Friday, April 15, 2016

‘ग्राम उदय से भारत उदय’ अभियान का शुभारंभ

14-अप्रैल-2016 21:10 IST
प्रधानमंत्री ने महू में दी बाबा साहिब को श्रद्धांजलि 
डॉ. बी.आर. अम्बेदकर की 125वीं जयंती पर उनकी  जन्मस्थली पर हुआ विशेष आयोजन
The Prime Minister, Shri Narendra Modi addressing the Public Meeting, at the launching ceremony of the “Gram Uday se Bharat Uday” Abhiyan, in Mhow, Madhya Pradesh on April 14, 2016. The Union Minister for Social Justice and Empowerment, Shri Thaawar Chand Gehlot, the Chief Minister of Madhya Pradesh, Shri Shivraj Singh Chouhan and other dignitaries are also seen.   (PIB)
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहेब अम्बेडकर  की 125वीं जयंती पर महू में उनकी जन्मस्थली पर उन्‍हें पुष्‍पांजलि अर्पित की।

प्रधानमंत्री ने इसके बाद महू में आयोजित एक सार्वजनिक सभा में ‘ग्राम उदय से भारत उदय अभियान’ का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उनका सौभाग्य  है कि वह इस शुभ दिवस पर महू में हैं। उन्होंने इस अवसर पर यह स्मरण किया कि डॉ. अम्बेडकर ने समाज में अन्याय के खिलाफ लड़़ाई लड़ी थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्‍होंने समानता और सम्मान के लिए लड़ाई लड़ी थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 14 अप्रैल से लेकर 24 अप्रैल, 2016 तक चलने वाले ग्राम उदय से भारत उदय अभियान’ के तहत गांवों में होने वाले विकास कार्यों पर ध्‍यान केंद्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस साल का केंद्रीय बजट किसानों और गांवों को समर्पित है। उन्होंने  कहा कि विकास की पहलों को ग्रामीण विकास पर केंद्रित होना चाहिए।

केंद्र सरकार द्वारा की गई कुछ महत्‍वपूर्ण विकास पहलों का उल्‍लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 1000 दिनों की समय सीमा के भीतर उन 18000 गांवों का विद्युतीकरण किया जा रहा है, जो बिजली की सुविधा से वंचित हैं। उन्‍होंने कहा कि ‘गर्व’ एप के जरिये लोग इस लक्ष्‍य की प्राप्ति में हो रही प्रगति का अवलोकन कर सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि गांवों में डिजिटल कनेक्टिविटी आवश्‍यक है।

प्रधानमंत्री ने किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्‍य का उल्‍लेख किया और कहा कि ग्रामीणों की क्रय क्षमता को निश्चित तौर पर बढ़ाना है, क्‍योंकि इससे भारत की अर्थव्‍यवस्‍था को नई गति मिलेगी। उन्‍होंने कहा कि पंचायती राज से जुड़े संस्‍थानों को और ज्‍यादा मजबूत एवं और ज्‍यादा जीवंत बनाया जाना चाहिए। (PIB)
***