Sunday, December 12, 2021

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व. वर्मा के गृह नगर पहुँचकर दी श्रद्धांजलि

Sunday: 12th December 2021 at 17:04 IST

शहीद श्री जितेंद्र वर्मा के परिवार को एक करोड़ की सम्मान निधि

परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी

शहीद की स्मृतियों को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए बनेगा स्मारक

गाँव के विद्यालय का नाम शहीद जितेन्द्र वर्मा के नाम पर होगा


भोपाल
: रविवार, 12 दिसम्बर 2021: (मध्यप्रदेश स्क्रीन ब्यूरो)::

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर जिले के दिवंगत नायक जितेंद्र कुमार वर्मा के गृह ग्राम धामंदा पहुँचकर शोक संवेदनाएँ व्यक्त की और शहीद श्री वर्मा के पार्थिव शरीर को कांधा दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पार्थिव शरीर पर पुष्प-चक्र अर्पित कर शहीद के सम्मान में सेल्यूट भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान सहित जन-प्रतिनिधियों और ग्रामवासियों ने नम आँखों से शहीद जितेन्द्र को श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शहीद जितेन्द्र वर्मा भारत माँ के वीर सपूत थे, जो अंधेरे में भी निशाना लगाकर दुश्मन का काम तमाम करने वाले श्रेष्ठ स्नाइपर थे। सीहोर जिले सहित पूरे मध्यप्रदेश को गर्व है कि ऐसे महान वीर सेना के शौर्य के प्रतीक जनरल बिपिन रावत के साथ रहे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शहीद जितेन्द्र वर्मा के माता-पिता और उनके परिवार को मैं प्रणाम करता हूँ। यह परिवार हम सबका परिवार है। मध्यप्रदेश की साढ़े 8 करोड़ जनता की ओर से मैं अमर शहीद श्री जितेन्द्र कुमार वर्मा के चरणों में सादर नमन करता हूँ।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तमिलनाडु में 8 दिसंबर को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस श्री बिपिन रावत जी के साथ 13 व्यक्तियों में सीहोर जिले के श्री जितेंद्र कुमार वर्मा भी असमय मृत्यु के शिकार हुए थे। शहीद जितेन्द्र जी के परिवार को एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि दी जाएगी। ग्राम के विद्यालय का नाम शहीद के नाम पर होगा। शहीद की धर्मपत्नी को शासकीय सेवा दी जाएगी। शहीद की स्मृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए स्मारक बनेगा। शहीद जितेंद्र के बच्चों की शिक्षा का प्रबंध भी होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व. जितेंद्र वर्मा के माता-पिता और उनकी पत्नी से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त कर ढांढस बंधाया। सीहोर जिले के प्रभारी एवं लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, सांसद श्री रमाकांत भार्गव, सेना के वरिष्ठ अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी और हज़ारों की संख्या में आमजन ने शहीद श्री जितेन्द्र वर्मा को श्रद्धांजलि दी। 

--अशोक मनवानी/राजेश बैन

Friday, December 3, 2021

इंदौर के दो प्रमुख व्यापारिक समूहों पर छापेमारी व तलाशी

प्रविष्टि तिथि: 03 DEC 2021 6:09 PM by PIB Delhi

मध्यप्रदेश में आयकर विभाग की छापेमारी व जब्ती अभियान शुरू

नई दिल्ली: 03 दिसंबर 2021: (पीआईबी//मध्यप्रदेश स्क्रीन)::

मध्यप्रदेश में आयकर विभाग की छापेमारी शुरू है। इंदौर में जिन दो समूहों पर छापे मरे गए हैं उनमें मीडिया और केबल सेवाएं प्रदान करने वाले प्रसिद्ध समुह भी शामिल हैं। आरम्भिक सूचनाओं के मुताबिक 70 से अधिक परिसरों की तलाशी ली गई है। 

यहां आप पढ़ सकते हैं विस्तृत समाचार। इंदौर आयकर विभाग ने 25-11-2021 को इंदौर के दो प्रमुख व्यापारिक समूहों पर छापेमारी व तलाशी-जब्ती अभियान शुरू किया। पहला समूह खनन, मीडिया और केबल टीवी सेवाएं प्रदान करने के व्यवसाय से जुड़ा है और दूसरा समूह एक कोचिंग अकादमी चला रहा है। मध्य प्रदेश में 70 और 5 अन्य राज्यों सहित 70 से अधिक परिसरों की तलाशी ली गई।

तलाशी की कार्रवाई के दौरान, कुछ व्यवसायों के वित्तीय रिकॉर्ड के समानांतर सेट सहित विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेजी और डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए जिन्हें जब्त कर लिया गया है। इन साक्ष्यों के आरंभिक विश्लेषण से विभिन्न कदाचारों, विशेष रूप से खनन व्यवसाय में बिक्री की आयकर चोरी का पता चलता है। केबल टीवी सेवा के कारोबार में भी इसी तरह बड़े पैमाने पर कर चोरी पाई गई है। अन्य कदाचार जैसे पैसों का भुगतान, संदिग्ध बेनामी लेनदेन, नकद में किए गए बेहिसाब खर्च, अचल संपत्तियों में अघोषित निवेश आदि के साक्ष्य भी मिले हैं।

जांच से पता चला है कि समूह ने प्रविष्टि संचालक द्वारा प्रबंधित विभिन्न मुखौटा कंपनियों से फर्जी असुरक्षित कर्ज के रूप में 40 करोड़ रुपये से अधिक की आवास प्रविष्टियां भी प्राप्त की हैं। तलाशी अभियान के दौरान मुख्य प्रविष्टि संचालक, मुख्य संचालक और मुखौटा कंपनियों के कई नकली निदेशकों की पहचान करउनसे पूछताछ कर ली गई है। नकली निदेशकों और प्रमुख संचालकों ने स्वीकार किया है कि कंपनियां केवल कागजी संस्थाएं हैं और वे मुख्य प्रविष्टि संचालक के इशारे पर काम कर रही हैं।

कोचिंग ग्रुप के तलाशी अभियान से मिले और जब्त किए गए दस्तावेजी साक्ष्य स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि छात्रों से नकदी के रूप में प्राप्त 25 करोड़ रुपये से अधिक की राशि छिपाई गई है। जब्त किए गए सबूतों के विश्लेषण से यह भी संकेत मिलता है कि यह समूह व्यवस्थित रूप से अपनी विभिन्न फ्रेंचाइजी से मिली रॉयल्टी और लाभ की हिस्सेदारी से हुई आय को छिपा रहा है। इन खातों में 10 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब नकदी की रकम प्राप्त की गई है। तलाशी अभियान के दौरान दो करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद हुई है। जांच आगे जारी है।