच्छाचार के सीमान्त छू लेता था।" बाद में इस विद्रोह के कारणों की जाँच करके उस पर रिपोर्ट देने के लिये कर्नल स्लीमेन नियुक्त हुए। उन्होंने साफ कबूल किया- "एक कमज़ोर तथा लोलुप सरकार के कारण अव्यवस्थाएँ फैल गई, सरकार सिर्फ ताकतवर के ही अधिकार का सम्मान कर सकती थी। इसलिये ताकत की अभिव्यक्ति लूटमार में होने लगी, यह उन प्रमुख कारणों में से एक था जिनके कारण सागर-दमोह संभाग में विद्रोह हुआ।" अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह की शुरुआत सागर के उत्तर में नारहट के बुन्देला ठाकुरों ने 8 अप्रैल 1842 को ब्रिटिश पुलिस पर हमला कर की। इन लोगों ने समीपस्थ मालथौन, खिमलासा और गढ़ाकोटा पर कब्जा करने के लिए अभियान शुरू किया।</p><p style="text-align: justify;"><b>सागर के ब्रिटिश अफसर एम.सी. ओमन्नी ने</b> नारहट के ढोकुल सिंह के अलावा राव विजय बहादुर, मधुकर शाह आदि को सागर बुलवाया। राव विजय बहादुर ओमन्नी से मिले लेकिन कोई हल नहीं निकला। अगले दो दिनों में विद्रोहियों ने नारहट और खिमलासा पर कब्जा कर लिया। नारहट में मजबूत गढ़ी थी और खिमलासा तो पूरी तरह किलेबंद था। यह विद्रोह आसपास के एक दर्जन से भी अधिक स्थानों पर फैल गया। यद्यपि शाहगढ़ के राजा अर्जुन सिंह ने अंग्रेजों की सहायता की लेकिन विद्रोही भारी पड़ने लगे थे। बुन्देलखंड के अंग्रेज पॉलिटिकल एजेन्ट एस. फ्रेजर ने रिपोर्ट दी "हमारे सवारों और पुलिस की हत्या का निर्विवाद तथ्य यह है कि हमारी सीमाओं पर बुन्देला ठाकुरों के बीच गंभीर असंतोष है, आम जनता इनके साथ है, हमने विद्रोह को प्रारंभ में हलके में लेने की गलती की।" उल्लेखनीय है कि नारहट की लड़ाई में बुन्देले अंग्रेजों पर इतने भारी पड़े थे कि कैप्टेन राल्फ वहीं मारा गया था। नरियावली और खुरई भी विद्रोहियों की लपेट में थे।</p><p style="text-align: justify;"><b>अंग्रेजों को विद्रोह की गंभीरता का अहसास</b> बहुत बाद में हुआ। उन्होंने नागपुर से लेफ्टिनेंट कर्नल वाटसन के नेतृत्व में एक फील्ड फोर्स भेजी और बुन्देलखंड लीजियन तथा सीपरी कंटिन्जेन्ट के अलावा भोपाल से भी एक फौंजी टुकड़ी को विद्रोह दबाने हेतु भेजा। दरअसल बीना नदी के तट पर बुन्देला ठाकुरों ने एक बड़ा संघ बना लिया था, लेकिन 'समीपस्थ रियासतों ने अंग्रेजों की मदद की।</p><p style="text-align: justify;"></p><b><div style="text-align: justify;"><b>जवाहर सिंह, मधुकर सिंह, गणेशजू तथा विक्रमजीत के नेतृत्व में विद्रोहियों ने संगठित होकर जून 1842 के </b>प्रथम सप्ताह में अंग्रेजों से बिनेका तहसील के बर्रा ग्राम में भीषण युद्ध किया। नौ जून को पंचमनगर के पास पुन: कैप्टन मेकिन्टोश के नेतृत्व में अंग्रेजों ने विद्रोहियों को घेरा। अंग्रेजों को ऐसा लगा कि देशी पुलिस इन लोगों के विरूद्ध कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर रही है। अतः 9 जुलाई, 1842 को फ्रेजर ने एक घोषणा करके देशी सैनिकों को बहुत लालच दिये। उसने बिनेका के तहसीलदार रामचंद्र राव को बर्खास्त कर दिया। बारह जुलाई को फ्रेजर शाहगढ़ के राजा बखतबली शाह से मिला और विद्रोह दबाने में उसकी सहायता मांगी। लेफ्टिनेंट गवर्नर के सेक्रेटरी हेमिल्टन ने लिखा कि-'अगर राजा को ब्रिटिश संरक्षण चाहिये तो वह विद्रोह को दबाकर सिद्ध करे कि वह ऐसा संरक्षण पाने योग्य है।'</div></b><p></p><p style="text-align: justify;"><b>जुलाई और अगस्त 1842 में भी</b> सागर क्षेत्र विद्रोहियों की चपेट में रहा। यद्यपि कैप्टेन ओ. ब्रियेन ने विद्रोहियों के खिलाफ अनेक अभियान किये लेकिन अंग्रेजों का विरोध बराबर जारी रहा। अगस्त 1842 में बहरोल के पास विद्रोहियों से मुठभेड़ में ले. हर्बर्ट बुरी तरह घायल हो गया। जिस गोली से वह घायल हुआ था वह बहरोल के लोधी प्रमुख ठा. मलखान सिंह की हवेली से आई थी।</p><p style="text-align: justify;"><b>सितंबर 1842 तक</b> जबलपुर भी विद्रोह की चपेट में आ गया। यहाँ हीरापुर के राजा हिरदेशाह विद्रोहियों के नायक थे। उनके पास लगभग 15 हजार सशस्त्र सैनिक थे और बारह हजार रुपये की लगान माफी थी। उन्होंने नर्मदा और हिरण नदियों में नावों पर कब्जा कर लिया तथा हीरापुर से अंग्रेजों का सम्पर्क काट दिया। हीरापुर नगर नर्मदा और हिरण के संगम पर था। राजा के पास तोपे भी थी। आसपास के अनेक ठाकुर राजा से मिल गये थे। जन. थाम्ब के मातहत अनेक फौजी टुकड़ियों ने हिरदेशाह के खिलाफ़ मुहिम चलाई, लेकिन वे उनके हाथ नहीं आये। कंप्टेन क्लेमेन्ट ब्राउन ने लिखा है कि 'अस्थायी रूप से ही सही लेकिन राजा ने नर्मदा पर स्थित नरसिंहपुर, सागर और जबलपुर के बड़े भाग पर हमारी सत्ता उखाड़ फेंकी थी।" नरसिंहपुर में खजाने की रक्षा करने में के. मेक्लाड को पसीने छूट गये थे। हीरापुर के पास सांकल में दशहरा उत्सव के दौरान अंग्रेजों को खूब छकाया। ऐसा लगता था कि विद्रोही बरमान घाट की नावों पर भी कब्जा करने वाले हैं।