Friday, July 12, 2024

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सुश्री आशा मालवीय के साहस को सराहा

Thursday 11th July 2024 at 17:57 IST

साइकिल से कारगिल जा रही है आशा मालवीय 

*कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती 26 जुलाई को कारगिल पहुंचेगी सुश्री आशा

*एकल महिला साइकिलिस्ट को प्रोत्साहन स्वरूप एक लाख रूपए देने के निर्देश


भोपाल
: गुरूवार: 11जुलाई 2024: (कार्तिका कल्याणी सिंह//मध्यप्रदेश स्क्रीन डेस्क)::

महिलाओं की भावनाएं पुरुषों से कहीं भी काम नहीं होती। इतिहास गवाह है कि देश भक्ति  क़ुरबानी के मामले में महिलाएं बढ़ चढ़ कर अपने देश प्रेम का अपने कामों और अपनी कुर्बानियों  से करती रही हैं। अब इस आधुनकि युग में भी यह सिलसिला कम नहीं हुआ। अगर आज भी बहुत सी महिलाएं फ़िल्मी दुनिया और फैशन की तरफ अग्रसर हैं तो देश की तरफ लगाव रखने वाली  महिलाएं भी पीछे नहीं हैं। एकल साइकिलिस्ट सुश्री आशा मालवीय इसी की नई मिसाल बन कर सामने आई हैं। 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आगामी 26 जुलाई को आने वाली कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती के लिए कन्याकुमारी से कारगिल-सियाचिन जा रही एकल साइकिलिस्ट सुश्री आशा मालवीय को प्रोत्साहन स्वरूप एक लाख रुपए उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इस वित्तीय सहयोग से जहां आशा मालवीय का हिम्मत और हौंसला बढ़ेगा वहीं अन्य महिलाओं को भी इससे प्रेरणा मिलेगी। 

राजगढ़ जिले के ग्राम नाटाराम की निवासी सुश्री आशा "सशक्त सेना-समृद्ध भारत" के उद्देश्य से कन्याकुमारी से साइकिल यात्रा आरंभ कर भोपाल आईं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव से साइकिलिस्ट सुश्री आशा मालवीय ने समत्व भवन में भेंट की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सुश्री आशा का पुष्पगुच्छ भेंटकर व कैप पहनाकर अभिवादन किया और स्पोर्ट्स किट भेंट की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने एकल साइकिलिस्ट सुश्री आशा के साहस की प्रशंसा करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य और लक्ष्य प्राप्ति में सफलता की कामना की। 

राष्ट्रीय खिलाड़ी व एकल महिला साइकिलिस्ट सुश्री आशा ने "महिला सुरक्षा-महिला सशक्तिकरण" के उद्देश्य से संपूर्ण भारत में अब तक 26 हजार किलोमीटर की एकल साइकिल यात्रा की है।  की और कितनी युवाएं और महिलाएं आशा मालवीय से प्रेरणा पा कर इसी तरह के रस्ते तलाश करती हैं।                        

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