Monday, July 31, 2023

बाबा बैजनाथ धाम में मुख्यमंत्री श्री चौहान 2 अगस्त भूमि-पूजन करेंगे

सोमवार, 31 जुलाई 2023 at 22:38 IST

विकासात्मक कार्यों के लिए होगा यह भूमि पूजन 

मुख्यमंत्री ने आगर-मालवा और मंदसौर में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी भी ली


भोपाल: सोमवार, 31 जुलाई 2023: (कार्तिका सिंह//मध्यप्रदेश स्क्रीन डेस्क):

मध्य प्रदेश में पूजा पाठ के हर अवसर को हमेशां याद रखा जाता है। इसी तरीक से आम जनजीवन में पूजा अर्चना की आस्था और भावना को विकसित किया जा सकता है। बेहद सुखद बात यह है कि मुख्यमंत्री अक्सर स्वयं इस मकसद में अग्रणी रहते हैं। इसकी नई मिसाल मिलेगी कल एक अगस्त को आगर मालवा और मंदसौर में होने वाले विशेष आयोजन के दौरान जब मंदिर में भूमि पूजन भी होगा। 

इसकी सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आगर-मालवा और मंदसौर में 2 अगस्त को होने वाले कार्यक्रम बेहतर ढंग से आयोजित हों। आगर-मालवा में बाबा बैजनाथ धाम में विकासात्मक कार्यों का भूमि-पूजन की तैयारियाँ समय पर और सही ढंग से की जाये। सभी कार्यक्रमों में जन-प्रतिनिधियों से समन्वय किया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान वीडियो कान्फ्रेंसिंग से मंदसौर और आगर-मालवा में होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों की जानकारी प्राप्त कर रहे थे। संबंधित जिलों के कलेक्टर्स वीसी से वर्चुअली जुड़े।

इस स्थान की आस्था को ले कर बहुत सी सच्ची कहनियाँ प्र्चाल्लित हैं। अंग्रेज़ उछ अधिकारी की आस्था हबी ज़हन पर यूं ही नहीं बन गई थी। इस अंग्रेज़ अधिकारी को स्वयं महादेव शिव ने दर्शन दिए था। इस सरे घटनाक्रम की कथा भी बहुत दिलचस्प है। इसके बाद ही इस अंग्रेज़ का सारा परिवार ही शिव का भक्त बन गया था। 

आगर मालवा की ब्रिटिश छावनी के लेफ्टिनेंट कर्नल मार्टिन जब अफ्गानिस्तान के साथ हुए युद्ध के दौरान अपनी नियुक्ति होने पर जंग के मैदान में से अचानक ही एकदिन लापता हो गए तो कर्नल की पत्नी लेडी मार्टिन को बहुत चिंता होने लगी। इसी चिंता में जब वह एक दिन पति की खोज में थी। शायद भगवान शिव ही लीला कर रहे थे। अंग्रेजों को भारत की दिव्य शक्ति से अवगत करवाया जा रहा था। 

इसी खोज के अभियान में लेडी मार्टिन ने बैजनाथ महादेव से मन्नत मांगी कि यदि उनके पति कर्नल मार्टिन युद्ध से सकुशल लौट आए तो वह शिखर बंद मंदिर बनवाएंगी. लघुरुद्री अनुष्ठान की पूर्णाहुति के दिन एक संदेशवाहक लेडी मार्टिन से मिलने आया और उन्हें एक लिफाफा दिया। यह एक चमत्कार ही तो था। इस पत्र के मिलने से एकबारगी तो सनसनी फ़ैल गई। 

लेडी मार्टिन ने घबराते हुए लिफाफा खोला, जिसमें कर्नल मार्टिन का पत्र था। युद्ध की भयावह स्थिति का उल्लेख था। उन खौफनाक हालात पर पत्र में लिखा था, ''हम युद्धरत थे और तुम तक संदेश भी भेजते रहे पर अचानक हमें चारों ओर से पठानी सेना ने घेर लिया था। ब्रिटिश सेना कटती-मरती और मैं भी वहीं पर मर जाता।  ऐसी विकट परिस्थिति में हम घिर गए थे कि प्राण बचाकर भागना भी कठिन था।  इतने में सहसा मैंने देखा कि युद्ध भूमि में भारत के कोई एक योगी, जिनकी बड़ी लम्बी जटाएं हैं, उनके हाथ में तीन नोंक वाला एक हथियार (त्रिशूल) है।'' इस तरह अभ्ग्वान शिव ने ही वहां पहुँच कर कर्नल को बचाया था। अंग्रेज़ सैनिक अधिकारी को कोई भरम नहीं हुआ था। उस ने सब कुछ स्पष्ट लिखा था। 

गौरतलब है कि बैजनाथ महादेव मंदिर जिला आगर-मालवा के सुसनेर रोड (उज्जैन-कोटा रोड राष्ट्रिय राजमार्ग 27) पर स्थित है। बैजनाथ महादेव मंदिर जिला आगर-मालवा के प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थलों में से एक है।  यह भारत  का एकमात्र मंदिर है जिसे अंग्रेजो ने बनवाया था। मंदिर बाणगंगा नदी के किनारे स्तिथ है, इसका निर्माण कार्य सन 1528 में शुरू हुआ था और 1536 में इसका निर्माण कार्य पूर्ण हुआ था। मंदिर के शिखर की ऊंचाई लगभग 50 फीट है। 

विकास पर्व और महिला सम्मेलन का भी होगा विशेष आयोजन जिसमें सभी वर्गों के लोग भाग लेंगें। इस की भी सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगर-मालवा में 2 अगस्त को दोपहर 11 बजे बाबा बैजनाथ धाम में विकासात्मक कार्यों का भूमिपूजन के साथ जनदर्शन यात्रा, विकास पर्व एवं महिला सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। महिला सम्मेलन, लाड़ली बहना महा-सम्मेलन के रूप में मनाया जाएगा। कार्यक्रम की पूरी व्यवस्था कर ली जाए। उन्होंने कहा कि समरसता यात्रा भी जन-दर्शन यात्रा का हिस्सा बनेगी। यात्रा के प्रारंभ में चरण पादुका पूजन होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान से आगर-मालवा में लाड़ली बहनें अपने अनुभव भी साझा करेंगी।

मंदसौर में रोड शो एवं किसान सम्मेलन का आकर्षण भी होगा जिसमें किसान बढ़चढ़ कर  भाग लेंगें।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मंदसौर में विकास पर्व कार्यक्रम के अंतर्गत पिपलिया मंडी में रोड शो एवं किसान सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। विकास यात्रा के दौरान निर्माण कार्यों का भूमि पूजन एवं लोकार्पण किया जाएगा। लगभग 55 हजार हितग्राही उपस्थित रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनसभा समय पर हो इसका ध्यान रखा जाए। कुल मिलाकर इसका अहसास एक बार फिर होगा कि मध्यप्रदेश में हर कदम पर और हर काम में जहाँ धर्मकर्म को याद रखा जाता है वहां ज़मीन से जुड़े आम लोगों की भागीदारी को भी याद रखना ज़रूरी समझा जाता है।