</p><p style="text-align: justify;"><b>होशंगाबाद जिले की</b> नर्मदा घाटी में लोधी प्रमुखों ने भीषण विद्रोह कर दिया। इस क्षेत्र के प्रमुख नेताओं में मदनपुर के देहलन सिंह गोंड, धिलवार के नटवर सिंह गोंड, घुघरी के नटवर सिंह लोधी, नदिया के अजीत सिंह लोधी, सुआवला के रणजोर सिंह बुन्देला और सावंत सिंह एवं देवरी के ठाकुर शिवराज सिंह उल्लेखनीय हैं। इन लोगों ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण तेंदूखेड़ा पर कब्जा कर लिया। होशंगाबाद जिले के सोहागपुर सब-डिवीजन की रक्षा करना अंग्रेजों के लिये असंभव था।</p><p style="text-align: justify;"><b>जब विद्रोह बहुत फैल गया तो</b> अंग्रेजों ने कई सैनिक टुकड़ियों को एकत्रित करके विद्रोह को दबाने की कोशिश की। नागपुर फोर्स के कमांडर ले.क. वाटसन ने 28 अक्टूबर, 1842 को हीरापुर पहुँचकर राजा हिरदेशाह और उनके साथियों को किला छोड़ने पर मजबूर कर दिया। फ्रेजर ने हिरदेशाह की गिरफ्तारी के लिये दो हजार रुपये के इनाम की घोषणा कर दी। तीस अक्टूबर को हथियारबंद गोंडों ने अंग्रेजों को सोनखेड़ा ग्राम में खूब छकाया। पाँच नवंबर, 1842 को गोंड सरदार देहलन सिंह और नटवर सिंह ने होशंगाबाद के थिलवार जंगल पर कब्जा कर लिया और असिस्टेंट कमिश्नर हग फ्रेंजर को घायल कर दिया। उस क्षेत्र में दो फ्रेजर कार्यरत थे- एक था एच. फ्रेजर और दूसरा था एस. फ्रेजर। यद्यपि घायल फ्रेंजर को अंग्रेज निकाल ले गये किंतु 10 नवंबर, 1842 को उसकी मृत्यु हो गई।</p><p style="text-align: justify;"><b>राजा हिरदेशाह बुन्देलखंड की कई रियासतों में गये</b> और उन्हें अंग्रेजों के विरुद्ध गोलबंद करने की कोशिशें की। नवंबर 1842 के अंत तक अंग्रेजों ने होशंगाबाद और नरसिंहपुर जिलों में आंशिक रूप से विद्रोह को दबा दिया था। विद्रोही सरदारों में फूट डाली गई तथा एक का इलाका जब्त करके दूसरे को दे दिया जिसने अंग्रेजों की सहायता की थी। विद्रोही वनों में छिपकर छापामार युद्ध करते रहे। अंग्रेजों ने नृशंस दमन की नीति अपनाई। भोपाल, ग्वालियर और रीवा रियासतों ने अंग्रजों की सहायता की। इंदौर स्थित अंग्रेज रेजीडेन्ट सर सी.एम. वेडे तथा भोपाल स्थित पॉलिटिकल एजेन्ट कैप्टेन ट्रेवलिन ने आपसी सहयोग से विद्रोहियों पर दबिश बनाये रखी। मेजर जनरल टाम्बस तथा मेजर स्लीमेन को विद्रोहियों, उनके सहायकों आदि की शक्ति तथा पते-ठिकानों की सूची बनाकर दमन करने को कहा गया। स्लीमेन ने सर्वप्रथम हीरापुर के हिरदेशाह पर ध्यान केन्द्रित किया। सत्रह नवंबर, 1842 को अंग्रेजों ने एक घोषणा जारी करके विद्रोहियों से हथियार डालकर आत्म-समर्पण करने को कहा। चौबीस नवंबर को एक और घोषणा करके विद्रोहियों को जिंदा-मुर्दा पकड़वाने के लिये इनाम घोषित किये गये। ये इनाम 200 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक के थे। 19 दिसंबर, 1842 को एक और घोषणा जारी की गई जिसमें हीरापुर के राजा हिरदेशाह, चंद्रपुर के दीवान जवाहर सिंह तथा जैतपुर के अपदस्थ राजा परीछत सिंह की गिरफ्तारी पर दस-दस हजार की रकम घोषित कर दी गई।</p><p style="text-align: justify;"><b>इस कार्यवाही का परिणाम </b>अंग्रेजों के हित में रहा। 22 दिसंबर, 1842 को, उक्त घोषणा के मात्र तीन दिन बाद शाहगढ़ के बखतबली शाह ने हीरापुर के राजा हिरदेशाह को गिरफ्तार करवा दिया जब वे अपने दल के साथ जेतपुर से सागर रहे थे। इन बंदियों को दमोह के रास्ते बनारस के पास चुनार भेजा गया जहाँ इनकी जिम्मेदारी चुनार जेल के निर्दयी कमांडन्ट कर्नल चार्ल्स पुले को सौंपी गई। मेजर स्लीमेन ने आदेश दिया कि जब हिरदेशाह और उनके साथियों को दमोह से निकाला जाए तो उसका ऐसा खासा प्रदर्शन हो जिसे सारे दमोहवासी देखे और किसी के मन में यह शंका न रहे कि हिरदेशाह की गिरफ्तारी हुई है या नहीं। अब अंग्रेजों ने विद्रोहियों में फूट डालने की एक और चाल चली। गवर्नर जनरल लार्ड एलेनब्रो चुनार जेल जाकर हिरदेशाह से मिला और उसे ऐसी शर्तों पर माफ करके राज लौटाया ताकि एक तो वह आजीवन अंग्रेजों का अधीनस्थ रहे और दूसरे कोई भी विद्रोही अब उसका विश्वास न करे। अंग्रेजों ने आत्म-समर्पण करने वाले अधिकांश विद्रोहियों को सब तरह से असहाय और निर्बल बनाकर माफी दे दी। लेकिन बुन्देला विद्रोह शुरू करने वाले नारहट के मधुकर शाह को सार्वजनिक रूप से सागर जेल में फाँसी दे दी। जेल के पीछे ही उनका दाह संस्कार कर दिया गया। वहाँ एक चबूतरे का निर्माण किया गया है। गोपालगंज के लोग आज भी स्वाधीनता संग्राम के इस शहीद के प्रति निरंतर श्रद्धा-सम्मान व्यक्त करते हैं। मधुकर शाह के साथ उन्हीं की बहन ने विश्वासघात करके उन्हें सोते समय गिरफ्तार करवा दिया था। मधुकर शाह के उन्नीस वर्षीय भाई गणेशजू को देश निकाले का दंड दिया गया।</p><p style="text-align: justify;"><b>अगस्त 1845 तक बुन्देला विद्रोह समाप्त हो गया।</b> यद्यपि दमन और माफी की नीति से अंग्रेजों ने इसे फिलहाल खत्म कर दिया, लेकिन इस विद्रोह ने ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध असंतोष की जो चिंगारी दहकाई वह ज्वाला बनकर मात्र 15 साल बाद सन् 1857 के सशस्त्र स्वाधीनता संग्राम के रूप में भड़की। याद रहे कि सन् 1842 का बुन्देला विद्रोह स्वतंत्रता महायज्ञ में मध्यप्रदेश की प्रथम आहुति था। स्थिति का व्यंग्य देखिये कि जिन राजा बखतबली और ठाकुर मर्दन सिंह ने 1842 में अंग्रेजों का साथ दिया उन्हीं ने 1857 के विद्रोह में अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिये। इन दोनों को जनवरी 1858 में आजन्म कारावास की सजा देकर मथुरा जेल में रखा गया। <b><span style="color: #444444;">(जनसम्पर्क विभाग मध्यप्रदेश सरकार से साभार)</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;">(लेखक स्वतंत्र पत्रकार है।)</span></b></p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-43009442036056435872021-09-11T18:45:00.015+05:302021-09-12T14:39:24.305+05:30राष्ट्रीय वन शहीद दिवस<p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444; font-size: x-small;">Saturday: 11th September 2021 at 17:45 IST</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: large;">वन्य-प्राणियों की रक्षा में शहीद हुए 3 वन कर्मियों के परिजन सम्मानित</span></b></p><p style="text-align: justify;"><span style="color: white; font-size: medium;"><b style="background-color: #660000;">सम्मान समारोह में एक-एक लाख रूपये के चेक और प्रशस्ति-पत्र किये गये भेंट</b></span></p><p style="text-align: justify;"><b><u><span style="color: #2b00fe;">भोपाल</span>: <span style="color: #444444;">शनिवार</span>: <span style="color: #0b5394;">11 सितम्बर 2021</span> (<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो</span>)</u>:: </b></p><p></p><div class="separator" style="clear: both; font-weight: bold; text-align: justify;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhSngIN_ruQeeoaAGZzokjdC54ucYWh0N566KG_dTOaOaGw5nPXARHjXKO5rAZhUzf-OB4uEEdcvqRNlOU8hkPEZT5jgYrwOK_p6gHlpa4-HBHyh-P6CEuYFoUeZshNoqyKrnrdmTN4njRX/s999/Forest+News+Pics+Details+in+Madhya+Pradesh+Screen.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="665" data-original-width="999" height="426" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhSngIN_ruQeeoaAGZzokjdC54ucYWh0N566KG_dTOaOaGw5nPXARHjXKO5rAZhUzf-OB4uEEdcvqRNlOU8hkPEZT5jgYrwOK_p6gHlpa4-HBHyh-P6CEuYFoUeZshNoqyKrnrdmTN4njRX/w640-h426/Forest+News+Pics+Details+in+Madhya+Pradesh+Screen.jpg" width="640" /></a></div><div style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 700;"><br /></span></div><span style="font-weight: bold;"><div style="text-align: justify;">कई बार वन और वन-प्राणियों की रक्षा करते हुए होने वाले हिंसक टकराव केवल फ़िल्मी कहानियां नहीं होतीं। वे सच में घटित होते हैं। वन की ज़िंदगी शांत होने के बावजूद उन लोगों की वजह से अशांत होती रहती है जिनकी बुरी नज़र वन सम्पदा पर होती है। इन हिंसक लोगों का सामना करते करते कई बार वन कर्मी शहीद भी हो जाते हैं। कभी कभी वन में भयंकर आग लग जाती है तो उस समय भी उस आग को नियंत्रित करते करते अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। इसी तरह के शहीदों को नमन किया है मध्यप्रदेश सरकार ने इन शहीदों के परिजनोंसम्मानित भी किया और वित्तीय सहायता भी दी। </div></span><p></p><p style="text-align: justify;"><b>प्रधान मुख्य वन्य संरक्षक एवं वन बल प्रमुख</b> श्री रमेश कुमार गुप्ता ने कहा है कि वन विभाग के वनकर्मी प्रदेश के जंगलों की सुरक्षा और वन्य-प्राणियों के संरक्षण कार्य में अपने प्राणों की आहूति देकर कर्त्तव्य-परायणता का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करते है। ऐसे शहीद वनकर्मियों के बलिदान पर विभाग फक्र करता है। श्री गुप्ता राष्ट्रीय वन शहीद दिवस के मौके पर चार इमली स्थित वन विश्राम गृह परिसर में कर्त्तव्य के दौरान शहीद वनकर्मियों के परिजन को सम्मानित कर रहे थे। </p><p style="text-align: justify;"><b>कार्यक्रम में तीन शहीद वनकर्मियों के परिजन को एक-एक लाख रूपये का चेक</b> और प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) श्री आलोक कुमार सहित वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे।</p><p style="text-align: justify;"><b><u>शहीद वनकर्मी</u></b></p><p style="text-align: justify;"><b>शहीद मदन लाल वर्मा:</b> वन मण्डल देवास में वन रक्षक के पद पर कार्यरत श्री मदनलाल वर्मा 4 फरवरी 2021 को वन क्षेत्र की पुंजापुरा परिक्षेत्र की बीट रतनपुर में वन्य-प्राणी शिकारियों से हुई मुठ-भेड़ के दौरान गोली लगने से वीरगति को प्राप्त हुए थे। वन मण्डलाधिकारी देवास ने वनकर्मियों के शहीद दिवस के दिन आज ही रतनपुर बीट का नाम शहीद मदनलाल वर्मा के नाम रखे जाने के आदेश जारी किए हैं।</p><p style="text-align: justify;"><b>शहीद राज परीक्षित </b>सतपुड़ा टाइगर रिजर्व होशंगाबाद में वन रक्षक के पद पर कार्यरत श्री राज परीक्षित भट्ट 5 मई 2021 को वन क्षेत्र में हुई अग्नि दुर्घटना को नियंत्रित करने के प्रयासों के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए थे।</p><p style="text-align: justify;"><b>शहीद सूर्यप्रकाश ऐडे:</b> वन मण्डल बालाघाट में वन रक्षक के पद पर कार्यरत रहे श्री सूर्यप्रकाश ऐडे वन क्षेत्र में 12 अप्रैल 2021 को हुई अग्नि दुर्घटना को नियंत्रित करने के प्रयास में वीरगति को प्राप्त हुए थे।</p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-26700407020324060632021-08-26T02:45:00.004+05:302021-08-26T13:09:11.710+05:30संस्कृत को जन-जन तक पहुँचाना आवश्यक<p style="text-align: justify;"> <b><span style="color: #666666; font-size: x-small;">Wednesday: 25th August 2021 at 04:48 IS</span><span style="color: #666666; font-size: x-small;">T </span><span style="color: #444444; font-size: x-small;"> </span></b><b style="font-size: small; text-align: left;"><span style="color: #999999;">M.T. 25th August 2021 at 10:37 PM</span></b></p><p style="text-align: justify;"><span style="font-size: large;"><b style="background-color: #660000; color: #fcff01;">स्कूलों</b><b style="background-color: #660000;"><span style="color: #fcff01;"> में प्रति वर्ष आयोजित होगा संस्कृत सप्ताह:</span><span style="color: white;">मुख्यमंत्री श्री चौहान</span></b></span></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #2b00fe;"></span></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b><span style="color: #2b00fe;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhfuUt5pHWEWVVUY8jkpb8kgEyKEG8JcRLte_1XuWqvF0lCoy2WPb0M8aWA3IA4MHt9pxXNjY3lAI7zwGYSwyNhYzDvS6hxL0w7pPY_0oIXFZeyTnpvpviCffypgPNMSj0VTeYMnSCFgB30/s918/CM+MP+SR+Chauhan+on+Schools+and+Sanskrit+Details+in+Madhya+Pradesh+Screen.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="613" data-original-width="918" height="428" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhfuUt5pHWEWVVUY8jkpb8kgEyKEG8JcRLte_1XuWqvF0lCoy2WPb0M8aWA3IA4MHt9pxXNjY3lAI7zwGYSwyNhYzDvS6hxL0w7pPY_0oIXFZeyTnpvpviCffypgPNMSj0VTeYMnSCFgB30/w640-h428/CM+MP+SR+Chauhan+on+Schools+and+Sanskrit+Details+in+Madhya+Pradesh+Screen.jpg" width="640" /></a></span></b></div><b><span style="color: #2b00fe;"><br />भोपाल</span>: <span style="color: #444444;">25 अगस्त 2021</span>: (<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो</span>)::</b><p></p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने</b> कहा है कि संस्कृत भाषा को जन-जन तक पहुँचाने के लिए राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। जो व्यक्ति तथा संस्थाएँ संस्कृत के लिए कार्य कर रहे हैं उन्हें अब इसीलिए संरक्षण देने और उनके प्रयासों के विस्तार के लिए भी राज्य सरकार द्वारा कार्य किया जाएगा। संस्कृत के माध्यम से ही भारतीय संस्कृति के संचित ज्ञान को अगली पीढ़ी तक ले जाया जा सकता है। प्रदेश के सभी स्कूलों में प्रति वर्ष संस्कृत सप्ताह आयोजित किया जाएगा।</p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;">संस्कृत सप्ताह के अंतर्गत प्रदेश की सभी शालाओं में आयोजित हुईं गतिविधियाँ</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान</b> आज संस्कृत सप्ताह के समापन कार्यक्रम को निवास से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री इंदर सिंह परमार वर्चुअली सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष श्री भरत बैरागी, संस्कृत भारती के क्षेत्र संगठन मंत्री श्री प्रमोद पंडित, प्रांत संगठन मंत्री श्री नीरज दीक्षित, प्रांत अध्यक्ष डॉ. अशोक भदौरिया सहित महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के निदेशक श्री प्रभात राज तिवारी सहित संस्कृत भारती के पदाधिकारी सम्मिलित हुए। वर्चुअल कार्यक्रम से 2175 विद्यालय जुड़े। संस्कृत सप्ताह के अंतर्गत 18 अगस्त से प्रदेश के सभी 52 जिलों में योग की गतिविधियाँ तथा संस्कृत आधारित प्रतियोगिताएँ प्रदेश की सभी शालाओं में आयोजित की जा रही हैं।</p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;">संस्कृत शिक्षण के केंद्र रहे हैं उज्जैन और ओंकारेश्वर</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि</b> हमारा राज्य आरंभ से ही संस्कृत ज्ञान परंपरा के श्रेष्ठ अध्ययन केंद्र के रूप में प्रतिष्ठित रहा है। उज्जैन और ओंकारेश्वर संस्कृत शिक्षण के केंद्र रहे हैं। इसीलिए प्रथम जगद्गुरु श्री कृष्ण और द्वितीय जगतगुरू आदि शंकराचार्य, क्रमश: उज्जैन और ओंकारेश्वर में विद्या ग्रहण करने आए। अतः संस्कृत भाषा की शिक्षा और इसके विस्तार के लिये प्रदेश का दायित्व बढ़ जाता है। राज्य सरकार संतों और संस्कृत के लिए कार्य कर रही संस्थाओं को जोड़कर संस्कृत के विस्तार के लिए हर संभव प्रयास करेगी।</p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;">कई देशों ने कराया वेदों का वैज्ञानिक अध्ययन</span></b></p><p style="text-align: justify;">मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संस्कृत प्राचीन और महान भाषा है। यह हमारी संस्कृति का आधार है, क्योंकि हमारे सभी ग्रंथ संस्कृत में ही हैं। संस्कृत सभी भाषाओं की जननी भी है। वेद केवल ज्ञान ही नहीं विज्ञान, शिल्प, कौशल, अध्यात्म का खजाना भी है, जिसे बिना संस्कृत के हम नहीं समझ सकते हैं। कई देशों ने वेदों का वैज्ञानिक अध्ययन कराया और विज्ञान के क्षेत्र में भी उपलब्धियाँ अर्जित की हैं।</p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;">आने वाली पीढ़ी को संस्कृत से जोड़ना जरूरी</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b>मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि</b> पश्चिम के प्रभाव में हम अपनी परंपरा और संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में संस्कृत सप्ताह का आयोजन संस्कृत को लोकव्यापी बनाने और अगली पीढ़ी को इससे परिचित कराने में सहायक होगा। यह हमारी ज्ञान परंपरा की निरंतरता के लिए आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योग से निरोग कार्यक्रम और देवारन्य योजना आगे आने वाली पीढ़ी को अपनी संस्कृति और जड़ों से जोड़ने में सहायक सिद्ध होगी।</p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;">मुख्यमंत्री निवास पर हुआ संस्कृत पर केन्द्रित कार्यक्रम</span></b></p><p style="text-align: justify;"><b>कार्यक्रम में महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के</b> अध्यक्ष श्री भरत बैरागी ने संस्थान द्वारा संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। संस्कृत भारती के क्षेत्र संगठन मंत्री श्री प्रमोद पंडित ने कहा कि यह पहला अवसर है जब मुख्यमंत्री निवास में संस्कृत पर केन्द्रित कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। </p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-63963119840180904102021-08-02T02:45:00.037+05:302021-08-02T08:30:50.236+05:30बहुत से लोगों के अच्छे दिन आए हैं मध्यप्रदेश में<p style="text-align: justify;"> <b><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: large;"> मुख्यमंत्री पथ विक्रेता योजना से बदली खूबीलाल तोश की ज़िंदगी </span></b></p><p><span style="color: #2b00fe;"></span></p><div class="separator" style="clear: both; font-weight: bold; text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhTDme5A3bzo7rKsRPj3wl1KAqFKHWbCim-8_HALVIrHI5HsxNJ-Qq9Cr2O3YII4-MW28IfRpWjwVdpR7VG1n5cJ_NGeRwubeDt0piwyuG8E5jSs4r8s14npFD8v_FQqxJFtWG7fgb2zRU7/s805/Khubi+Lal+Sahu+Story+Pic.jpg" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="286" data-original-width="805" height="228" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhTDme5A3bzo7rKsRPj3wl1KAqFKHWbCim-8_HALVIrHI5HsxNJ-Qq9Cr2O3YII4-MW28IfRpWjwVdpR7VG1n5cJ_NGeRwubeDt0piwyuG8E5jSs4r8s14npFD8v_FQqxJFtWG7fgb2zRU7/w640-h228/Khubi+Lal+Sahu+Story+Pic.jpg" width="640" /></a></span></div><div style="text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;"><span style="font-weight: 700;"><br /></span></span></div><span style="color: #2b00fe;"><span style="font-weight: bold;"><div style="text-align: justify;"><span style="color: #2b00fe;">भोपाल</span>: <span style="color: #444444;">31 जुलाई 2021</span>: (<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो</span>)::</div></span></span><p></p><p style="text-align: justify;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhbHTw4rKgh-Lt2oTDL6RuudJtKB2o0XKic_VPx-vGyu8-ErOocmiQsi21fL_7IlHifB0sP_SeOg9qxRNhspbTlqmAjzrtwOTh-iwqIEobNrZ0cBD2SGIfNIuXzPTrX2XqMfhfPTKZ3uHt3/s529/Khubi+Lal+Sahu+Tosh+Bhopal31072021b2.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; display: inline !important; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em; text-align: center;"><img border="0" data-original-height="529" data-original-width="412" height="320" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhbHTw4rKgh-Lt2oTDL6RuudJtKB2o0XKic_VPx-vGyu8-ErOocmiQsi21fL_7IlHifB0sP_SeOg9qxRNhspbTlqmAjzrtwOTh-iwqIEobNrZ0cBD2SGIfNIuXzPTrX2XqMfhfPTKZ3uHt3/s320/Khubi+Lal+Sahu+Tosh+Bhopal31072021b2.jpg" width="249" /></a><b>मुख्यमंत्री पथ विक्रेता योजना</b> उन लोगों के लिए लाईफ-लाईन साबित हो रही है जो आशा छोड़ चुके हैं। गरीबी ने जिन्हें निराश और हताश कर दिया है। कोई छोटा रोजगार करने वाले परिवारों को फिर से आत्मनिर्भर बनाने में कारगर हो रही है यह विशेष योजना। </p><p style="text-align: justify;"><b>लाभ उठाने वाले लोगों में से</b> <b>एक हैं श्री खुबीलाल साहू।</b> तोष और ब्रेड बेचने का काम करते थे पर बहुत मेहनत से किये इस काम से भी परिवार का भरण पोषण बमुश्किल से ही हो पाता था। गरीब पीछा न छोड़ती। जेब खली की खली रहती थी। फिर उन्हें मुख्यमंत्री पथ विक्रेता योजना का पता चला और उन्होंने भी इस योजना का लाभ लिया। अब उनका काम और परिवार का खर्चा अच्छे से चल रहा है। यह स<br />च्ची कहानी बयां की है विकासखंड बैरसिया के ग्राम सौहाया निवासी श्री खुबीलाल साहू ने। अब खूबी लाल साहू आ रहे हैं। </p><p style="text-align: justify;"> <b>इस के यादें बताते हुए श्री साहू बताते हैं कि</b> मैं पहले तोष और ब्रेड बेचने का काम करता था पर इस काम से भी परिवार का भरण पोषण करने में दिक्कतें आती थी। मुझे मेरे परिचित द्वारा मुख्यमंत्री पथ विक्रेता योजना के बारे में जानकारी दी गई। मैने योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया और मुझे बैंक द्वारा मुख्यमंत्री पथ विक्रेता योजना के तहत रूपये 10 हजार की राशि व्यवसाय आरंभ करने के लिए दी गई। इस राशि के आने से ही जैसे लक्ष्मी कृपा बरसनी शुरू हो गई। अच्छे दिनों ने दस्तक डी दी उनके घर द्धार पर। </p><p style="text-align: justify;"><b>साहू ने बताया कि</b> मुख्यमंत्री पथ विक्रेता योजना की राशि मिलने के बाद मैंने किराना की दुकान खोल ली और अब धीरे-धीरे मेरी किराने की दुकान अच्छी चल रही है। परिवार का पालन पोषण भी अच्छे से हो रहा है। श्री साहू मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का धन्यवाद करते हुए कहते हैं कि शासन की ऐसी योजनाएं हमारे जैसे लोगों के लिए बहुत सहारा बन रही है। इसी तरह बहुत से लोगों ने अच्छे दिनों का मुँह देखा है। </p><p style="text-align: justify;"><b></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhaipxCaEMpCRLPpmikmWLf2owVXE3rr6sLhhHpY8hzTRWR1zP8ug2LdT7CbjVx_pA7wMp8TLacbWbS0fYfZoXdmx8VeXIPrPkM8AGs8v8qJa6leRigK4x2SHvv-NA2CcnPtXGl7AAcArqC/s1280/%25E0%25A4%25AE%25E0%25A5%2581%25E0%25A4%2596%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B0%25E0%25A5%2580+%25E0%25A4%25AA%25E0%25A4%25A5+%25E0%25A4%25B5%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B0%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%25A4%25E0%25A4%25BE+%25E0%25A4%25AF%25E0%25A5%258B%25E0%25A4%259C%25E0%25A4%25A8%25E0%25A4%25BE.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="718" data-original-width="1280" height="359" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhaipxCaEMpCRLPpmikmWLf2owVXE3rr6sLhhHpY8hzTRWR1zP8ug2LdT7CbjVx_pA7wMp8TLacbWbS0fYfZoXdmx8VeXIPrPkM8AGs8v8qJa6leRigK4x2SHvv-NA2CcnPtXGl7AAcArqC/w640-h359/%25E0%25A4%25AE%25E0%25A5%2581%25E0%25A4%2596%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B0%25E0%25A5%2580+%25E0%25A4%25AA%25E0%25A4%25A5+%25E0%25A4%25B5%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B0%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%25A4%25E0%25A4%25BE+%25E0%25A4%25AF%25E0%25A5%258B%25E0%25A4%259C%25E0%25A4%25A8%25E0%25A4%25BE.jpg" width="640" /></a></b></div><b><br />अब देखना है कि</b> कितनी जल्दी प्रदेश के सभी कमज़ोर वर्गों से जुड़े लोगों के अच्छे दिन इसी तरह की योजनाओं से आ पाते हैं। घर घर में खुशहाली कितनी जल्दी नज़र आने लगती है। <p></p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-55351006331271453612021-08-01T20:45:00.003+05:302021-08-02T00:12:51.836+05:30केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री से विशेष भेंट<p><b><span style="color: #444444;">1st August 2021 at 08:14 IST</span></b></p><p><b><span style="background-color: #660000; color: #fcff01; font-size: large;">केन्द्रीय मंत्री से मिलीं जनजातीय कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह</span></b></p><p><b><span style="color: #2b00fe;"></span></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b><span style="color: #2b00fe;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEivrADVfD54eSc6iHf0efzUUuGpGT9oGbdKi3LuZKMtmzzEHUmr2h2lb40dqrHdQqJ8uFHeFe5Nwn_e5B_O6L_xkVAa__GTVysSefrm-woPhqkUX0NzEQvwCi4i9KMKbjAxtL_OxYtEMyXW/s722/MP+News+Minister+met+Unions+mInister.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="722" data-original-width="480" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEivrADVfD54eSc6iHf0efzUUuGpGT9oGbdKi3LuZKMtmzzEHUmr2h2lb40dqrHdQqJ8uFHeFe5Nwn_e5B_O6L_xkVAa__GTVysSefrm-woPhqkUX0NzEQvwCi4i9KMKbjAxtL_OxYtEMyXW/s16000/MP+News+Minister+met+Unions+mInister.jpg" /></a></span></b></div><b><span style="color: #2b00fe;"><br />भोपाल</span>: <span style="color: #444444;">रविवार, 1 अगस्त 2021</span> (<span style="color: #2b00fe;">मध्य प्रदेश स्क्रीन ब्यूरो</span>):: </b> <p></p><p>अपने दिल्ली प्रवास के दौरान प्रदेश की आदिम जाति एवं जनजातीय कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह ने केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते से मुलाकात की। इस भेंट में मध्यप्रदेश और देश के विकास से सबंधित कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई। </p>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1515928552757739785.post-83625617319975904322021-03-19T02:45:00.001+05:302021-03-20T23:05:47.674+05:30 65 लाख रूपये की नल-जल योजना का भूमि-पूजन<p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444; font-size: x-small;">Thursday: 18th March 2021 at 20:23 IST</span></b></p><p style="text-align: justify;"> <b><span style="font-size: large;"><span style="background-color: #660000;"><span style="color: #fcff01;"> भूमि-पूजन किया परिवहन मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने </span></span> </span></b></p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #2b00fe;"></span></b></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><b><span style="color: #2b00fe;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgeaq5PFSsx8P2EDM5zDsXJHOWSF48Mnz0FFNKdb6CbMwqOj9kWsOQcsopFZZ8z1HFHxJyGJoErv0n72brfDMbq3t3WuehGAa6rXB-VYJxZ01ntSAIs8aBOzJHM49uDTTsssXHOKTNQjE5-/s921/Madhya+Pradesh+Screen+News+Pic+20th+March+2021.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="602" data-original-width="921" height="418" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgeaq5PFSsx8P2EDM5zDsXJHOWSF48Mnz0FFNKdb6CbMwqOj9kWsOQcsopFZZ8z1HFHxJyGJoErv0n72brfDMbq3t3WuehGAa6rXB-VYJxZ01ntSAIs8aBOzJHM49uDTTsssXHOKTNQjE5-/w640-h418/Madhya+Pradesh+Screen+News+Pic+20th+March+2021.jpg" width="640" /></a></span></b></div><b><span style="color: #2b00fe;"><br />भोपाल</span>:<span style="color: #444444;"> गुरूवार: 18 मार्च 2021</span>: (<span style="color: #2b00fe;">मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो</span>):: </b><p></p><p style="text-align: justify;"><b>आज़ादी आने सात दश्कों के बावजूद भी अभी बहुत से इलाके ऐसे हैं जहां पानी की गंभीर किल्लत लगातार गंभीर बनी हुई है। घर परिवार की महिलाओं को बाहर से पानी लाना पड़ता है। इस तरह दुनिया में कई जगहों पर पानी की किल्लत गंभीर बानी हुई है। इसी तरह की समस्या मध्यप्रदेश में भी है। मध्यप्रदेश की सरकार इस समस्या को कैसे हल कर रही है इसकी एक छोटी सी झलक आपको मिलेगी हमारी इस रिपोर्ट में। मध्यप्रदेश स्क्रीन की इस पोस्ट में पढ़िए पूरी रिपोर्ट। </b></p><p style="text-align: justify;"><b>परिवहन एवं राजस्व मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने</b> सागर के ग्राम गेहलपुर एवं कंदेला में 65 लाख की नल-जल योजना का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि इस पेयजल योजना से घर-घर तक पानी पहुँचेगा। पहाड़ी पर बसे इस गाँव की महिलाओं को अभी पेयजल के लिये काफी मशक्कत करना पड़ती है। श्री राजपूत ने कहा कि सुरखी क्षेत्र का एक भी घर ऐसा नहीं बचेगा, जिस घर में जल नल से नहीं आये। उन्होंने कहा राज्य सरकार पात्र लोगों के आयुष्मान-कार्ड बनवा रही है, गाँव के लोग अपना आयुष्मान-कार्ड बनवा लें। इस योजना में 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में होता है। उन्होंने कोरोना से बचाव के लिये चलाये जा रहे वैक्सीन अभियान में शामिल होने की अपील की।</p><p style="text-align: justify;"><b>साकार हुआ अपने घर का सपना</b></p><p style="text-align: justify;"><b>मंत्री श्री राजपूत ने</b> प्रधानमंत्री आवास योजना में गृह-प्रवेश का शुभारंभ एवं हितग्राहियों को प्रमाण-पत्र वितरित किये। उन्होंने कहा कि गरीब आदमी के लिए पक्के मकान की सोच एक सपना होता था, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस सपने को साकार किया है। वर्ष 2022 तक सभी के पास पक्के मकान होंगें, यह जिम्मेदारी हमारी सरकार की है। मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि सुरखी क्षेत्र में 25 साल पहले सड़कें नहीं थी। गेंती-फावड़ा लेकर क्षेत्र में आना पड़ता था। अब ऐसा कोई गाँव नहीं, जहाँ सड़क न हो। गेहलपुर से पिपरिया मार्ग एक करोड़ रुपये की लागत से मंजूर किया था, जिसका कार्य चल रहा है। ग्राम भजिया एवं गेहूँरास में सभी विकास कार्य प्रगति पर हैं।</p><p style="text-align: justify;"><b>आदर्श स्कूल की होगी स्थापना</b></p><p style="text-align: justify;"><b>मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि</b> क्षेत्र की जनता के लिये मैं मंत्री नहीं, एक सेवक और परिवार का सदस्य हूँ। उन्होंने कहा कि सरकार नया सिस्टम ला रही है, जिसमें 20 से 25 कि.मी. के दायरे में इतना भव्य आदर्श स्कूल बनेगा, जो किसी प्राईवेट स्कूल से बेहतर होगा। स्कूल में अच्छे अध्यापकों सहित खेल व बच्चों के आने-जाने के लिए वाहनों की व्यवस्थाएँ भी रहेंगी। इससे गाँव के बच्चों को भी शहरों जैसे स्कूल में पढ़ने को मिलेगा। स्वामित्व योजना से गाँव में सभी को मकान का स्वामित्व मिलेगा, जिससे घर मालिक को मिलेगी घर की हकदारी। इस दौरान उन्होंने लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रमाण-पत्र एवं मध्यान्ह भोजन योजना अंतर्गत राशन वितरण भी किया।</p><p style="text-align: justify;"><b><span style="color: #444444;">यदि आपके पास पानी की किल्लत दूर करने के लिए कुछ ठोस सुझाव हों तो हमें अवश्य बताएं। विचारों की इंतज़ार रहेगी ही। </span></b></p><p style="text-align: justify;"><span style="color: #999999; font-size: x-small;">मुकेश दुबे</span></p><div style="text-align: justify;"><br /></div>Media Link Ravinderhttp://www.blogger.com/profile/13038836894222322159noreply@blogger.com0